गुवाहाटी : असम में बारिश का कहर जारी है. गुवाहाटी में मूसलाधार बारिश के बीच लगातार दो दिनों से विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन हो रहे हैं. वहीं, अब मेघालय में भी भारी बारिश के कारण भूस्खलन शुरू हो गया है. भूस्खलन के कारण बराक घाटी में संचार माध्यम ठप हो गया है. गौरतलब है कि मेघालय में बराक को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-6 पर बुधवार की रात को भीषण भूस्खलन हुआ था. राष्ट्रीय राजमार्ग के कई जगहों पर गंभीर भूस्खलन होने की खबर है.
मेघालय पुलिस ने कहा कि भूस्खलन की घटना रात को राष्ट्रीय राजमार्ग-6 पर सोनापुर और लुमसुलम में होने की सूचना मिली है. भूस्खलन में सड़क का बड़ा हिस्सा धंसने से कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई हैं. लुमसुलम में भूस्खलन के कारण कई लग्जरी कारों से लदा एक ट्रक कई फुट नीचे गिर गया है. हालांकि, इस घटना में कई लोगों की जान बाल-बाल बन गई हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग पर अचानक हुए भूस्खलन से मार्ग पर खड़े वाहनों के नीचे गिरने की खबर है. भूस्खलन के कारण सड़क पर यातायात पहले ही रोक दिया गया था.
भूस्खलन के कारण सोनापुर, लमसुलम और थानसेनबस्ती में कई स्थानों पर संचार माध्यम बंद हो गए हैं. उधर, रात में और कई जगहों पर ताजा भूस्खलन हुए हैं. कई जगहों पर भूस्खलन का खतरा होने के कारण सड़कों पर यातायात अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है. नतीजतन, असम तथा अन्य जगहों के साथ बराक, त्रिपुरा, मिजोरम और मणिपुर का सड़क संपर्क कट गया है.
बता दें कि असम की राजधानी गुवाहाटी में मूसलाधार बारिश के बीच बुधवार को लगातार दूसरे दिन विभिन्न स्थानों पर ताजा भूस्खलन की जानकारी मिली. अधिकारियों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण शहर के अधिकतर हिस्सों में भारी जलभराव हो गया है. हालांकि, बुधवार को बारिश संबंधी घटनाओं के कारण मौत का कोई मामला सामने नहीं आया. राज्य में इस साल बाढ़ और भूस्खलन के चलते 42 लोगों की मौत दर्ज की गई है. मंगलवार को बोरागांव में हुए भूस्खलन के चलते चार लोगों की मौत का आंकड़ा भी इसमें शामिल है.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के एक अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन की वजह से मलबे का ढेर लगने के कारण गीतानगर, सोनापुर, कालापहाड़ और निजारापार इलाकों में रास्ते बंद हो गए हैं. भारी बारिश से शहर के कई हिस्सों में सड़कों पर पानी भर गया है. इनमें सबसे ज्यादा प्रभावित अनिल नगर, नबीन नगर, राजगढ़ लिंक रोड, रुक्मिणीगांव, हाटीगांव और कृष्णा नगर हैं.
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अधिकारी ने बताया कि इन इलाकों में तैनात एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने और उन्हें राहत सामग्री मुहैया कराने के लिए नावों का इस्तेमाल कर रहे हैं. असम बिजली वितरण कंपनी लिमिटेड (एपीडीसीएल) शहर में बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए चौबीस घंटे काम कर रही है, जहां मंगलवार से बिजली नहीं है. पीने के पानी के टैंकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भेजे गए हैं.
कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे जरूरी काम होने पर ही अपने घरों से बाहर निकलें. कामरूप मेट्रोपॉलिटन के उपायुक्त पल्लव गोपाल झा ने क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) द्वारा जारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर सभी स्कूलों, कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों को कक्षाएं निलंबित करने का निर्देश जारी किया है.
(पीटीआई-इनपुट)