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Gyanvapi ASI Survey : 33 दिनों से परिसर में चल रहा सर्वे, 208 घंटे पूरे, जानिए प्रोग्रेस रिपोर्ट

वाराणसी में ज्ञानवापी परिसर में पिछले 33 दिनों से एएसआई सर्वे (Gyanvapi ASI Survey) की टीम लगातार काम कर रही है. वहीं, टीम ने कोर्ट से 8 सप्ताह का और समय मांगा है. इसकी सुनवाई 8 सितंबर को होगी. रिपोर्ट में जानिए प्रोग्रेस रिपोर्ट...

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 7, 2023, 7:46 PM IST

ज्ञानवापी परिसर का सर्वे चल रहा है.
ज्ञानवापी परिसर का सर्वे चल रहा है.

वाराणसी: ज्ञानवापी परिसर में एएसआई का सर्वे लगातार जारी है. 4 अगस्त से शुरू हुए सर्वे का आज 33वां दिन है. आज के सर्वे की कार्रवाई खत्म हो चुकी है. शुक्रवार को फिर से सर्वे होगा. सबसे बड़ी बात यह है कि अब तक 208 घंटे से ज्यादा समय तक सर्वे की कार्रवाई हो चुकी है. 8 सितंबर को कोर्ट सर्वे की तिथि आगे बढ़ाए जाने को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय आने वाला है. एएसआई की टीम ने सर्वे चार सप्ताह बढ़ाए जाने के बाद अब 8 सप्ताह का और अतिरिक्त समय मांगा है. इस अतिरिक्त समय में टीम परिसर में बहुत कुछ करने की तैयारी में है. सबसे बड़ी बात यह है कि टीम के सदस्य लगातार परिसर के अंदर मौजूद मलबे को हटाकर जमीन समतल कर रडार तकनीक और अन्य मशीनों का प्रयोग तक जांच कर रहे हैं.

कई हिस्सों का सर्वे अभी बाकी है.
कई हिस्सों का सर्वे अभी बाकी है.
जांच के लिए और समय मांगा गया है.
जांच के लिए और समय मांगा गया है.

जिला जज की अदालत में होगी सुनवाई : गौरतलब है कि सर्वे की तिथि 8 सप्ताह बढ़ाए जाने की याचिका पर सुनवाई जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में होगी. सुनवाई से पहले टीम के सदस्य लगातार ज्ञानवापी परिसर के चप्पे-चप्पे की जांच कर रहे हैं. टीम का पूरा फोकस पश्चिमी दीवार और मुख्य गुंबद पर टिका हुआ है. एएसआई की टीम को परिसर के अंदर क्या मिला, कैसे मिला और कब मिला यह बताना संभव नहीं है. अंदर मौजूद किसी भी व्यक्ति द्वारा कोई जानकारी बाहर उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है. न ही सर्वे से संबंधित कवरेज करने के आदेश मीडिया को हैं. कोर्ट में अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी के एप्लीकेशन पर अंदर चल रहे सर्वे से जुड़ी जानकारियां मीडिया में साझा करने पर आपत्ति जताई थी. जिसके बाद कोर्ट ने इस पर रोक लगाते हुए, परिसर के अंदर की कोई भी जानकारी बाहर न दिए जाने के आदेश देकर मीडिया को भी तर्कसंगत रिपोर्टिंग करने का आदेश दिया है.

33 दिनों का सर्वे पूरा हो चुका है.
33 दिनों का सर्वे पूरा हो चुका है.

टीम में शामिल हैं 40 लोग : फिलहाल, 33 दिनों में 200 से ज्यादा घंटे तक सर्वे की कार्रवाई पूरी की हो चुकी है. इस सर्वे की कार्रवाई में वाराणसी के सारनाथ के अलावा लखनऊ, पटना, आगरा, हैदराबाद, कानपुर और दिल्ली की सर्वे टीम के 40 लोग मौजूद हैं. इस टीम का नेतृत्व एएसआई के असिस्टेंट डायरेक्टर और श्रीराम मंदिर स्थल अयोध्या में एएसआई टीम का हिस्सा रहे आलोक त्रिपाठी मुख्य भूमिका में हैं. अब तक हैदराबाद की टीम के साथ कानपुर आईआईटी की टीम ने ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार यानी जीपीआर पर काम शुरू कर दिया है. सर्वे की टीम ने आने वाले 8 सप्ताह का पूरा प्लान भी तैयार कर लिया है. सर्वे का हिस्सा रहने वाले कुछ लोगों का कहना है कि 58 दिनों के अंदर टीम अभी उन स्थानों पर सर्वे की कार्रवाई आगे बढ़ाएगी. जहां अब तक टीम ने कोई काम किया ही नहीं है.

सर्वे के लिए अतिरिक्त समय मांगा गया है.
सर्वे के लिए अतिरिक्त समय मांगा गया है.

तहखाने का किया जाना है सर्वे : मुख्य रूप से व्यास जी का तहखाना और पूर्वी तहखाना में सर्वे किया जाना है. यहां पर साफ सफाई करने के बाद टीम ने सिर्फ कागजी तौर पर कार्रवाई पूर्ण की है, जबकि मशीनों के साथ इस जगह पर अभी कार्रवाई की जानी बाकी है. इसके अलावा पश्चिमी दीवार के बाहर पड़े मलबे को हटाने के बाद अब इस दीवार के अंदरूनी और बाहरी हिस्से की जांच भी शुरू कर दी गई है. इसे वक्त मिलने के बाद और आगे बढ़ाया जाएगा. फिलहाल, हैदराबाद की टेक्निकल टीम जीपीआर सर्वे के लिए लगातार अलग-अलग स्थान का चयन भी कर रही है. जिसपर मशीनों को लगाने का काम भी किया जा रहा है. हर दिन सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक सर्वे की कार्रवाई लगातार की जाती है. फिलहाल, ज्ञानवापी परिसर को अभी भी 4 सेक्टर में बांटकर हर स्पॉट पर कैमरे लगाए गए हैं . टीम लगातार इन्हीं कैमरा की निगरानी में कार्रवाई आगे बढ़ा रही है. परिसर की पैमाइश करने के बाद 3D मैपिंग का काम पूर्ण हो गया है. अब टीम रडार तकनीक का प्रयोग करके जमीन के अंदर मौजूद तथ्यों की जांच पड़ताल शुरू कर चुकी है.

आगामी सर्वे को अहम माना जा रहा है.
आगामी सर्वे को अहम माना जा रहा है.

एक नजर में सर्वे की कार्रवाई: वादी पक्षी की तरफ से दायर की गई अपील पर 21 जुलाई को स्थानीय कोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर में सर्वे का आदेश दिया था. जिसपर 24 जुलाई की सुबह से सर्वे की शुरुआत हुई थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सर्वे को रोक दिया गया था. इसके बाद हाईकोर्ट में सुनवाई शुरू हुई. हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए 3 अगस्त को मस्जिद कमेटी की याचिका खारिज करते हुए कार्रवाई जारी रखने का आदेश दिया और दोबारा 4 अगस्त से सर्वे की कार्रवाई शुरू हो गई. अभी तक 33 दिनों में 200 घंटे से ज्यादा सर्वे की कार्रवाई हो चुकी है. मस्जिद परिसर के मुख्य गुंबद, मुख्य हाल, पश्चिमी दीवार तहखाना और छत की जांच की गई है. पूरे परिसर में वजूखाने और अंदर मिले कथित शिवलिंग को छोड़कर पूरे परिसर की जांच अभी भी जारी है.

यह भी पढ़ें: ज्ञानवापी परिसर सर्वे: कोर्ट के बाहर समझौते के सवाल पर हिंदू पक्ष में दो फाड़, जानिए वजह

यह भी पढ़ें: Varanasi News : ज्ञानवापी में एएसआई सर्वे के लिए समय बढ़ाने की मांग पर मुस्लिम पक्ष की आपत्ति, कहा बिना इजाजत टीम कर रही खुदाई


ज्ञानवापी परिसर का सर्वे चल रहा है.
ज्ञानवापी परिसर का सर्वे चल रहा है.

वाराणसी: ज्ञानवापी परिसर में एएसआई का सर्वे लगातार जारी है. 4 अगस्त से शुरू हुए सर्वे का आज 33वां दिन है. आज के सर्वे की कार्रवाई खत्म हो चुकी है. शुक्रवार को फिर से सर्वे होगा. सबसे बड़ी बात यह है कि अब तक 208 घंटे से ज्यादा समय तक सर्वे की कार्रवाई हो चुकी है. 8 सितंबर को कोर्ट सर्वे की तिथि आगे बढ़ाए जाने को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय आने वाला है. एएसआई की टीम ने सर्वे चार सप्ताह बढ़ाए जाने के बाद अब 8 सप्ताह का और अतिरिक्त समय मांगा है. इस अतिरिक्त समय में टीम परिसर में बहुत कुछ करने की तैयारी में है. सबसे बड़ी बात यह है कि टीम के सदस्य लगातार परिसर के अंदर मौजूद मलबे को हटाकर जमीन समतल कर रडार तकनीक और अन्य मशीनों का प्रयोग तक जांच कर रहे हैं.

कई हिस्सों का सर्वे अभी बाकी है.
कई हिस्सों का सर्वे अभी बाकी है.
जांच के लिए और समय मांगा गया है.
जांच के लिए और समय मांगा गया है.

जिला जज की अदालत में होगी सुनवाई : गौरतलब है कि सर्वे की तिथि 8 सप्ताह बढ़ाए जाने की याचिका पर सुनवाई जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में होगी. सुनवाई से पहले टीम के सदस्य लगातार ज्ञानवापी परिसर के चप्पे-चप्पे की जांच कर रहे हैं. टीम का पूरा फोकस पश्चिमी दीवार और मुख्य गुंबद पर टिका हुआ है. एएसआई की टीम को परिसर के अंदर क्या मिला, कैसे मिला और कब मिला यह बताना संभव नहीं है. अंदर मौजूद किसी भी व्यक्ति द्वारा कोई जानकारी बाहर उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है. न ही सर्वे से संबंधित कवरेज करने के आदेश मीडिया को हैं. कोर्ट में अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी के एप्लीकेशन पर अंदर चल रहे सर्वे से जुड़ी जानकारियां मीडिया में साझा करने पर आपत्ति जताई थी. जिसके बाद कोर्ट ने इस पर रोक लगाते हुए, परिसर के अंदर की कोई भी जानकारी बाहर न दिए जाने के आदेश देकर मीडिया को भी तर्कसंगत रिपोर्टिंग करने का आदेश दिया है.

33 दिनों का सर्वे पूरा हो चुका है.
33 दिनों का सर्वे पूरा हो चुका है.

टीम में शामिल हैं 40 लोग : फिलहाल, 33 दिनों में 200 से ज्यादा घंटे तक सर्वे की कार्रवाई पूरी की हो चुकी है. इस सर्वे की कार्रवाई में वाराणसी के सारनाथ के अलावा लखनऊ, पटना, आगरा, हैदराबाद, कानपुर और दिल्ली की सर्वे टीम के 40 लोग मौजूद हैं. इस टीम का नेतृत्व एएसआई के असिस्टेंट डायरेक्टर और श्रीराम मंदिर स्थल अयोध्या में एएसआई टीम का हिस्सा रहे आलोक त्रिपाठी मुख्य भूमिका में हैं. अब तक हैदराबाद की टीम के साथ कानपुर आईआईटी की टीम ने ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार यानी जीपीआर पर काम शुरू कर दिया है. सर्वे की टीम ने आने वाले 8 सप्ताह का पूरा प्लान भी तैयार कर लिया है. सर्वे का हिस्सा रहने वाले कुछ लोगों का कहना है कि 58 दिनों के अंदर टीम अभी उन स्थानों पर सर्वे की कार्रवाई आगे बढ़ाएगी. जहां अब तक टीम ने कोई काम किया ही नहीं है.

सर्वे के लिए अतिरिक्त समय मांगा गया है.
सर्वे के लिए अतिरिक्त समय मांगा गया है.

तहखाने का किया जाना है सर्वे : मुख्य रूप से व्यास जी का तहखाना और पूर्वी तहखाना में सर्वे किया जाना है. यहां पर साफ सफाई करने के बाद टीम ने सिर्फ कागजी तौर पर कार्रवाई पूर्ण की है, जबकि मशीनों के साथ इस जगह पर अभी कार्रवाई की जानी बाकी है. इसके अलावा पश्चिमी दीवार के बाहर पड़े मलबे को हटाने के बाद अब इस दीवार के अंदरूनी और बाहरी हिस्से की जांच भी शुरू कर दी गई है. इसे वक्त मिलने के बाद और आगे बढ़ाया जाएगा. फिलहाल, हैदराबाद की टेक्निकल टीम जीपीआर सर्वे के लिए लगातार अलग-अलग स्थान का चयन भी कर रही है. जिसपर मशीनों को लगाने का काम भी किया जा रहा है. हर दिन सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक सर्वे की कार्रवाई लगातार की जाती है. फिलहाल, ज्ञानवापी परिसर को अभी भी 4 सेक्टर में बांटकर हर स्पॉट पर कैमरे लगाए गए हैं . टीम लगातार इन्हीं कैमरा की निगरानी में कार्रवाई आगे बढ़ा रही है. परिसर की पैमाइश करने के बाद 3D मैपिंग का काम पूर्ण हो गया है. अब टीम रडार तकनीक का प्रयोग करके जमीन के अंदर मौजूद तथ्यों की जांच पड़ताल शुरू कर चुकी है.

आगामी सर्वे को अहम माना जा रहा है.
आगामी सर्वे को अहम माना जा रहा है.

एक नजर में सर्वे की कार्रवाई: वादी पक्षी की तरफ से दायर की गई अपील पर 21 जुलाई को स्थानीय कोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर में सर्वे का आदेश दिया था. जिसपर 24 जुलाई की सुबह से सर्वे की शुरुआत हुई थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सर्वे को रोक दिया गया था. इसके बाद हाईकोर्ट में सुनवाई शुरू हुई. हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए 3 अगस्त को मस्जिद कमेटी की याचिका खारिज करते हुए कार्रवाई जारी रखने का आदेश दिया और दोबारा 4 अगस्त से सर्वे की कार्रवाई शुरू हो गई. अभी तक 33 दिनों में 200 घंटे से ज्यादा सर्वे की कार्रवाई हो चुकी है. मस्जिद परिसर के मुख्य गुंबद, मुख्य हाल, पश्चिमी दीवार तहखाना और छत की जांच की गई है. पूरे परिसर में वजूखाने और अंदर मिले कथित शिवलिंग को छोड़कर पूरे परिसर की जांच अभी भी जारी है.

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