कानपुर: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले में लांसनायक करण यादव शहीद हो गए थे. उनका पार्थिव शरीर सोमवार की दोपहर जैसे ही कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र स्थित भाऊपुर गांव पहुंचा तो हजारों लोग शहीद के अंतिम दर्शन को उमड़ पड़े. भीड़ इतनी अधिक थी कि उसे संभालने के लिए कई थानों की फोर्स भी मौजूद रही. पार्थिव शरीर को जैसे ही घर के बाहर लाया गया पिता बालक राम यादव, भाई अर्जुन यादव समेत अन्य परिजन शरीर से लिपटकर खूब रोए.
बहनें तो यह कह रही थीं, कि हमारा भाई अभी उठकर हमसे मिलेगा. परिजनों के साथ ही जो-जो लोग मौजूद थे, उन सभी की आंखें नम थीं. हर कोई करण की शहादत को लेकर इस बात का जिक्र कर रहे थे, कि अब गांव के हर बच्चे को सेना में भेजना है. वहीं, जब शहीद करण का पार्थिव शरीर चकेरी स्थित हवाई अड्डे पर पहुंचा तो वहां एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला समेत अन्य जिम्मेदार जनों ने श्रद्धांजलि दी.
गूंजा भारत मात की जय, लगे वंदे मातरम और शहीद करण अमर रहे के नारे: जैसे ही शहीद करण यादव का पार्थिव शरीर उनके गांव भाऊपुर स्थित घर के बाहर पहुंचा तो मौजूद ग्रामीणों ने भारत माता की जय, वंदे मातरम, शहीद करण अमर रहे...के नारे लगाने शुरू कर दिए. लोग शहीद के गांव पहुंचने और उनके अंतिम दर्शन के लिए बेताब दिखे. शहीद के पार्थिव शरीर पर आंसू भरी आंखों के साथ फूल बरसाए गए. हर किसी की जुबां पर केवल शहीद करण का नाम था. उनकी बहादुरी को हर किसी ने सलाम किया.
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