गुवाहाटी : असम के जोरहाट जिले में ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmaputra River) में नाव पलटने से हुए हादसे के बाद से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. फिलहाल माजुली में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा, कैबिनेट मंत्री चंद्रमोहन पटोवरी और डीजीपी भास्कर ज्योति महंत (Bhaskar Jyoti Mahanta) गुरुवार सुबह मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया.
वहीं, जोरहाट के डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि इस हादसे में 82 व्यक्तियों को बचा लिया गया है. सात लोग अब भी लापता हैं, जबकि एक महिला की मौत हो गई है.
उन्होंने बताया कि जोरहाट मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में फिलहाल आठ लोगों का इलाज चल रहा है. बचाए गए लोगों के ठहरने के लिए होटल की व्यवस्था की गई है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं.
बुधवार की शाम जोरहाट जिले में ब्रह्मपुत्र नदी में निमती घाट के पास एक बड़ी नौका एक स्टीमर से टकराने के बाद डूब गई थी. दुर्घटना का शिकार हुई नौका पर कुल 120 यात्री सवार थे.
अधिकारियों ने बताया कि टक्कर तब हुई जब निजी नाव 'मा कमला' निमती घाट से माजुली की ओर जा रही थी और सरकारी स्वामित्व वाली नौका 'त्रिपकाई' माजुली से आ रही थी. अंतर्देशीय जल परिवहन (आईडब्ल्यूटी) विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि नौका पलटकर डूब गई.
आईडब्ल्यूटी के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि नाव पर 120 से अधिक यात्री सवार थे, लेकिन उनमें से कई को विभाग के स्वामित्व वाली 'त्रिपकाई' नौका की मदद से बचा लिया गया.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि नौका से बचाई गई एक महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. उन्होंने कहा, 'एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें सेना और गोताखोरों के सहयोग से बचाव अभियान चला रही हैं.'
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि आईडब्ल्यूटी विभाग के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को दुर्घटना के संबंध में लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.
बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को फोन कर दुर्घटना, बचाव अभियान और बचाए गए लोगों की स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की थी.
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सरमा ने दुर्घटना पर चिंता व्यक्त की और माजुली व जोरहाट के जिला प्रशासन को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से बचाव अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया था. उन्होंने मंत्री बिमल बोरा को दुर्घटनास्थल पर जाने के लिए भी कहा था.