नई दिल्ली : 2011 बैच के यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह ऐक्टिंग और मॉडलिंग के क्षेत्र में भी अब जाना-माना नाम बन चुके हैं. हाल में रैपर बादशाह के साथ आया उनका म्यूज़िक एल्बम इंटरनेट पर धूम मचा रहा है. लगातार तीसरा म्यूज़िक वीडियो जिसमें अभिषेक सिंह की अदाकारी हिट हुई है और इसे वह अपनी हैट्रिक मानते हैं.
अभिषेक सिंह बताते हैं कि ऐक्टिंग और मॉडलिंग का शौक स्कूल के दिनों से ही रहा है लेकिन प्रोफ़ेशनल ऐक्टिंग की शुरुआत बतौर आईएएस अधिकारी कार्यरत रहते हुए इत्तेफाक से ही हुई. सबसे पहले क्राइम शो और उसके बाद तीन म्यूज़िक वीडियोज़. अभिषेक बताते हैं कि उन्होंने हाल में ही एक फिल्म भी साइन की है जिस पर मार्च से काम शुरू हो जाएगा.
'पहले शिक्षा पूरी करें फिर पैशन को फॉलो करें'
बहरहाल अभिषेक सिंह अपनी किताब पर भी काम कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब ग्लैमर के क्षेत्र में आने से आपको प्रसिद्धि मिलती है तो लोग आपसे प्रेरित होने लगते हैं और जो प्रेरणा लेते हैं उनसे वह यही कहते हैं कि पहले अपनी शिक्षा को पूरा करें उसके बाद ही अपने पैशन को फॉलो करें. व्यस्त रहने के बावजूद वह किस तरह अपनी सभी जिम्मेदारियों के लिए समय निकाल पाते हैं यह सवाल अक्सर लोग उनसे पूछ ही लेते हैं. जवाब में अभिषेक बताते हैं कि सबसे पहले जीवन में अपनी प्राथमिकताओं को तय कर उन पर काम करना पड़ता है. प्रशासनिक सेवा में आने से पहले अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाता है जिसमें टाइम मैनेजमेंट उनकी ट्रेनिंग का एक प्रमुख हिस्सा होता है. देश के युवाओं को संदेश देते हुए अभिषेक सिंह कहते हैं कि वह सबसे पहले सोच समझ कर अपना लक्ष्य तय करें और जब एक बार यह तय हो जाए कि जीवन में उन्हें क्या करने से खुशी मिलती है उसके बाद वह उसी पथ पर आगे बढ़ते रहे और प्रयास करते रहें.
'ड्राइव थ्रू' वैक्सीनेशन की हुई थी तारीफ
समाजसेवा के क्षेत्र में अपने कार्यों की चर्चा करते हुए अभिषेक सिंह ने बताया कि देश में जब कोरोना संकट था तब उन्होंने आईआईटी और आईआईएम के छात्रों के साथ मिलकर सिग्मा नाम की संस्था का गठन किया. उस समय कोरोना वैक्सीन बनाई जा चुकी थी और टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू भी हो रही थी लेकिन देखा यह जा रहा था कि जगह-जगह वैक्सीन की कमी हो रही है.
वहीं प्राइवेट अस्पतालों के पास वैक्सीन की उपलब्धता थी लेकिन उन्हें पर्याप्त जगह नहीं मिल पा रही थे कि वह जगह-जगह सुविधा उपलब्ध करवा सकें. ऐसे में सिग्मा की पहल से ही 'ड्राइव थ्रू' वैक्सीनेशन की शुरुआत दिल्ली में की गई. लोग अपनी गाड़ी में बैठे-बैठे ही वैक्सीन ले पा रहे थे और जब यह सफल हुआ तो लोगों ने इसकी सराहना की.
बतौर अधिकारी अभिषेक सिंह का मानना है कि सरकार में रहते हुए जब आप लोगों को मंच या विकल्प देते हैं तो वह स्वयं आगे आते हैं और सरकार की मदद करते हैं इसलिए उच्च अधिकारी के तौर पर उनकी यह सोच रहती है कि किसी भी कार्य में लोगों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए. सरकार सभी के लिए होती है तो जितना ज्यादा इसमें लोगों की सहभागिता होगी उतनी ज्यादा बेहतर तरीके से योजनाओं का क्रियान्वयन होगा.
'सफलता के लिए फिट रहना सबसे जरूरी'
प्रशासनिक अधिकारी, एक्टर-मॉडल और समाजसेवी के अलावा अभिषेक सिंह लिखने का काम भी करते हैं. अपनी आने वाली किताब 'Entrepreneurs Are the New Age God' के बारे में बात करते हुए वह बताते हैं कि दुनिया को बनाने और चलाने में Entrepreneurs की एक अहम भूमिका रही है. भारत जनसंख्या के अनुसार विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश है और आज यदि हम अपने देश को विश्वशक्ति बनाना चाहते हैं तो यह बहुत जरूरी है कि देश के सभी नागरिक सही दिशा में काम करें.
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सफलता के लिए फिट रहना सबसे जरूरी है और अभिषेक सिंह भी यही मानते हैं. उनका कहना है कि व्यक्ति का असली आवास उसका शरीर ही होता है और इसलिए हमें इसका सबसे ज्यादा खयाल रखना चाहिए. खुद को सेहतमंद रखने के लिये छोटी-छोटी बातें भी बहुत महत्वपूर्ण होती हैं.