नई दिल्ली: गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आज दोपहर 12 बजे तारीखों का ऐलान किया जाएगा. चुनाव आयोग की आज प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी जिसमें तारीखों की जानकारी दी जाएगी. पिछली बार के विधानसभा चुनावों की घोषणा के दौरान बनासकांठा में बाढ़ के चलते देरी वजह बनी थी. लेकिन, फिर भी निर्वाचन आयोग द्वारा 25 अक्टूबर को चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया था. 2017 के चुनाव दो चरणों में आयोजित किए गए थे. 2022 के प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है.
चुनाव के ऐलान को पहले से ही देरी हो गई है. चुनाव आयोग की टीम ने 16 से 18 अक्तूबर के बीच गुजरात का दौरा किया था. तभी से यह कयास लगाए जा रहे थे कि दिवाली के बाद आयोग चुनावों की तारीख का ऐलान कर सकता है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. अब गुजरात में चुनाव को लेकर सभी की धड़कनें तेज हो गईं है.
देरी की यह हो सकती है वजह : गुजरता में विधानसभा चुनाव पर अटकलों का बाजार बहुत ही ज्यादा तब गर्म हुआ था जब पीएम मोदी के दौरे की बात चल रही थी, लेकिन तब भी ऐसा कुछ नहीं हुआ था. सूत्र बताते हैं कि मोरबी पुल हादसे के बाद चुनाव की तारीख और आगे बढ़ सकती है. हादसे के बाद सरकार का फिलहाल पूरा ध्यान हादसे से जुड़े मुद्दों पर ही है. यह भी दूसरी वजह हो सकती है. राजनैतिक सूत्रों की बात मानें तो गुजरात में 14वीं विधानसभा का कार्यकाल फरवरी, 2023 को पूरा होने वाला है.
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मतगणना को लेकर भी संस्पेंस : निर्वाचन आयोग द्वारा अगर आज विधानसभा चुनाव का ऐलान करता है, तो इसके नतीजे भी हिमाचल प्रदेश चुनाव के साथ आ सकते हैं. आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को वोटिंग होनी है, जबकि वोटों की गिनती 08 दिसंबर को होगी. सूत्र बताते हैं कि मतदान के बाद निर्वाचन आयोग वोटों की गिनती हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद भी करवा सकता है. फिलहाल, गुजरात में मतदान, और मतगणना दोनों को लेकर सस्पेंस बना हुआ है.
बीजेपी-कांग्रेस और आप के बीच त्रिकोणीय मुकाबला? : गुजरात विधानसभा चुनाव में भले ही अभी तक निर्वाचन आयोग द्वारा तारीख का ऐलान नहीं किया है, लेकिन सियासी पारा जरूर चढ़ गया है. आम आदमी पार्टी-आप के चुनावी में कूदने से चुनाव में मुकाबला रोचक हो सकता है. तारीखों के ऐलान से पहले भाजपा, कांग्रेस, आप सहित क्षेत्रिय दल वोटरों को लुभाने में पूरी कोशिश करने में जुटे हुए हैं. राजनैतिक सूत्र बताते हैं कि आप के चुनाव में कदम रखने से कुछ सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है.
2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच था मुकाबला : 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी-भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला था. छठी बार भाजपा ने गुजरात में सरकार बनाई. दो चरणों में हुए चुनावों में पहले चरण में 65.75 , और दूसरे चरण में 69.99 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी. 2017 के चुनाव में कुल वोटिंग प्रतिशत 68. 41 रहा था. 182 विधानसभा सीटों में से भाजपा के खाते में 99 सीटें आईं थी, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 78 सीटों से ही संतुष्ट होना पड़ा था, जबकि एनसीपी को एक सीट मिली थी. भारतीय ट्राइबल पार्टी को दो और तीन सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीती थीं.