इडुक्की : केरल के पर्वतीय जिले इडुक्की के दूरस्थ इडामालकुडी आदिवासी गांव के निवासियों के दिन अब फिरने वाले हैं. केरल सरकार ने इस पंचायत क्षेत्र में संपर्क और मोबाइल कनेक्टिविटी की मूल समस्या से निपटने का फैसला किया है. इडामालकुडी राज्य की पहली आदिवासी पंचायत है और यह इडुक्की जिले में पर्वतीय शहर मुन्नार से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित है.
हालांकि, इस पंचायत में बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण पंचायत कार्यालय नहीं है और अभी इसका कामकाज देवीकुलम से किया जा रहा है. राज्य के पिछड़ा और अनुसूचित समुदाय कल्याण मंत्री के. राधाकृष्णन ने बताया कि एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने वन विभाग के नियमों के अनुसार सड़क संपर्क, पंचायत कार्यालय के निर्माण और परिवहन सुविधाओं समेत अन्य मुद्दों पर फैसले लिए हैं.
राधाकृष्णन ने कहा, 'सरकार का राज्य में आदिवासी गांवों तक पहुंच को बेहतर बनाने का उद्देश्य है. हम इडामालकुडी में बिजली, टेलीफोन संपर्क, पेयजल तथा इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने के लिए सड़क संपर्क में सुधार करना चाहते हैं.' उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य इस गांव के प्राकृतिक वातावरण को बनाए रखते हुए निवासियों के सामने आ रही परेशानियों को हल करना है.
मुथुवन समुदाय के इस गांव की आबादी करीब 3,000 है. इस गांव में 25 से अधिक बस्तियों में 750 से ज्यादा परिवार रह रहे हैं. उच्चाधिकार प्राप्त समिति की 28 सितंबर को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया कि लोक निर्माण विभाग अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति विकास विभाग से आवश्यक प्रक्रियागत स्वीकृति मिलने के बाद तीन महीने के भीतर बेहतर सड़क के निर्माण का काम शुरू करें।राज्य सरकार ने इस साल मार्च में इस दूरस्थ गांव तक इंटरनेट संपर्क उपलब्ध कराने के लिए चार करोड़ रुपये की धनराशि को मंजूरी दी थी.
(पीटीआई-भाषा)