ETV Bharat / bharat

भैरवनाथ की पूजा के साथ केदारनाथ यात्रा का आगाज, आज रवाना होगी चल विग्रह उत्सव डोली

author img

By

Published : May 2, 2022, 7:09 AM IST

Updated : May 2, 2022, 10:35 AM IST

उत्तराखंड के ओंकारेश्वर मंदिर में संपन्न हुई भैरवनाथ की पूजा के साथ ही केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है. भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली सोमवार को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से धाम के लिए रवाना होगी.

KEDARNATH YATRA BEGINS WITH WORSHIP OF BHAIRAVNATH
भैरवनाथ की पूजा के साथ केदारनाथ यात्रा का आगाज, कल रवाना होगी चल विग्रह उत्सव डोली

रुद्रप्रयागः भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर (Omkareshwar Temple) में केदारपुरी के क्षेत्र रक्षक भगवान भैरवनाथ की पूजा (worship of Bhairavnath) के साथ केदारनाथ यात्रा का आगाज (Kedarnath Yatra begins) हो गया है. लोक मान्यताओं के मुताबिक, शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में भैरव पूजा के बाद भैरवनाथ केदारपुरी के लिए रवाना हो जाते हैं.

भैरव पूजा के पावन अवसर पर विद्वान आचार्यों के वेद ऋचाओं व आर्मी के बैंड की धुनों से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना रहा. आर्मी की बैंड धुनों पर सैकड़ों श्रद्धालु बाबा केदारनाथ की भक्ति में डूबकर नृत्य करते दिखे. विगत दो सालों से कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन लगने के कारण इस बार केदारनाथ यात्रा को लेकर भक्तों में भारी उत्साह बना हुआ है.
ये भी पढ़ेंः आज की प्रेरणा : मनुष्य को चाहिए कि मनोधर्म से उत्पन्न समस्त इच्छाओं को निरपवाद रूप से त्याग दे

भगवान भैरवनाथ की पूजा के मौके पर भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर को 10 क्विंटल फूलों से सजाया गया. सोमवार को भगवान केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से रवाना होगी साथ ही विभिन्न यात्रा पड़ावों पर भक्तों को आशीर्वाद देते हुए 5 मई को केदारनाथ पहुंचेगी. इसके बाद 6 मई को सुबह शुभ मुर्हूत 6 बजकर 25 मिनट पर भगवान केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे.

रुद्रप्रयागः भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर (Omkareshwar Temple) में केदारपुरी के क्षेत्र रक्षक भगवान भैरवनाथ की पूजा (worship of Bhairavnath) के साथ केदारनाथ यात्रा का आगाज (Kedarnath Yatra begins) हो गया है. लोक मान्यताओं के मुताबिक, शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में भैरव पूजा के बाद भैरवनाथ केदारपुरी के लिए रवाना हो जाते हैं.

भैरव पूजा के पावन अवसर पर विद्वान आचार्यों के वेद ऋचाओं व आर्मी के बैंड की धुनों से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना रहा. आर्मी की बैंड धुनों पर सैकड़ों श्रद्धालु बाबा केदारनाथ की भक्ति में डूबकर नृत्य करते दिखे. विगत दो सालों से कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन लगने के कारण इस बार केदारनाथ यात्रा को लेकर भक्तों में भारी उत्साह बना हुआ है.
ये भी पढ़ेंः आज की प्रेरणा : मनुष्य को चाहिए कि मनोधर्म से उत्पन्न समस्त इच्छाओं को निरपवाद रूप से त्याग दे

भगवान भैरवनाथ की पूजा के मौके पर भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर को 10 क्विंटल फूलों से सजाया गया. सोमवार को भगवान केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से रवाना होगी साथ ही विभिन्न यात्रा पड़ावों पर भक्तों को आशीर्वाद देते हुए 5 मई को केदारनाथ पहुंचेगी. इसके बाद 6 मई को सुबह शुभ मुर्हूत 6 बजकर 25 मिनट पर भगवान केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे.

Last Updated : May 2, 2022, 10:35 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.