श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और सांसद डॉ. फारूक अब्दुल्ला (Dr Farooq Abdullah) ने कहा कि शेख मोहम्मद अब्दुल्ला (Sheikh Muhammad Abdullah) और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (former PM Jawaharlal Nehru) के बलिदान और निस्वार्थ सेवाओं को कभी नहीं भुलाया जा सकता. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग गुलाम नहीं हैं बल्कि जम्मू-कश्मीर देश का ताज है और हमेशा ताज रहेगा.
डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने श्रीनगर में एक कार्यक्रम के इतर मीडिया प्रतिनिधियों से बात करते हुए ये बातें कहीं.फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जो लोग शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की आलोचना करते हैं और निरर्थक बयान देते हैं, उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि राष्ट्र के प्रति उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. यह शेख अब्दुल्ला थे जिन्होंने लोगों को उनका स्थान और सम्मान दिया.
उन्होंने कहा कि आज दुनिया में ऐसी कोई जगह नहीं है जहां कश्मीरी अपनी काबिलियत नहीं दिखा रहे हों और ऊंचे पदों पर ना आसीन हों और इतना ही नहीं, बल्कि सिर उठाकर बात करते हैं. आज यह सब ऐसे नहीं देखा जाता, इसके पीछे कड़ी मेहनत और कुर्बानी है. डॉ. अब्दुल्ला ने कहा कि शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की बहुमूल्य सेवाओं और बलिदानों को कोई भी नहीं भूल सकता और इतिहास उन्हें भूलने नहीं देगा.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इतिहास को बदला नहीं जा सकता और इतिहास गवाह है कि आज देश जवाहरलाल नेहरू की बदौलत विकसित हुआ है, जो 17 साल तक देश के प्रधानमंत्री रहे. एक समय भारत में सुई का भी आयात करना पड़ता था. यह जवाहरलाल नेहरू ही थे जिन्होंने देश में औद्योगिक क्रांति लाई और भारत को परमाणु शक्ति बनाया. उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू की आलोचना करने वालों को इतिहास पढ़ने की जरूरत है.
ये भी पढ़ें - जम्मू, कश्मीर के मुद्दे अलग-अलग हैं : अब्दुल्ल्ला