नई दिल्ली : राज्यसभा उम्मीदवारों के चयन को लेकर अपनी पार्टी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि उच्च सदन पार्किंग स्थल बन गया है. तिवारी ने तर्क दिया कि राज्यसभा ने कई दशक पहले संविधान द्वारा परिकल्पित अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना बंद कर दिया था. उन्होंने इस बात पर भी गंभीरता से विचार करने का आह्वान किया कि क्या वर्तमान परिदृश्य में राज्यसभा को समाप्त कर दिया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, "मेरी निजी राय में राज्यसभा ने उन कार्यों को करना बंद कर दिया है जिनके लिए इसका गठन किया गया था. राज्यसभा अब एक पार्किंग स्थल बन गई है. इसकी जांच की जानी चाहिए कि देश को अब राज्यसभा की जरूरत है या नहीं."कांग्रेस पार्टी ने रविवार को राज्यसभा चुनाव के लिए 10 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जिसमें कई प्रमुख नेताओं के नाम गायब हैं. ऐसे में पार्टी में असंतोष के स्वर काफी मुखर हो रहे हैं. बता दें राजस्थान से रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को उम्मीदवार बनाया गया है. ये तीनों उम्मीदवार राजस्थान के नहीं हैं। राजस्थान के सिरोही से कांग्रेस विधायक संयम लोढ़ा ने सवाल उठाया है और कहा है कि पार्टी को यह बताना होगा कि राजस्थान से किसी को नामांकित क्यों नहीं किया गया. "कांग्रेस पार्टी बताए कि राजस्थान के किसी कांग्रेस नेता/कार्यकर्ता को राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार न बनाने का क्या कारण है?" उन्होंने रविवार को एक ट्वीट में लिखा.
कांग्रेस ने रविवार को राज्यसभा चुनाव के लिए इमरान प्रतापगढ़ी और रंजीत रंजन जैसे स्पष्ट रूप से हल्के उम्मीदवारों को चुना. पार्टी के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के एक कवि प्रतापगढ़ी को महाराष्ट्र से मैदान में उतारा गया है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता नगमा ने ट्विटर पर लिखा, 'इमरान भाई के सामने हमारी 18 साल की तपस्या भी कम पड़ गई. कांग्रेस पार्टी ने रविवार को आगामी राज्यसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की, जो क्रमश: छत्तीसगढ़, हरियाणा और कर्नाटक से राजीव शुक्ला, अजय माकन और जयराम रमेश को मैदान में उतारेंगे. पार्टी ने 10 जून को होने वाले चुनावों के लिए सात राज्यों के 10 उम्मीदवारों की सूची जारी की है. इस सूची पर कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक के हस्ताक्षर हैं.
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एएनआई