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रूस से गायब हुआ भारतीय मर्चेंट नेवी कर्मचारी, बेबस मां-पत्नी ने मांगी पीएम मोदी से मदद

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 21, 2023, 7:09 AM IST

रूस से भारतीय मर्चेंट नेवी कर्मचारी अचानक गायब हो गया. कर्मचारी की बेबस मां-पत्नी ने पीएम मोदी से मदद की गुहार लगाई है.

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परिजनों ने दी यह जानकारी.

प्रयागराजः संगम नगरी प्रयागराज के रहने वाला मर्चेंट नेवी कर्मी विक्रम पटेल शिप से रूस गए थे जहां से वह गायब हो गए. अब लापता विक्रम पटेल का पता लगाने के उसकी पत्नी और बेबस मां ने पीएम मोदी से गुहार लगाई है. लापता विक्रम के गम में उनके परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है. प्रयागराज के डीएम से लेकर विदेश मंत्रालय तक से इस परिवार ने गुहार लगाई है लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हुई है.हालांकि अब प्रयागराज के कीडगंज थाने की पुलिस ने पीड़ित परिवार से जानकारी मांगी है और पुलिस जांच पड़ताल कर आगे की कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी.


प्रयागराज के कीडगंज थाना क्षेत्र के मधवापुर इलाके में रहने वाले विक्रम पटेल मर्चेंट नेवी में काम करते थे.विक्रम पटेल कई सालों से प्राइवेट कंपनी के जरिये मर्चेंट नेवी में बतौर शिपमैन काम करते थे. पत्नी किरनलता के मुताबिक 7 अगस्त की देर रात विक्रम की उनसे बात हुई थी. उस वक्त वह रशिया पोर्ट पर थे. किरन के मोबाइल पर अगस्त की भोर में पति की मिस्ड कॉल दिखी जिसके बाद उन्होंने फोन किया लेकिन विक्रम से उनका संपर्क नहीं हुआ. तब से उनका कहीं भी पता नहीं लग रहा है.


पत्नी के मुताबिक, 8 अगस्त की उस मिस्डकॉल के बाद से परिवार वालों का विक्रम से कोई संपर्क नहीं हुआ. 11 अगस्त को शिप कंपनी की तरफ से कॉल करके परिवार वालों को बताया गया कि विक्रम पटेल लापता हैं.हालांकि विक्रम की पत्नी का आरोप है कि उनके पति एकदम स्वस्थ थे, मेडिकल के बाद उनको शिप कंपनी की तरफ से टूर पर भेजा गया था. पति के लापता होने के बाद शिप कंपनी से उनके बीमार होने की जानकारी मांगी गयी और घरवालों से कोई पुराना दवा इलाज का पर्चा भी मंगवाया गया था. हालांकि विक्रम के लापता होने के महीने भर से ज्यादा का समय बीतने के बावजूद कोई जानकारी न मिलने पर परिवार वालों ने विदेश मंत्रालय से भी शिकायत की लेकिन कहीं से कोई राहत भरी खबर नहीं मिली है.

पत्नी कुसुम लता के अनुसार उनके पति चंडीगढ़ की ओसियन वन शिप मैनेजमेंट साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में सक्षम नाविक के रूप में तैनात थे. जनवरी में विक्रम मुम्बई स्थित कंपनी दफ्तर पहुंचा. फरवरी में उनका मेडिकल टेस्ट हुआ जिसमें पास होने के बाद कंपनी ने फ्लाइट से मुम्बई से पनामा भेजा. जहां से शिप लेकर वो टर्की जाने के लिए निकले थे. बीती 7 अगस्त को विक्रम की शिप रूस के एक पोर्ट पर पहुंची थी. वहां पर शिप 31 घण्टे से ज्यादा समय तक रुकी हुई थी. उसी दौरान 7 अगस्त को विक्रम ने कॉल करके अपने परिजनों से बात भी की थी. इसके बाद देर एक बजे के बाद विक्रम ने पत्नी कुसुमलता के मोबाइल पर कॉल किया था लेकिन तबियत ठीक न होने की वजह से वह फोन की आवाज न सुन सकी और कॉल नहीं उठायी थी. इसके बाद 8 अगस्त की सुबह जब कुसुमलता ने पति की मिस्डकॉल देखी तो कॉल किया लेकिन विक्रम से संपर्क नहीं हो सका.

पत्नी कुसुमलता के मुताबिक इसके बाद परिवार वालों ने कंपनी के लोगों की संपर्क करना शुरू किया. 11 अगस्त को कंपनी के मैनेजर ने कॉल करके किरनलता से विक्रम की बीमारी के बारे में जानकारी हासिल की. पुरानी बीमारियों के बारे जानकारी ली और पुरानी दवा की पर्ची मांगी. इसी के साथ उन्हें बताया गया कि विक्रम 10 अगस्त से लापता हैं उनका कुछ पता नहीं चल सका है. कुसुमलता ने बताया कि उन्हें यकीन है कि उनके पति रूस के पोर्ट से ही गायब हुए हैं जबकि कंपनी के लोगों का कहना है कि वो रूस से चलते समय शिप पर थे और डेनमार्क पहुंचने से पहले बीच में कहीं गायब हुए हैं. बहरहाल ये परिवार कंपनी वालों की बातों पर यकीन नहीं कर रहे हैं और सरकार से जांच कर विक्रम की सकुशल वापसी की मांग कर रहे हैं.

पुलिस प्रशासन और सरकार से गुहार
विक्रम के परिवार में उनकी बुजुर्ग मां, बहन और मासूम बेटी हैं जिनका पिछले एक माह का समय सिर्फ रोने में ही बीतता है.विक्रम की पत्नी कुसुमलता और बहन मनीषा ने विदेश मंत्रालय में भी लिखित शिकायत भेजी है लेकिन वहां से कोई जवाब नही मिला है.इसी के साथ इस परिवार ने डीएम,सांसद और थाने में शिकायत की है जहां से मदद का भरोसा दिया गया है लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है. वहीं, कीडगंज थाने की पुलिस ने बुधवार को परिवार वालों संपर्क कर विक्रम से जुड़ी जानकरियां हासिल की है.अभी पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज नहीं किया है लेकिन जांच कर कानूनी मदद करने का भरोसा दिया है.


बुजुर्ग मां ने पीएम मोदी से लगाई गुहार
विक्रम पटेल की बुजुर्ग मां कमला पटेल बेटे का नाम सुनते ही फफक फफक कर रोने लगती है.माह भर से बेटे के लापता होने का गम झेल रही मां की आंखों के आंसू भी अब सूखने लगे हैं लेकिन कहीं से भी उनके बेटे का कुशलक्षेम सुनने को नहीं मिला है.जवान बेटे के गायब होने की जानकारी मिलने के बाद से मां का कलेजा फटा जा रहा है.अब इस मां ने मीडिया के जरिये देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगायी है कि वो रूस से लापता हुए उनके बेटे का पता लगाने में मदद करें और जल्द उनके बेटे की सकुशल घर वापसी करवाएं जिससे इनका बुढापा सुकून से बीत सके.

ये भी पढ़ेंः माफिया अतीक अहमद के वफादार कुत्तों को मिला नया ठिकाना, दो लोगों ने शुल्क जमा कर लिया गोद

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परिजनों ने दी यह जानकारी.

प्रयागराजः संगम नगरी प्रयागराज के रहने वाला मर्चेंट नेवी कर्मी विक्रम पटेल शिप से रूस गए थे जहां से वह गायब हो गए. अब लापता विक्रम पटेल का पता लगाने के उसकी पत्नी और बेबस मां ने पीएम मोदी से गुहार लगाई है. लापता विक्रम के गम में उनके परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है. प्रयागराज के डीएम से लेकर विदेश मंत्रालय तक से इस परिवार ने गुहार लगाई है लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हुई है.हालांकि अब प्रयागराज के कीडगंज थाने की पुलिस ने पीड़ित परिवार से जानकारी मांगी है और पुलिस जांच पड़ताल कर आगे की कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी.


प्रयागराज के कीडगंज थाना क्षेत्र के मधवापुर इलाके में रहने वाले विक्रम पटेल मर्चेंट नेवी में काम करते थे.विक्रम पटेल कई सालों से प्राइवेट कंपनी के जरिये मर्चेंट नेवी में बतौर शिपमैन काम करते थे. पत्नी किरनलता के मुताबिक 7 अगस्त की देर रात विक्रम की उनसे बात हुई थी. उस वक्त वह रशिया पोर्ट पर थे. किरन के मोबाइल पर अगस्त की भोर में पति की मिस्ड कॉल दिखी जिसके बाद उन्होंने फोन किया लेकिन विक्रम से उनका संपर्क नहीं हुआ. तब से उनका कहीं भी पता नहीं लग रहा है.


पत्नी के मुताबिक, 8 अगस्त की उस मिस्डकॉल के बाद से परिवार वालों का विक्रम से कोई संपर्क नहीं हुआ. 11 अगस्त को शिप कंपनी की तरफ से कॉल करके परिवार वालों को बताया गया कि विक्रम पटेल लापता हैं.हालांकि विक्रम की पत्नी का आरोप है कि उनके पति एकदम स्वस्थ थे, मेडिकल के बाद उनको शिप कंपनी की तरफ से टूर पर भेजा गया था. पति के लापता होने के बाद शिप कंपनी से उनके बीमार होने की जानकारी मांगी गयी और घरवालों से कोई पुराना दवा इलाज का पर्चा भी मंगवाया गया था. हालांकि विक्रम के लापता होने के महीने भर से ज्यादा का समय बीतने के बावजूद कोई जानकारी न मिलने पर परिवार वालों ने विदेश मंत्रालय से भी शिकायत की लेकिन कहीं से कोई राहत भरी खबर नहीं मिली है.

पत्नी कुसुम लता के अनुसार उनके पति चंडीगढ़ की ओसियन वन शिप मैनेजमेंट साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में सक्षम नाविक के रूप में तैनात थे. जनवरी में विक्रम मुम्बई स्थित कंपनी दफ्तर पहुंचा. फरवरी में उनका मेडिकल टेस्ट हुआ जिसमें पास होने के बाद कंपनी ने फ्लाइट से मुम्बई से पनामा भेजा. जहां से शिप लेकर वो टर्की जाने के लिए निकले थे. बीती 7 अगस्त को विक्रम की शिप रूस के एक पोर्ट पर पहुंची थी. वहां पर शिप 31 घण्टे से ज्यादा समय तक रुकी हुई थी. उसी दौरान 7 अगस्त को विक्रम ने कॉल करके अपने परिजनों से बात भी की थी. इसके बाद देर एक बजे के बाद विक्रम ने पत्नी कुसुमलता के मोबाइल पर कॉल किया था लेकिन तबियत ठीक न होने की वजह से वह फोन की आवाज न सुन सकी और कॉल नहीं उठायी थी. इसके बाद 8 अगस्त की सुबह जब कुसुमलता ने पति की मिस्डकॉल देखी तो कॉल किया लेकिन विक्रम से संपर्क नहीं हो सका.

पत्नी कुसुमलता के मुताबिक इसके बाद परिवार वालों ने कंपनी के लोगों की संपर्क करना शुरू किया. 11 अगस्त को कंपनी के मैनेजर ने कॉल करके किरनलता से विक्रम की बीमारी के बारे में जानकारी हासिल की. पुरानी बीमारियों के बारे जानकारी ली और पुरानी दवा की पर्ची मांगी. इसी के साथ उन्हें बताया गया कि विक्रम 10 अगस्त से लापता हैं उनका कुछ पता नहीं चल सका है. कुसुमलता ने बताया कि उन्हें यकीन है कि उनके पति रूस के पोर्ट से ही गायब हुए हैं जबकि कंपनी के लोगों का कहना है कि वो रूस से चलते समय शिप पर थे और डेनमार्क पहुंचने से पहले बीच में कहीं गायब हुए हैं. बहरहाल ये परिवार कंपनी वालों की बातों पर यकीन नहीं कर रहे हैं और सरकार से जांच कर विक्रम की सकुशल वापसी की मांग कर रहे हैं.

पुलिस प्रशासन और सरकार से गुहार
विक्रम के परिवार में उनकी बुजुर्ग मां, बहन और मासूम बेटी हैं जिनका पिछले एक माह का समय सिर्फ रोने में ही बीतता है.विक्रम की पत्नी कुसुमलता और बहन मनीषा ने विदेश मंत्रालय में भी लिखित शिकायत भेजी है लेकिन वहां से कोई जवाब नही मिला है.इसी के साथ इस परिवार ने डीएम,सांसद और थाने में शिकायत की है जहां से मदद का भरोसा दिया गया है लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है. वहीं, कीडगंज थाने की पुलिस ने बुधवार को परिवार वालों संपर्क कर विक्रम से जुड़ी जानकरियां हासिल की है.अभी पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज नहीं किया है लेकिन जांच कर कानूनी मदद करने का भरोसा दिया है.


बुजुर्ग मां ने पीएम मोदी से लगाई गुहार
विक्रम पटेल की बुजुर्ग मां कमला पटेल बेटे का नाम सुनते ही फफक फफक कर रोने लगती है.माह भर से बेटे के लापता होने का गम झेल रही मां की आंखों के आंसू भी अब सूखने लगे हैं लेकिन कहीं से भी उनके बेटे का कुशलक्षेम सुनने को नहीं मिला है.जवान बेटे के गायब होने की जानकारी मिलने के बाद से मां का कलेजा फटा जा रहा है.अब इस मां ने मीडिया के जरिये देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगायी है कि वो रूस से लापता हुए उनके बेटे का पता लगाने में मदद करें और जल्द उनके बेटे की सकुशल घर वापसी करवाएं जिससे इनका बुढापा सुकून से बीत सके.

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