एटा: यूपी में स्वास्थ्य सेवाएं अभी भी पूरी तरह से दुरुस्त नहीं हो पाई हैं. सुविधाएं न मिलने के कारण लोगों की जान पर बन आती है. जब तक परिजन जैसे-तैसे मरीज को लेकर अस्पताल पहुंचते हैं, तब तक उसकी मौत हो जाती है. एटा में ऐसा ही मामला सामने आया है. एंबुलेंस न आने के कारण परिजन मरीज को आनन-फानन में ठेले पर लेकर अस्पताल भागे. लेकिन, तब तक मरीज की मौत हो गई.
पटियाली गेट निवासी अमन ने बताया कि उसके 50 वर्षीय पिता सब्जी बेचने थे. सोमवार को वह सब्जी की दुकान से घर पहुंचे ही थे, तभी बेड पर बैठ गए. वह परिजनों से बातचीत कर रहे थे कि अचानक से बेड पर बैठे-बैठे गिर गए. परिजनों ने उन्हें उठाकर बेड पर लिटाया. लेकिन, वह कुछ बोले नहीं. क्योंकि बेहोश हो चुके थे.
अमन ने बताया कि पिता को मेडिकल कॉलेज ले जाने के लिए तीन बार 108 एंबुलेंस के लिए कॉल किया. लेकिन, उधर से कहा गया कि लोकेशन नहीं मिल रही है. एंबुलेंस न मिलने पर वह पिता को सब्जी के ठेल से लेकर दोपहर करीब एक बजे मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में पहुंचा. यहां चिकित्सकों ने उनको देखा और मृत घोषित कर दिया. मृतक के परिजनों का कहना था कि अगर एंबुलेंस समय से पहुंच जाती तो उनकी जान बच सकती थी.
वहीं, इस मामले में सीएमओ डॉ. उमेश त्रिपाठी ने बताया कि हाथ ठेला से मरीज मेडिकल कॉलेज पहुंचा है. एंबुलेंस उसे लेने नहीं पहुंची. उन्होंने कहा कि यह मामला गंभीर है. इसे तुरंत दिखवाया जा रहा है. कॉलर और एंबुलेंसकर्मियों की कॉल डिटेल निकलवाई जाएगी. जो भी इस मामले में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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