इटावा: दिल्ली से दरभंगा जा रही नई दिल्ली दरभंगा एक्सप्रेस (02570) में बुधवार शाम को सराय भूपत रेलवे स्टेशन के पास भीषण आग लग गई. बोगी के नीचे लगे सिलेंडर में ब्लास्ट होने से तीन बोगियों में भीषण आग लगी है. आग लगने से ट्रेन में सवार यात्रियों में हड़कंप गया. वहीं, सूचना पर पहुंची फायर विभाग की कई गाड़ियां ट्रेन में लगी आग को बुझाने के प्रयास में जुटी हैं. 8 यात्रियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.
जानकारी के मुताबिक, सराय भूपत रेलवे स्टेशन के पास दरभंगा एक्सप्रेस की एस 1 बोगी में अचानक आग लग गई. चलती ट्रेन में धुआं उठता देख यात्रियों में भगदड़ मच गई. यात्रियों ने ट्रेन से कूदकर जान बचाई. हादसा सराय भूपत रेलवे स्टेशन के पास शाम 6 बजे हुआ. बताया जा रहा है उस समय ट्रेन की स्पीड 20 से 30 किमी के बीच थी. बोगी में क्षमता से दोगुना यात्री सवार थे. आग ने तीन बोगियों को अपनी चपेट में ले लिया. ट्रेन की बोगी एस 1 पूरी तरह से जल गई.
घायलों को 108 एंबुलेंस द्वारा जिला अस्पताल पहुंचाया गया. इसमें 8 लोग जिला अस्पताल पहुंचाए गए. इनके नाम रौनक राजपूत, दयानंद (12) पुत्र हरदेव मंडल, सुनीता देवी पत्नी मोहन मंडल, मनोज पुत्र कंचन पाल निवासी बेनीपुर दरभंगा, कंचन पत्नी दयानंद निवासी शंकर टोला दरभंगा, मनोज पुत्र सहदेव निवासी दरभंगा और टिल्लू पुत्र शाही मुखिया निवासी दरभंगा हैं. घटना की जानकारी मिलते ही जिला अस्पताल इमरजेंसी वार्ड में उपस्थित सत्यम राजपूत ने अपने उच्च अधिकारी को सूचना दी. इस पर तत्काल इमरजेंसी सेवा के लिए सीएमएस एमएम आर्या, डॉ विष्णु मल्होत्रा डॉक्टर गौरव दुबे व नायब तहसीलदार प्रीति सिंह जिला अस्पताल पहुंचे.
जानकारी के मुताबिक, बड़ी संख्या में लोग छठ पूजा मनाने बिहार की ओर रवाना हुए थे. इसी बीच ट्रेन के जरनल कोच में धुआं उठने लगा. तभी लोगों में हड़कंप मच गया. इस दौरान ट्रेन को इटावा जिला मुख्यालय से करीब दस किमी. दूर सराय भूपत रेलवे स्टेशन के पास रोक दिया गया. ट्रेन के धीमे होते ही यात्रियों ने कूद-कूदकर अपनी जान बचाई.
कुछ ही मिनटों में यात्रियों ने अपने सामान के साथ पूरी ट्रेन को खाली कर दिया. इधर, जिस बोगी में आग लगी थी, उसके साथ वाली बोगी में भी धुआं उठता देख यात्री और स्टेशन पर तैनात कर्मी आग बुझाने में लग गए. बिहार से मुजफ्फरपुर जा रहे कुंदन ने बताया जैसे ही सराय भूपत स्टेशन पर ट्रेन धीमी हुई तुरंत ट्रेन के पंखे बंद हो गए और लाइट भी चली गई. थोड़ी देर में ही चीख पुकार मच गई. तेज-तेज आवाजें आने लगीं कि आग लग गई है और भगदड़ मच गई.
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि ट्रेन में आग लगभग 6 बजे करीब लग गई थी. चारों तरफ भगदड़ मची हुई थी. लेकिन, शासन प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली. हादसा होने के 1 घंटे बाद दमकल की गाड़ी आग बुझाने मौके पर पहुंची. तब तक आग एस 1, 2, 3 बोगी को अपनी चपेट में ले लिया. फिलहाल प्रशासन और दमकल विभाग आग पर काबू पाने में लगा हुआ है.
दुर्घटनाग्रस्त दरभंगा एक्सप्रेस से घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया. साथ ही ट्रेन को रोक दिया गया. यही नहीं रेलवे की विद्युत लाइन को काट दिया गया है, जिससे कि दमकल की गाड़ियों से पानी की बौछार हो सके. बता दें कि अप और डाउन लाइन की सभी ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. जिला अस्पताल में सदर विधायक सरिता भदौरिया और भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष संजीव राजपूत ने घायलों का हाल-चाल लिया और उन्हें ढांढस बंधाया. विधायक सरिता भदौरिया ने प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए.
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