नई दिल्ली/नोएडाः नोएडा के सेक्टर 93ए में 28 अगस्त को सुपरटेक ट्विन टावर्स को ध्वस्त करने का बटन भारतीय मूल के चेतन दत्ता दबाएंगे. उन्होंने बताया कि यह एक मेगा विस्फोट होगा, जो एक सरल प्रक्रिया के तहत किया जाएगा. साथ ही चंद घंटों में सब कुछ सामान्य हो जाएगा क्योंकि वाटर केनन काफी मात्रा में लगाए जाएंगे और पानी की बौछार के साथ ध्वस्तीकरण होगा. इससे धूल को भी आसानी से काबू में किया जा सकेगा. इस दौरान मौके पर छह लोग मौजूद होंगे जिसमें तीन अफ्रीकी मूल के इंजीनियर, एक चेतन दत्ता, एक एडिफिस कंपनी से जुड़े अधिकारी और एक पुलिस अधिकारी शामिल हैं.
चेतन दत्ता ने ब्लास्ट की प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एक साथ ब्लास्ट करने से दोनों जुड़वां टावर नष्ट हो जाएंगे. उन्होंने बताया कि ब्लास्ट की प्रक्रिया काफी सरल है. हम लोग डायनेमो से करंट उत्पन्न करते हैं और फिर बटन दबाते हैं, जो 9 सेकंड के भीतर सभी शॉट ट्यूबों में डेटोनेटर को प्रज्वलित कर देगा. हम बिल्डिंग से लगभग 50-70 मीटर दूर होंगे. इससे कोई खतरा नहीं होगा और हमें पूरा यकीन है कि इमारत सही तरीके से ढह जाएगी. ध्वस्तीकरण क्षेत्र लोहे की जाली की चार परतों और दो परतों से ढका हुआ है. इसलिए कोई मलबा बाहर नहीं उड़ेगा, हालांकि इससे धूल हो सकती है. चेतन दत्ता ने बताया कि 28 अगस्त को दोपहर 2:30 बजे ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है.
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सुपरटेक के अवैध ट्विन टावर 28 अगस्त को दोपहर 2.30 बजे 9 सेकेंड में ध्वस्त होगा. इस तरह यह ध्वस्त होने वाले भारत के अब तक के सबसे ऊंचे ढांचे बन जाएंगे. कंपन को कम करने के लिए इम्पैक्ट कुशन डिजाइन किए गए हैं. यह कार्य 21 अगस्त को शुरू होना था, लेकिन अदालत ने नोएडा प्राधिकरण के अनुरोध को स्वीकार कर लिया और ध्वस्त करने की तारीख 28 अगस्त तक बढ़ा दी. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि यह नोएडा प्राधिकरण और सुपरटेक के बीच नापाक मिलीभगत का परिणाम था और आदेश दिया कि कंपनी नोएडा प्राधिकरण और केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान जैसे विशेषज्ञ निकाय की देखरेख में अपने खर्च पर विध्वंस करेगी.