प्रयागराज : जिले में पशुओं के हित के लिए काम करने वाली संस्था रक्षा के वर्कर्स ने प्रयागराज नगर निगम के अफसरों पर माफिया अतीक अहमद के पालतू कुत्तों को देखरेख करने की जगह बेचने का आरोप लगाया है. संस्था से जुड़े कार्यकर्ता गुरुवार की दोपहर में अतीक अहमद के पालतू कुत्तों की दुर्गति की शिकायत को लेकर नगर निगम गए थे, जहां निगम के अफसरों से कहासुनी के बाद संस्था के लोगों ने नगर निगम पर अतीक अहमद के पालतू कुत्तों को ब्रीडिंग के लिए बेच देने का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी. बहरहाल नगर निगम के अफसरों ने इन आरोपों को फर्जी तो बताया, लेकिन कैमरे के सामने कोई बात करने के लिए नहीं आया.
बता दें कि प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल ट्रिपल मर्डर की घटना हुई थी, जिसके बाद से अतीक अहमद के परिवार के लोग फरार हो गए थे. उसी दौरान अतीक अहमद का परिवार जिस घर में रहता था उसे जमींदोज कर दिया गया था. यही वजह थी माफिया के परिवार के फरार होने के बाद उसके 5 पालतू कुत्ते बेसहारा हो गए थे, जिसके बाद एक-एक कर दो कुत्तों की मौत हो गयी. जिसके बाद बेजुबान जानवरों की मौत की सूचना के बाद एनजीओ समेत कुछ लोग सामने आकर उन कुत्तों की देखरेख कर रहे थे.
अपर नगर आयुक्त से हुई नोकझोंक : रक्षा संस्था की तरफ से जब माफिया के कुत्तों को बेचने और उनकी हालत खराब होने की शिकायत लेकर लोग नगर निगम पहुंचे तो वहां पशुधन अधिकारी नहीं मिले. पशुधन अधिकारी के न मिलने पर पशु प्रेमी संस्था के लोग अपर नगर आयुक्त अरविंद कुमार राय के पास शिकायत करने पहुंच गए, जहां पर अपर नगर आयुक्त शिकायत करने पहुंची संस्था की महिला सदस्यों से उलझ गये और उनके बीच तीखी नोकझोंक होने लगी. रक्षा संस्था की प्रमुख वंशिका गुप्ता ने आरोप है कि अपर नगर आयुक्त ने बेइज्जती करके कमरे से बाहर निकलवा दिया. यही नहीं अपर नगर आयुक्त ने वहां मौजूद मीडिया के लोगों को भी इस मामले में कोई जानकारी नहीं दी. रक्षा संस्था से जुड़ी वंशिका गुप्ता ने बताया कि ग्रेड डेन नस्ल के कुत्तों के बच्चों तक की कीमत 50 हजार से लेकर एक लाख तक होती है, जिस कारण नगर निगम ने इन कुत्तों को देखभाल करने के लिए अन्य लोगों को दे दिया है.