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केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने योग दिवस पर सपा के विरोध पर दिया जवाब, जानिए अखिलेश यादव के लिए क्या बोले

केंद्रीय मंत्री डॉ एसपी सिंह बघेल मंगलवार को वाराणसी पहुंचे. इस दौरान ईटीवी भारत ने उनसे खास बातचीत की. उन्होंने समाजवादी पार्टी की तरफ से योग दिवस को तालीम दिवस के रूप में मनाने पर जमकर हमला बोला.

केंद्रीय मंत्री डॉ एसपी सिंह बघेल
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Published : Jun 21, 2023, 8:56 AM IST

Updated : Jun 21, 2023, 9:34 AM IST

केंद्रीय मंत्री डॉ एसपी सिंह बघेल से खास बातचीत

वाराणसी: केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के सीनियर लीडर डॉ एसपी सिंह बघेल मंगलवार को वाराणसी में थे. इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए उन्होंने समाजवादी पार्टी की तरफ से योग दिवस को तालीम दिवस के रूप में मनाया जाने पर अखिलेश यादव पर करारा प्रहार किया. उनका कहना है कि योग दिवस और योग की ताकत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर किसी को मनवाने पर मजबूर कर दिया है और बुधवार को प्रधानमंत्री अमेरिका में योग करेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति से लेकर हर कोई योग करेगा. व्हाइट हाउस में योग की ताकत दिखाई देगी तो समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव क्या चीज हैं. यह तभी तो उन लोगों के पैर की धूल भी नहीं हैं. वहीं, डॉक्टर बघेल ने 2024 में बन रहे महागठबंधन पर भी जवाब देते हुए कहा कि कुएं के मेंढक जितना भी कूद लें, वह समुद्र में नहीं तैर सकते हैं.

उन्होंने बताया कि योग दिवस पर वाराणसी में एक सामूहिक रूप से 5000 से ज्यादा लोग एक ही स्थान पर योग करेंगे. उन्होंने योग को लेकर समाजवादी पार्टी की तरफ से तालीम दिवस मनाए जाने पर कहा कि वह लोग ऐसा करके भारत के लोगों में जो स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता हो रही है, उसका मजाक उड़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री को धन्यवाद देना चाहते हैं कि संयुक्त राष्ट्र संघ में योग दिवस मनवा कर पूरा विश्व बुधवार को एक बड़ा संदेश देगा.

मई 2024 में महागठबंधन के बनने को लेकर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के संदर्भ में इस गठबंधन का कोई असर नहीं पड़ना है. चाणक्य ने बहुत साल पहले कहा था कि एक राजा लोकप्रिय होगा जैसे मोदी उनके खिलाफ दुश्मन के दुश्मन हमारे दोस्त के सिद्धांत पर दुर्लभ संध्या और दुर्लभ गठबंधन होंगे. ऐसा ही एक असफल गठबंधन बनाने का प्रयास हो रहा है. उन्होंने कहा की दिल्ली का रास्ता यूपी से जाता है. पिछली बार यूपी में खतरनाक गठबंधन हुआ था. जिसे समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन कहा गया. उन्होंने कहा कि वे स्वीकार करते हैं कि बहन जी के अंदर यूपी के हर लोकसभा में 100000 वोट ट्रांसफर करने की क्षमता है और अखिलेश के अंदर भी इतनी क्षमता है. वह दोनों एक थे और लोकदल भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में साथ में था. जयंत चौधरी के साथ आने से भी बड़ा डर सभी के अंदर था. लेकिन, उत्तर प्रदेश की पांच टॉप यादव और मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर समाजवादी पार्टी परिवार ने चुनाव लड़ा. अखिलेश यादव और नेताजी तो जीत गए. लेकिन, डिंपल यादव कन्नौज से हार गईं. मायावती का समर्थन लेकर भी अक्षय यादव फिरोजाबाद हारे और धर्मेंद्र यादव बदायूं हारे. समाजवादी पार्टी की 5 सीटों में से 3 सीटों को हार का सामना करना पड़ा. आजमगढ़ में उपचुनाव में उसमें जीत हासिल कर ली.

इस गठबंधन का कोई प्रभाव नहीं है. उन्होंने कहा कि वे एक राजनीतिक कार्यकर्ता हैं. उन्होंने कहा कि जो तेलंगाना वाले सीएम पीएम बनना चाहते हैं, उनको नहीं जानता. दक्षिण भारत के लोगों को तो पता होगा. लेकिन, वे या अन्य लोग नहीं जानते हैं. नीतीश कुमार का चुनाव चिह्न दक्षिण भारत के लोग नहीं जानते हैं. इस देश का प्रधानमंत्री बनने के लिए देश के लिए ईमानदार होना चाहिए. 12 सौ करोड़ का पुल बनाकर गंगा जी में नहीं गिराना चाहिए. नंबर दो शराब रोकना है. लेकिन, शराब बिहार में सबसे ज्यादा यूज हो रही है. प्रधानमंत्री 100 प्रतिशत ईमानदार होना चाहिए.

मोदी जी ने जो कल तक लुटियन जोन काली कोठरी कही जाती थी, उन्होंने प्रमाण पत्र दे दिया है कि 9 साल रह कर उन्होंने कोई काला दाग अब नहीं लगाया है, जो भी प्रधानमंत्री बने उसका विशाल ह्रदय होना चाहिए. वह सोवर होना चाहिए. इन मापदंडों में सिर्फ मोदी जी खरे उतरते हैं. अब गांव में चर्चा हो रही है. यूपी के किसान कह रहे हैं. आखिर योगी और मोदी ने ऐसा क्या कर दिया है. जनहित या देश विरोधी दलित विरोधी या पिछड़ा विरोधी कर दिया है, जो एक दूसरे को गाली देने वाले लोग गलतियां कर रहे हैं तो अगर आप लोग ऊपर एक हो रहे हैं तो हम लोग मतदान केंद्र पर एक होकर मोदी योगी को जिताएंगे. उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि सब का मन है गठबंधन में प्रधानमंत्री बनने का. उन्होंने कहा कि वे लेकिन अब तक कंफ्यूज हैं कि आखिर में कौन मुख्यमंत्री या कौन नेता प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं. मतलब कुएं के मेंढक हिंद महासागर में तैरना चाहते हैं.

यह भी पढ़ें: आउटसोर्सिंग स्वास्थ्य कमर्चारियों ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से की मुलाकात, स्थायी कराने की मांग की

केंद्रीय मंत्री डॉ एसपी सिंह बघेल से खास बातचीत

वाराणसी: केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के सीनियर लीडर डॉ एसपी सिंह बघेल मंगलवार को वाराणसी में थे. इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए उन्होंने समाजवादी पार्टी की तरफ से योग दिवस को तालीम दिवस के रूप में मनाया जाने पर अखिलेश यादव पर करारा प्रहार किया. उनका कहना है कि योग दिवस और योग की ताकत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर किसी को मनवाने पर मजबूर कर दिया है और बुधवार को प्रधानमंत्री अमेरिका में योग करेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति से लेकर हर कोई योग करेगा. व्हाइट हाउस में योग की ताकत दिखाई देगी तो समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव क्या चीज हैं. यह तभी तो उन लोगों के पैर की धूल भी नहीं हैं. वहीं, डॉक्टर बघेल ने 2024 में बन रहे महागठबंधन पर भी जवाब देते हुए कहा कि कुएं के मेंढक जितना भी कूद लें, वह समुद्र में नहीं तैर सकते हैं.

उन्होंने बताया कि योग दिवस पर वाराणसी में एक सामूहिक रूप से 5000 से ज्यादा लोग एक ही स्थान पर योग करेंगे. उन्होंने योग को लेकर समाजवादी पार्टी की तरफ से तालीम दिवस मनाए जाने पर कहा कि वह लोग ऐसा करके भारत के लोगों में जो स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता हो रही है, उसका मजाक उड़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री को धन्यवाद देना चाहते हैं कि संयुक्त राष्ट्र संघ में योग दिवस मनवा कर पूरा विश्व बुधवार को एक बड़ा संदेश देगा.

मई 2024 में महागठबंधन के बनने को लेकर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के संदर्भ में इस गठबंधन का कोई असर नहीं पड़ना है. चाणक्य ने बहुत साल पहले कहा था कि एक राजा लोकप्रिय होगा जैसे मोदी उनके खिलाफ दुश्मन के दुश्मन हमारे दोस्त के सिद्धांत पर दुर्लभ संध्या और दुर्लभ गठबंधन होंगे. ऐसा ही एक असफल गठबंधन बनाने का प्रयास हो रहा है. उन्होंने कहा की दिल्ली का रास्ता यूपी से जाता है. पिछली बार यूपी में खतरनाक गठबंधन हुआ था. जिसे समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन कहा गया. उन्होंने कहा कि वे स्वीकार करते हैं कि बहन जी के अंदर यूपी के हर लोकसभा में 100000 वोट ट्रांसफर करने की क्षमता है और अखिलेश के अंदर भी इतनी क्षमता है. वह दोनों एक थे और लोकदल भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में साथ में था. जयंत चौधरी के साथ आने से भी बड़ा डर सभी के अंदर था. लेकिन, उत्तर प्रदेश की पांच टॉप यादव और मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर समाजवादी पार्टी परिवार ने चुनाव लड़ा. अखिलेश यादव और नेताजी तो जीत गए. लेकिन, डिंपल यादव कन्नौज से हार गईं. मायावती का समर्थन लेकर भी अक्षय यादव फिरोजाबाद हारे और धर्मेंद्र यादव बदायूं हारे. समाजवादी पार्टी की 5 सीटों में से 3 सीटों को हार का सामना करना पड़ा. आजमगढ़ में उपचुनाव में उसमें जीत हासिल कर ली.

इस गठबंधन का कोई प्रभाव नहीं है. उन्होंने कहा कि वे एक राजनीतिक कार्यकर्ता हैं. उन्होंने कहा कि जो तेलंगाना वाले सीएम पीएम बनना चाहते हैं, उनको नहीं जानता. दक्षिण भारत के लोगों को तो पता होगा. लेकिन, वे या अन्य लोग नहीं जानते हैं. नीतीश कुमार का चुनाव चिह्न दक्षिण भारत के लोग नहीं जानते हैं. इस देश का प्रधानमंत्री बनने के लिए देश के लिए ईमानदार होना चाहिए. 12 सौ करोड़ का पुल बनाकर गंगा जी में नहीं गिराना चाहिए. नंबर दो शराब रोकना है. लेकिन, शराब बिहार में सबसे ज्यादा यूज हो रही है. प्रधानमंत्री 100 प्रतिशत ईमानदार होना चाहिए.

मोदी जी ने जो कल तक लुटियन जोन काली कोठरी कही जाती थी, उन्होंने प्रमाण पत्र दे दिया है कि 9 साल रह कर उन्होंने कोई काला दाग अब नहीं लगाया है, जो भी प्रधानमंत्री बने उसका विशाल ह्रदय होना चाहिए. वह सोवर होना चाहिए. इन मापदंडों में सिर्फ मोदी जी खरे उतरते हैं. अब गांव में चर्चा हो रही है. यूपी के किसान कह रहे हैं. आखिर योगी और मोदी ने ऐसा क्या कर दिया है. जनहित या देश विरोधी दलित विरोधी या पिछड़ा विरोधी कर दिया है, जो एक दूसरे को गाली देने वाले लोग गलतियां कर रहे हैं तो अगर आप लोग ऊपर एक हो रहे हैं तो हम लोग मतदान केंद्र पर एक होकर मोदी योगी को जिताएंगे. उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि सब का मन है गठबंधन में प्रधानमंत्री बनने का. उन्होंने कहा कि वे लेकिन अब तक कंफ्यूज हैं कि आखिर में कौन मुख्यमंत्री या कौन नेता प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं. मतलब कुएं के मेंढक हिंद महासागर में तैरना चाहते हैं.

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Last Updated : Jun 21, 2023, 9:34 AM IST
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