चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस ने बुधवार को दावा किया कि उसने तरनतारन में संभावित आतंकवादी हमले को विफल कर दिया. पुलिस ने रणजीत सिंह नाम के एक कट्टरपंथी (highly radicalised operative) को गिरफ्तार किया है.
रणजीत सिंह का विदेश में बैठे आतंक के सरगनाओं के साथ संपर्क भी बताया गया है. पुलिस महानिदेशक इकबाल प्रीत सिंह सहोता ने यहां बताया कि पुलिस ने उसके पास से दो चीन निर्मित पी-86 हैंड ग्रेनेड, कारतूस के साथ दो पिस्तौल और इसके अलावा एक काले रंग की रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल बरामद की है.
उन्होंने कहा कि अमृतसर क्षेत्र में रणजीत सिंह की मौजूदगी के बारे में खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए, संदिग्ध को पकड़ने के लिए विशेष टीमों को भेजा गया था जिनकी पकड़ में रणजीत सिंह आ गया.
यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब पंजाब में अन्य हथियारों के साथ-साथ हथगोले और टिफिन बमों की भारी आमद देखी जा रही है. हाल ही में राज्य में पठानकोट के छावनी क्षेत्र सहित कुछ ग्रेनेड विस्फोट भी हुए हैं. इसके अलावा जीरा क्षेत्र से एक गैर-विस्फोटित हथगोला भी बरामद किया गया है.
डीजीपी ने ये खुलासा किया
डीजीपी ने कहा कि जांच के दौरान रणजीत सिंह ने खुलासा किया कि उसने सामाजिक कार्यों के बहाने धन इकट्ठा करने के लिए 'कौम दे राखे' नाम का एक समूह बनाया था और इस समूह के माध्यम से, वह यूके में स्थित विभिन्न कट्टरपंथी और आतंकवादी तत्वों के संपर्क में आया था. उसने इसके लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया.
उन्होंने कहा कि हाल ही में रणजीत सिंह को हथियारों और विस्फोटकों की एक खेप मिली थी और वह सीमावर्ती राज्य में भय और अराजकता का माहौल बनाने के लिए एक आतंकी हमले को अंजाम देने की योजना बना रहा था.
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डीजीपी ने कहा कि रणजीत सिंह उस समूह का हिस्सा है, जिसने 15 जनवरी, 2020 को अमृतसर में स्वर्ण मंदिर (दरबार साहिब) की ओर जाने वाली हेरिटेज स्ट्रीट पर स्थापित लोक नर्तकियों की मूर्तियों को तोड़ दिया था. उन्होंने कहा कि प्रतिमा तोड़फोड़ मामले में गिरफ्तार किए जाने के बाद वह फिलहाल जमानत पर है.
(आईएएनएस)