कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के साड़ी कारोबारी मनीष कानोडिया के बेटे कुशाग्र की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपी प्रभात, उसके दोस्त शिवा और मंगेतर रचिता को गिरफ्तार कर चुकी है. तीनों से पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं. इनमें सबसे महत्वपूर्ण यह है कि मुख्य आरोपी प्रभात सट्टे में रुपए हार गया था. जिसकी भरपाई के लिए उसने रचिता और शिवा के साथ मिलकर कुशाग्र के अपहरण की योजना बनाई थी.
आरोपियों को दिलाई जाएगी सख्त से सख्त सजाः कानपुर के इस जघन्य हत्याकांड को लेकर कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसर भी काफी नाराज हैं. अधिवक्ताओं ने तो आरोपियों को मंगलवार को ही पीट दिया था. अब पुलिस ने इस मामले में सभी साक्ष्यों के साथ महज 15 दिन में चार्जशीट फाइल करने की तैयारी कर ली है. यहीं नहीं हत्याकांड को पुलिस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की तैयारी कर रही है. भियोजन की प्रभावी कार्यवाही भी सुनिश्चित कराई जाएगी. खुद ये बातें जेसीपी लॉ एन्ड ऑर्डर आनंद प्रकाश तिवारी ने कही हैं. उन्होंने कहा कि आरोपियों को ऐसी सख्त सजा दिलवाएंगे जो एक नजीर बन सके.
सट्टे में हारे रुपयों से परेशान था प्रभात, इसलिए फिरौती की बनाई योजना: कुशाग्र हत्याकांड में पुलिस के सामने ये बात भी आई है कि मुख्य आरोपी प्रभात कुछ दिन पहले सट्टे में काफी रुपये हार गया था. वह इस बात से बहुत ज्यादा परेशान था. इसलिए कर्ज उतारने को लेकर प्रभात ने कुशाग्र का अपहरण करने की योजना बनाई थी. वहीं, प्रभात और शिवा ने ये भी तय किया था कि वो दोनों मिलकर फिरौती की रकम से एक नई कार खरीदेंगे. इसके लिए उन्होंने शहर के एक शोरूम में जाकर नई कार देख भी ली थी.
रचिता की शादी कराने तक की कही थी बात, फिर भी मिला धोखा: कुशाग्र के परिजनों ने बताया कि रचिता को उन्होंने अपनी बेटी जैसा माना था. हमेशा उसकी हरसम्भव मदद की. यहां तक बात हुई थी कि उसके माता-पिता नहीं हैं तो बेटी का कन्यादान तक कर देंगे. पर हमें क्या पता था, जिसे बेटी समझा था वही बेटे की हत्या करा देगी.
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