प्रयागराज: शहर में बीती 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद और उसके परिवार के नाम के अलावा सबसे ज्यादा चर्चा में आने वाला बमबाज गुड्डू मुस्लिम था. उमेश पाल हत्याकांड के बाद जहां आरोपियों के खिलाफ कुर्की और ध्वस्तीकरण तक की कार्यवाई की गई वहीं उमेश पाल समेत तिहरे हत्याकांड में बमबाजी करने वाले गुड्डू मुस्लिम के घर और दुकान को जमींदोज करने की नोटिस जारी कर खानापूर्ति की गई. वहीं, अब गुड्डू मुस्लिम की दुकान फिर से खुल गई है और वहां मीट बेचने का कारोबार भी शुरू हो गया है.
वहीं, गुड्डू मुस्लिम की दुकान खुल गई है और वहां से मीट बेचने का कारोबार भी शुरू कर दिया गया है. इस वक्त दुकान पर कोहिनूर नामक एक युवक रहता है. उसका कहना है कि दुकान से गुड्डू मुस्लिम का कोई वास्ता नहीं है. गलतफहमी के चलते उसकी दुकान पर नोटिस लगाई गई थी. इसी वजह से अब वह अपनी दुकान खोलने लगा है. उसने यह भी कहाकि उसका गुड्डू मुस्लिम से कोई रिश्ता भी नहीं है.
दुकान न गिराने पर उठे कई सवाल
उमेश पाल की हत्या के बाद जहां अतीक अहमद और उसके कई मददगारों के साथ ही शूटर गुलाम का भी मकान गिराया जा चुका है लेकिन उसी समय से नोटिस जारी करने के बाद भी गुड्डू मुस्लिम का मकान और दुकान न गिराए जाने को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. लोग यह भी सवाल उठाने लगे हैं कि गुड्डू मुस्लिम का मकान और दुकान क्यों नहीं गिराया गया है. 5 लाख के इनामी बदमाश गुड्डू मुस्लिम पर पीडीए क्यों मेहरबान हो गयी है, इसको लेकर पीडीए के अफसरों की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे हैं. गुड्डू मुस्लिम के मकान और दुकान के खिलाफ नोटिस जारी करने के बावजूद आगे कोई कार्यवाई क्यों नहीं की गयी है. इसको लेकर पीडीए के अफसरों की मंशा और नियत पर भी सवाल उठने लगे हैं. वहीं पीडीए के अफसर इस मामले पर कुछ भी बोलने को सामने नहीं आ रहे हैं.वहीं, पीडीए की इसी मेहरबानी का लाभ उठाकर गुड्डू मुस्लिम के करीबियों ने चिकन मटन की दुकान फिर से खोलकर कारोबार शुरू कर दिया है.
नोटिस की मियाद 18 अप्रैल को पूरी हो चुकी
गुड्डू मुस्लिम की दुकान बताते हुए पीडीए की तरफ से जो नोटिस जारी की गयी थी, उसके मुताबिक 260 वर्ग फीट में दुकान बनायी गयी थी, जिसके व्यवसायिक उपयोग करने की अनुमति नहीं ली गई थी. इसके बाद पीडीए ने दुकान को अवैध निर्माण बताते हुए ध्वस्तीकरण का नोटिस जारी किया था. पीडीए की तरफ से नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने को कहा गया था.नोटिस की समय सीमा 18 अप्रैल को पूरी हो चुकी है लेकिन कोई जवाब न मिलने के बावजूद प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. इसका फायदा उठाते हुए गुड्डू मुस्लिम के करीबियों ने दुकान खोलकर चिकन और मटन बेचने का धंधा फिर से शुरू कर दिया है.
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