मेरठ : जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर और गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती सोमवार को मेरठ में थे. वे हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही से मिलने मानसरोवर पार्क स्थित उनके आवास पर पहुंचे थे. यति से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. जानिए क्या कहा...
अन्याय कर रहे हैं अधिकारी, ताकि योगी बदनाम हो जाएं
महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही के खिलाफ मेरठ प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जताई. कहा कि पुलिस ने लोगों की आवाज उठाने पर सचिन सिरोही के खिलाफ कार्रवाई की है. वह पूरी तरह सचिन के साथ हैं. अधिकारियों पर आरोप लगाया कि सचिन के साथ ज्यादती कर रहे हैं. कहा कि अधिकारी हर हिंदूवादी नेता के साथ अन्याय कर रहे हैं. वे हर हिंदूवादी को कुचल देना चाहते हैं. ऐसा अधिकारी इसलिए कर रहे हैं ताकि सीएम योगी बदनाम हो जाएं और उनका राजनैतिक करियर यहीं समाप्त हो जाए. बता दें कि सचिन पर पूर्व में सात मुकदमे दर्ज किए गए थे. न्हें जिलाबदर करने और गुंडा एक्ट की कार्रवाई को लेकर नोटिस भी जारी किया जा चुका है. जिसमें सचिन ने वकील के माध्यम से अतिरिक्त समय की मांग की है. इस मामले में अब निर्णय 16 नवंबर को होना है.
समाज के हितों के लिए लड़ता रहूंगा, यही मेरा काम
एक सवाल के जवाब में यति नरसिंहानंद ने कहा-मैं एक साधु हूं और भीख मांगकर खाना मेरा पेशा है. मैं हमेशा सत्य बोलता हूं. मेरी बातों को आजमा कर देखिए मैं कभी कुछ भी झूठ नहीं बोलता हूं. एक संन्यासी का स्वाभिमान भिखारी के रूप में सुरक्षित होता है. कहा कि उन्हें किसी अधिकारी और नेता से कुछ नहीं लेना है. मां और महादेव के बाद समाज के लिए हैं और उसके हितों के लिए लड़ना ही उनका काम है. और वे लड़ते रहेंगे. कहा कि जब तक मेरी मां और महादेव नहीं चाहेंगे, कोई मौत दे नहीं सकता. इनाम घोषित करने वाले मूर्ख हैं.
हमास की विचारधारा के लोग समाज के लिए कैंसर
यह पूछने पर कि वर्तमान में देश की क्या समस्या है, यति ने कहा कि समाज की समस्या कैंसर है. वे लोग जो हमास की विचारधारा के समर्थक हैं, समाज के लिए कैंसर हैं. बाकि समस्याएं इसके बाद हैं. जमीयत उलेमा हिंद के अध्यक्ष अरशद मदनी द्वारा हमास को स्वतंत्रता सेनानी बताने पर यति ने कहा कि मदनी दुनिया के सबसे बड़े जेहादी हैं. कहा कि दारुल उलूम में वही शिक्षा दी जाती है जो हमास वालों को दी जाती है. वही शिक्षा दी जाती है, जो तालिबान और दुनिया के जिहादियों को दी जाती है. इजराइल और हमास के बीच युद्ध पर कहा कि हम इजराइल के साथ हैं. इजराइल अगर इस लड़ाई को हारा तो मानवता हारेगी. जरूरत पड़ी तो इजराइल जाकर समर्थन में साथ लड़ेंगे, चाहे मारे जाएं.
रामंदिर का निर्माण सौ करोड़ सनातनियों का सौभाग्य
यति नरसिंहानंद ने कहा कि अयोध्या में राममंदिर का निर्माण सौ करोड़ सनातनियों का सौभाग्य है. राम सबके हैं, राम का मंदिर बनना बहुत अच्छी बात है. भड़काऊ भाषण देने के सवाल पर कहा कि वे सदैव सत्य बोलते हैं. तर्क के आधार पर कोई उनकी बात को गलत सिद्ध करे. कहा कि दुनिया में जो लोग भी सत्य को भड़काऊ कह रहे हैं, उन्हें मानसिक उपचार की जरूरत है.
यति ने कहा- जिहादियों से ज्यादा पुलिस के रडार पर
यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि हम जितने इस्लामिक जिहादियों के रडार पर हैं, उससे ज्यादा पुलिस के रडार पर हैं. जबकि किसी पुलिस अधिकारी से दुश्मनी नहीं है. वे कानून तोडना पसंद नहीं करते और पुलिस के लिए कोई प्रॉब्लम भी क्रिएट नहीं करते. जितनी भी मांग करते हैं कानून के दायरे में रहकर करते हैं. कुछ अफसर अच्छा काम कर रहे हैं, जबकि अधिकतर ऐसे हैं जो बहुत ही बुरा काम कर रहे हैं. उनकी जांच होनी चाहिए और सजा भी मिलनी चाहिए. जो धर्म के लिए लड़ते हैं उनकी रक्षा मां और महादेव करते हैं.
पीएम के तौर पर देखना चाहते हैं सीएम योगी आदित्यनाथ को
उन्होंने धर्म विशेष का जिक्र करते हुए कहा कि जो उनकी किताबों से पढ़ा और सीखा, उसी के आधार पर दुनिया को बताते हैं. एक भी बात अगर तथ्यात्मक रूप से गलत हो तो उन्हें फांसी दे दी जाए, वे विरोध भी नहीं करेंगे. 2024 के चुनाव को लेकर यति ने कहा कि वह देश के प्रधानमंत्री के रूप में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देखना चाहते हैं.
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