ETV Bharat / bharat

गांधी परिवार एक्सपायर्ड दवाई है : हिमंत बिस्वा सरमा

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पिछले आठ वर्षों में गांधी परिवार के नेतृत्व में चुनावी चुनावों में कांग्रेस की घटती साख पर कटाक्ष किया और कहा कि गांधी परिवार एक्सपायर्ड दवाई है.

गांधी परिवार एक्सपायर्ड दवाई है : हिमंत बिस्वा सरमा
गांधी परिवार एक्सपायर्ड दवाई है : हिमंत बिस्वा सरमा
author img

By

Published : Sep 30, 2022, 6:12 AM IST

Updated : Sep 30, 2022, 10:59 AM IST

नई दिल्ली : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पिछले आठ वर्षों में गांधी परिवार के नेतृत्व में चुनावी चुनावों में कांग्रेस की घटती साख पर कटाक्ष किया और कहा कि गांधी परिवार एक्सपायर्ड दवाई है. एजेंसी के साथ साक्षात्कार में सरमा ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2024 के लोकसभा चुनावों में अधिक से अधिक बहुमत के साथ सत्ता में लौटेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब भी लगता है कि वह सत्ताधारी पार्टी है और भाजपा ने उससे सत्ता हथिया ली है.

सरमा ने कहा कि लोकतंत्र के सामान्य मंच भारत में विपक्षी दलों के लिए उपलब्ध हैं और एक अंतर्निहित प्रणाली है. लेकिन गांधी परिवार को विपक्षी पार्टी के नाम पर मत देखिए. वे एक्सपायर्ड दवाई हैं. उन्होंने कहा कि वे (कांग्रेस) विपक्ष की भूमिका भी नहीं निभा सकते क्योंकि वे कभी नहीं सोचते कि वे विपक्ष में हैं. वे केवल नाम के लिए एक विपक्षी दल हैं, उनके मन में है कि हम सत्ताधारी दल हैं. उन्हें कहीं न कहीं ऐसा लगता है कि नरेंद्र मोदी ताकत के बल पर पीएम की कुर्सी पर हैं और वह सीट उनकी है. वे विपक्ष नहीं हैं. वे बड़े गुस्से के साथ विपक्ष में रहते हैं.

उन्होंने कहा कि नौकरशाही के वर्गों के बीच यह धारणा कि कांग्रेस शासन की स्वाभाविक पार्टी है, को ध्वस्त किया जाना चाहिए. तब आपके पास उचित लोकतंत्र होगा. उन्होंने कांग्रेस पर सत्ता में रहते हुए विपक्षी सरकारों को बर्खास्त करने के लिए अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी उस एक दलीय प्रणाली के लिए चुनौती हैं. वह कांग्रेस के आधिपत्य को चुनौती दे रहे हैं. दो दशक से अधिक समय तक कांग्रेस में रह कर राजनीति करने के बाद भाजपा में शामिल हो वाले सरमा ने कहा कांग्रेस का सफाया होने के बाद, एक नया राजनीतिक दल उभरेगा.

पढ़ें: Congress president election : गैर-गांधी बनेंगे अध्यक्ष, कितना रह जाएगा सोनिया-राहुल का असर ?

उन्होंने कहा कि अभी भी एक दलीय शासन हो सकता है लेकिन कांग्रेस के राज में यह 'एक परिवार का शासन' बन गया था. उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसी संस्था बनाना चाहते हैं, जहां 10 जनपथ से पूरा भारत चलता हो. यह मौका उन्हें नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का दो लोकसभा चुनावों और 2014 के बाद हुए अधिकांश विधानसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन रहा है. कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है. राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा के बीच राजस्थान में राजनीतिक संकट से जूझ रही है.

राहुल गांधी राजनीति के लायक नहीं, उनमें 'व्यवस्थित गंभीरता' नहीं : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संबंध में कहा कि उनके पास 'व्यवस्थित गंभीरता नहीं है'. उन्होंने कहा कि राहुल बिना जिम्मेदारी के सत्ता रखना चाहते हैं और वे 'राजनीति के लिए उपयुक्त नहीं हैं'. उन्होंने राहुल गांधी पर एक राजनेता के रूप में गैर-गंभीर होने और सामंती स्वामी की तरह व्यवहार करने और अहंकारी होने का आरोप भी लगाया. सरमा ने कहा कि पहली बात यह है कि वह राजनीति के लिए फिट नहीं हैं. संभवत: उन्हें जो काम नहीं करना चाहिए, वह कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कभी-कभी बीच-बीच में मीटिंग छोड़कर जॉगिंग जैसे अपने व्यायाम के लिए जा सकते हैं या अचानक अगले कमरे में जाकर आधे घंटे के बाद आ सकते हैं.

सरमा ने कहा कि राहुल गांधी, जो कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत जोड़ो यात्रा पर हैं, ने 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी की हार और अमेठी से हार के लिए नैतिक जिम्मेदारी ली थी और अध्यक्ष के रूप में पद छोड़ दिया था, लेकिन पार्टी के महत्वपूर्ण फैसले लेना जारी रखा. राहुल ने नैतिक जिम्मेदारी ली है कि पार्टी मेरे नेतृत्व में लोकसभा चुनाव हार गई, इसलिए मैं अध्यक्ष नहीं बनूंगा. लेकिन आज पार्टी कौन चला रहा है, भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कौन कर रहा है? पूरी पार्टी किसके पीछे दौड़ रही है? इसका मतलब है कि आप जवाबदेही के बिना सत्ता का आनंद लेना चाहते हैं.

पढ़ें: सोनिया को अपनी भावनाओं से अवगत कराया, राजस्थान के संदर्भ में वह सकारात्मक निर्णय लेंगी: पायलट

लोकतंत्र में, जब कोई संसदीय जवाबदेही के बिना, पार्टी की जवाबदेही के बिना, लोगों की जवाबदेही के बिना सत्ता का आनंद लेना चाहता है, तो यह सबसे खतरनाक बात है. उन्होंने कहा कि आप कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हैं लेकिन आप सभी फैसले लेते हैं। अगर आप कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हैं, चुनाव हारने के बाद नैतिक जिम्मेदारी ली है, तो पूरी पार्टी अब आपके पीछे क्यों है. सरमा ने कहा कि राहुल गांधी यात्रा के दौरान देश के लिए अपना दृष्टिकोण बताने में विफल रहे हैं.

सरमा ने पूछा कि वे (गांधी परिवार) गरीब लोगों के पास जाते हैं, लेकिन क्या गरीब उनके घर आते हैं? क्या आपने कभी सोनिया गांधी और राहुल गांधी को एक ही डाइनिंग टेबल पर गरीबों के साथ डिनर करते देखा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास एक पारिस्थितिकी तंत्र है जहां केवल गांधी परिवार मायने रखता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग एक ऐसा माहौल बनाते हैं कि गांधी परिवार से परे आपके पास कुछ भी नहीं है.

उन्होंने कहा कि जब कोई पार्टी से इस्तीफा देता है, तो कांग्रेस प्रवक्ता कहते हैं कि उन्होंने परिवार को धोखा दिया है, वे यह नहीं कहेंगे कि उन्होंने देश को धोखा दिया है. उन्होंने कहा कि जिस दिन आप कांग्रेस में शामिल होते हैं उस दिन से आपका जीवन गांधी (ओं) के साथ शुरू और समाप्त होना शुरू हो जाता है. जैसे आप किसी गुरु से जुड़ जाते हैं, आप बस उस गुरु को अपना सब कुछ सौंप देते हैं. एक माहौल है. मुझे नहीं पता नहीं किसने शुरू किया, कौन खत्म करेगा लेकिन कांग्रेस में यह इकोसिस्टम बहुत मजबूत है. सरमा ने यह भी कहा कि कांग्रेस से बहुत सारे लोग भाजपा में आएंगे.

नई दिल्ली : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पिछले आठ वर्षों में गांधी परिवार के नेतृत्व में चुनावी चुनावों में कांग्रेस की घटती साख पर कटाक्ष किया और कहा कि गांधी परिवार एक्सपायर्ड दवाई है. एजेंसी के साथ साक्षात्कार में सरमा ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2024 के लोकसभा चुनावों में अधिक से अधिक बहुमत के साथ सत्ता में लौटेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब भी लगता है कि वह सत्ताधारी पार्टी है और भाजपा ने उससे सत्ता हथिया ली है.

सरमा ने कहा कि लोकतंत्र के सामान्य मंच भारत में विपक्षी दलों के लिए उपलब्ध हैं और एक अंतर्निहित प्रणाली है. लेकिन गांधी परिवार को विपक्षी पार्टी के नाम पर मत देखिए. वे एक्सपायर्ड दवाई हैं. उन्होंने कहा कि वे (कांग्रेस) विपक्ष की भूमिका भी नहीं निभा सकते क्योंकि वे कभी नहीं सोचते कि वे विपक्ष में हैं. वे केवल नाम के लिए एक विपक्षी दल हैं, उनके मन में है कि हम सत्ताधारी दल हैं. उन्हें कहीं न कहीं ऐसा लगता है कि नरेंद्र मोदी ताकत के बल पर पीएम की कुर्सी पर हैं और वह सीट उनकी है. वे विपक्ष नहीं हैं. वे बड़े गुस्से के साथ विपक्ष में रहते हैं.

उन्होंने कहा कि नौकरशाही के वर्गों के बीच यह धारणा कि कांग्रेस शासन की स्वाभाविक पार्टी है, को ध्वस्त किया जाना चाहिए. तब आपके पास उचित लोकतंत्र होगा. उन्होंने कांग्रेस पर सत्ता में रहते हुए विपक्षी सरकारों को बर्खास्त करने के लिए अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी उस एक दलीय प्रणाली के लिए चुनौती हैं. वह कांग्रेस के आधिपत्य को चुनौती दे रहे हैं. दो दशक से अधिक समय तक कांग्रेस में रह कर राजनीति करने के बाद भाजपा में शामिल हो वाले सरमा ने कहा कांग्रेस का सफाया होने के बाद, एक नया राजनीतिक दल उभरेगा.

पढ़ें: Congress president election : गैर-गांधी बनेंगे अध्यक्ष, कितना रह जाएगा सोनिया-राहुल का असर ?

उन्होंने कहा कि अभी भी एक दलीय शासन हो सकता है लेकिन कांग्रेस के राज में यह 'एक परिवार का शासन' बन गया था. उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसी संस्था बनाना चाहते हैं, जहां 10 जनपथ से पूरा भारत चलता हो. यह मौका उन्हें नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का दो लोकसभा चुनावों और 2014 के बाद हुए अधिकांश विधानसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन रहा है. कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है. राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा के बीच राजस्थान में राजनीतिक संकट से जूझ रही है.

राहुल गांधी राजनीति के लायक नहीं, उनमें 'व्यवस्थित गंभीरता' नहीं : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संबंध में कहा कि उनके पास 'व्यवस्थित गंभीरता नहीं है'. उन्होंने कहा कि राहुल बिना जिम्मेदारी के सत्ता रखना चाहते हैं और वे 'राजनीति के लिए उपयुक्त नहीं हैं'. उन्होंने राहुल गांधी पर एक राजनेता के रूप में गैर-गंभीर होने और सामंती स्वामी की तरह व्यवहार करने और अहंकारी होने का आरोप भी लगाया. सरमा ने कहा कि पहली बात यह है कि वह राजनीति के लिए फिट नहीं हैं. संभवत: उन्हें जो काम नहीं करना चाहिए, वह कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कभी-कभी बीच-बीच में मीटिंग छोड़कर जॉगिंग जैसे अपने व्यायाम के लिए जा सकते हैं या अचानक अगले कमरे में जाकर आधे घंटे के बाद आ सकते हैं.

सरमा ने कहा कि राहुल गांधी, जो कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत जोड़ो यात्रा पर हैं, ने 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी की हार और अमेठी से हार के लिए नैतिक जिम्मेदारी ली थी और अध्यक्ष के रूप में पद छोड़ दिया था, लेकिन पार्टी के महत्वपूर्ण फैसले लेना जारी रखा. राहुल ने नैतिक जिम्मेदारी ली है कि पार्टी मेरे नेतृत्व में लोकसभा चुनाव हार गई, इसलिए मैं अध्यक्ष नहीं बनूंगा. लेकिन आज पार्टी कौन चला रहा है, भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कौन कर रहा है? पूरी पार्टी किसके पीछे दौड़ रही है? इसका मतलब है कि आप जवाबदेही के बिना सत्ता का आनंद लेना चाहते हैं.

पढ़ें: सोनिया को अपनी भावनाओं से अवगत कराया, राजस्थान के संदर्भ में वह सकारात्मक निर्णय लेंगी: पायलट

लोकतंत्र में, जब कोई संसदीय जवाबदेही के बिना, पार्टी की जवाबदेही के बिना, लोगों की जवाबदेही के बिना सत्ता का आनंद लेना चाहता है, तो यह सबसे खतरनाक बात है. उन्होंने कहा कि आप कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हैं लेकिन आप सभी फैसले लेते हैं। अगर आप कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हैं, चुनाव हारने के बाद नैतिक जिम्मेदारी ली है, तो पूरी पार्टी अब आपके पीछे क्यों है. सरमा ने कहा कि राहुल गांधी यात्रा के दौरान देश के लिए अपना दृष्टिकोण बताने में विफल रहे हैं.

सरमा ने पूछा कि वे (गांधी परिवार) गरीब लोगों के पास जाते हैं, लेकिन क्या गरीब उनके घर आते हैं? क्या आपने कभी सोनिया गांधी और राहुल गांधी को एक ही डाइनिंग टेबल पर गरीबों के साथ डिनर करते देखा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास एक पारिस्थितिकी तंत्र है जहां केवल गांधी परिवार मायने रखता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग एक ऐसा माहौल बनाते हैं कि गांधी परिवार से परे आपके पास कुछ भी नहीं है.

उन्होंने कहा कि जब कोई पार्टी से इस्तीफा देता है, तो कांग्रेस प्रवक्ता कहते हैं कि उन्होंने परिवार को धोखा दिया है, वे यह नहीं कहेंगे कि उन्होंने देश को धोखा दिया है. उन्होंने कहा कि जिस दिन आप कांग्रेस में शामिल होते हैं उस दिन से आपका जीवन गांधी (ओं) के साथ शुरू और समाप्त होना शुरू हो जाता है. जैसे आप किसी गुरु से जुड़ जाते हैं, आप बस उस गुरु को अपना सब कुछ सौंप देते हैं. एक माहौल है. मुझे नहीं पता नहीं किसने शुरू किया, कौन खत्म करेगा लेकिन कांग्रेस में यह इकोसिस्टम बहुत मजबूत है. सरमा ने यह भी कहा कि कांग्रेस से बहुत सारे लोग भाजपा में आएंगे.

Last Updated : Sep 30, 2022, 10:59 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.