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कमरे में अंगीठी जलाकर सो गई महिला, दम घुटने से दो बच्चों की मौत, मां भी मिली अचेत

गोरखपुर में कमरे में अंगीठी जलाकर सोने से बड़ा हादसा (brazier accident two children died) हो गया. दो बच्चों की जान चली गई, जबकि मां भी अचेत मिली. महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 18, 2024, 9:25 AM IST

गोरखपुर : कड़ाके की ठंड से बचाव का उपाय दो मासूमों की जिंदगी के लिए काल बन गया. गगहा थाना क्षेत्र के चकमाली उर्फ बिठुआ गांव में मां अंगीठी जलाकर बच्चों के साथ सो गई. दम घुटने से दोनों बच्चों की मौत हो गई, जबकि मां भी अचेत अवस्था में मिली. घर का दरवाजा न खुलने पर पड़ोसियों को अनहोनी की आशंका हुई. दरवाजा तोड़कर वे घर में घुसे तो हैरान रह गए. महिला को बड़हलगंज कस्बे के अस्पताल में भर्ती कराया गया. जबकि दोनों बच्चे कमरे में मृत मिले. डॉक्टर ने दम घुटने से मौत होने की बात कही है.

दरवाजा न खुलने पर पड़ोसियों को हुआ शक : एसपी दक्षिणी जितेंद्र कुमार ने बताया कि गगहा थाना क्षेत्र के चकमाली उर्फ बिठुआ गांव में राधिका अपने दो बच्चों 5 वर्षीय अंश और 3 वर्षीय आंशिका के साथ रहती है. पति दिलीप निषाद दुबई में रहता है. मंगलवार की रात कड़ाके की ठंड से बच्चों को बचाने के लिए राधिका कमरे में अंगीठी जलाकर सो गई. बुधवार की सुबह काफी देर तक उसके घर का दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसियों को अनहोनी की आशंका होने लगी. घर पहुंचकर आवाज दी तो कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तो दोनों बच्चे मृत मिले, जबकि राधिका बेहोश पड़ी थी. सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. महिला को बड़हलगंज के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.

जानकारी मिलने से दुबई से घर पहुंचा पति : पिता दिलीप निषाद भी बुधवार की देर रात दुबई से घर पहुंच गया. अस्पताल में भर्ती बच्चों की मां को जब इसकी सूचना दी गई तो वह बेसुध हो गई. दिलीप के दो और भाई हैं. वे गांव में ही कुछ ही दूरी पर रहते हैं. सभी अपना अलग-अलग मकान बना रखे हैं. बच्चों का आज गुरुवार को अंतिम संस्कार होगा. वहीं राधिका की तबीयत में फिलहाल सुधार हो रहा है. बड़हलगंज थाना क्षेत्र में ऐसी ही घटना वर्ष 2021 में भी हुई थी. मझवलिया गांव में दिसंबर 2021 में तीन बहनें प्रतिमा, अंतिमा और निधि कमरे में कोयले की अंगीठी जलाकर सो गई थीं. अगले दिन सुबह इसमें दो बहनों की मृत्यु हो गई थी. जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. राजेश सिंह ने सलाह दी है कि कमरे में अंगीठी या हीटर जलाकर न सोएं. यह जानलेवा हो सकता है. इससे कमरे का ऑक्सीजन खत्म हो जाता है. अंगीठी में कोयला या लकड़ी जलाने से कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है. एसपी दक्षिणी जितेंद्र कुमार ने बताया कि कमरे में जलती हुई अंगीठी पाई गई है.

यह भी पढ़ें : राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा तीसरा दिन LIVE : आज गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे रामलला, दोपहर 1.20 बजे शुरू होगा कार्यक्रम

गोरखपुर : कड़ाके की ठंड से बचाव का उपाय दो मासूमों की जिंदगी के लिए काल बन गया. गगहा थाना क्षेत्र के चकमाली उर्फ बिठुआ गांव में मां अंगीठी जलाकर बच्चों के साथ सो गई. दम घुटने से दोनों बच्चों की मौत हो गई, जबकि मां भी अचेत अवस्था में मिली. घर का दरवाजा न खुलने पर पड़ोसियों को अनहोनी की आशंका हुई. दरवाजा तोड़कर वे घर में घुसे तो हैरान रह गए. महिला को बड़हलगंज कस्बे के अस्पताल में भर्ती कराया गया. जबकि दोनों बच्चे कमरे में मृत मिले. डॉक्टर ने दम घुटने से मौत होने की बात कही है.

दरवाजा न खुलने पर पड़ोसियों को हुआ शक : एसपी दक्षिणी जितेंद्र कुमार ने बताया कि गगहा थाना क्षेत्र के चकमाली उर्फ बिठुआ गांव में राधिका अपने दो बच्चों 5 वर्षीय अंश और 3 वर्षीय आंशिका के साथ रहती है. पति दिलीप निषाद दुबई में रहता है. मंगलवार की रात कड़ाके की ठंड से बच्चों को बचाने के लिए राधिका कमरे में अंगीठी जलाकर सो गई. बुधवार की सुबह काफी देर तक उसके घर का दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसियों को अनहोनी की आशंका होने लगी. घर पहुंचकर आवाज दी तो कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तो दोनों बच्चे मृत मिले, जबकि राधिका बेहोश पड़ी थी. सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. महिला को बड़हलगंज के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.

जानकारी मिलने से दुबई से घर पहुंचा पति : पिता दिलीप निषाद भी बुधवार की देर रात दुबई से घर पहुंच गया. अस्पताल में भर्ती बच्चों की मां को जब इसकी सूचना दी गई तो वह बेसुध हो गई. दिलीप के दो और भाई हैं. वे गांव में ही कुछ ही दूरी पर रहते हैं. सभी अपना अलग-अलग मकान बना रखे हैं. बच्चों का आज गुरुवार को अंतिम संस्कार होगा. वहीं राधिका की तबीयत में फिलहाल सुधार हो रहा है. बड़हलगंज थाना क्षेत्र में ऐसी ही घटना वर्ष 2021 में भी हुई थी. मझवलिया गांव में दिसंबर 2021 में तीन बहनें प्रतिमा, अंतिमा और निधि कमरे में कोयले की अंगीठी जलाकर सो गई थीं. अगले दिन सुबह इसमें दो बहनों की मृत्यु हो गई थी. जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. राजेश सिंह ने सलाह दी है कि कमरे में अंगीठी या हीटर जलाकर न सोएं. यह जानलेवा हो सकता है. इससे कमरे का ऑक्सीजन खत्म हो जाता है. अंगीठी में कोयला या लकड़ी जलाने से कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है. एसपी दक्षिणी जितेंद्र कुमार ने बताया कि कमरे में जलती हुई अंगीठी पाई गई है.

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