जम्मू : गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले जम्मू-कश्मीर के नेताओं पर पार्टी ने हमला बोला. कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई ने दावा किया कि केवल वही लोग पार्टी को छोड़ रहे हैं जो आठ साल से निष्क्रियता बरत रहे थे और उनका वही हाल होगा जो पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का हुआ. आजाद ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था और आरोप लगाया था कि पार्टी नेतृत्व आंतरिक चुनाव के नाम पर धोखा दे रहा है. उन्होंने राहुल गांधी पर 'अपरिपक्व और बचकाने' व्यवहार का आरोप भी लगाया था.
कांग्रेस ने उन पर पलटवार करते हुए पार्टी को धोखा देने का आरोप लगाया था और कहा था कि उनका 'डीएनए मोदी-मय' हो गया है. कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई ने कहा कि कांग्रेस का हर कार्यकर्ता, पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ खड़ा है, क्योंकि राहुल गांधी देश के एकमात्र नेता हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'फासीवादी शासन' के खिलाफ साहसपूर्वक खड़े हैं.
प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला (Working President JKPCC Raman Bhalla) ने यहां पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, 'हम आजाद के इस्तीफे को कांग्रेस की बढ़ती लोकप्रियता को नुकसान पहुंचाने के प्रयास के रूप में देखते हैं, खासकर जम्मू और कश्मीर में....राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता (फरवरी 2021 में) के लिए मोदी की भावपूर्ण विदाई हालिया घटनाक्रम का संकेत था.' उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी एकमात्र ऐसे जननेता हैं जो मोदी शासन के दौरान गरीबों के बारे में बात कर रहे हैं. वह इस मूक-बधिर सरकार को जगाने का प्रयास कर रहे हैं.' उल्लेखनीय है कि आजाद के कांग्रेस छोड़ने के बाद केंद्र शासित प्रदेश के कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इस अवसर पर मूल राम, योगेश साहनी, मनमोहन सिंह, हरि सिंह चिब, शाह नवाज चौधरी, उदय भानु चिब आदि उपस्थित थे.
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