पटना : भारतीय जनता पार्टी ने आज तीन मुद्दों को लेकर विधानसभा मार्च निकला. लेकिन पुलिस ने उन्हें डाक बंगला चौराहे पर रोक लिया और जमकर लाठीचार्ज किया. इस दौरान भाजपा सांसद को भी लाठी से पुलिसवालों ने पीटा. जबकि सांसद इस दौरान स्पष्ट कहते दिखे कि - वह सांसद हैं और उन पर लाठीचार्ज नहीं किया जा सकता है. लेकिन इसके बावजूद नीतीश की पुलिस उनकी बातों पर ध्यान नहीं दे रही और जमकर लाठियां चटकाई. जिसके कारण भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को गंभीर चोट आई है.
''यह अंधी और बहरी सरकार है. लाठी-गोली की सरकार है. मेरे ऊपर जब लाठीचार्ज किया जा रहा था तो मैंने पुलिसवालों को बताया कि मैं एक सांसद हूं इसके बाबजूद मेरे ऊपर लाठीचार्ज किया गया. अब इस मामले को लेकर मैं राज्यपाल और राष्ट्रपति से शिकायत करूंगा. यह सरकार तानाशाह हो गई है.'' - जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, सांसद, बीजेपी
बीजेपी सांसद पर पुलिस का लाठीचार्ज : दरअसल, अपने समर्थकों के साथ बीजेपी सांसद जनार्दन सिग्रीवाल भी विधानसभा मार्च में शामिल थे. जब उनके कार्यकर्ता डाक बंगला चौराहे पर पहुंचे तो पुलिस ने सभी को रोक लिया. थोड़ी ही देर में वाटर कैनन चलने लगी और आंसू गैस के गोले भी चलने लगे. पुलिस ने लाठीचार्ज भी शुरू कर दिया. उनके समर्थक सिग्रीवाल को दुकान के शटर के पास लेकर पहुंचे. तब तक लाठी चलाती हुई पुलिस भी वहां पहुंच गई. कुछ पुलिसकर्मी सिग्रीवाल को घेरे हुए थे. वो पुलिसवालों से कहते सुने जा सकते हैं कि वो सांसद हैं उन्हें लाठी न मारे.
बुजुर्ग सांसद को भी पुलिस ने नहीं बख्शा : लेकिन इसी बीच एक दूसरा पुलिसकर्मी वहां आता है और जनार्दन सिग्रीवाल को खींच लेता है. पास ही खड़ा पुलिसकर्मी भी आपा खो बैठता है और लाठियों की बौछार शुरू हो जाती है. जैसे ही पुलिसकर्मी उन्हें धक्का देता है वो गिर पड़ते हैं. फिर भीड़ में सिग्रीवाल कहीं गायब हो जाते हैं. उनके समर्थक उन्हें पुलिस के बीच से निकालकर दूसरी जगह चले जाते हैं. इस लाठीचार्ज पर सांसद ने नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि ये सरकार तानाशाह हो गई है.
लाठीचार्ज कांड पर बीजेपी हमलावर : खबर है कि लाठीचार्ज से बीजेपी सांसद जनार्दन सिग्रीवाल जख्मी हो गए हैं. उन्हें लाठी से चोट आई हैं. इस मामले में बीजेपी नेता और भी उग्र हो गए हैं. उन्होंने नीतीश सरकार पर जमकर हमला शुरू कर दिया है. सभी नेता नीतीश सरकार को कोस रहे हैं और तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. साथ ही शिक्षक अभ्यर्थियों का भी समर्थन कर रहे हैं. देखना ये है कि वीडियो में दिख रहे पुलिसकर्मियों पर सरकार की तरफ से क्या एक्शन होता है?