अलवर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम से विधायक को ठगने का प्रयास (fraud attempt in the name of CM Ashok Gehlot) करने वाले आरोपी को भिवाड़ी पुलिस (Bhiwadi pollice arrested fraud) ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्नम से गिरफ्तार किया है. 2200 किलोमीटर दूर बैठे ठग को भिवाड़ी पुलिस ने महज 42 घंटे में गिरफ्तार किया है. आरोपी ने तिजारा विधायक संदीप यादव से मुख्यमंत्री का नाम लेते हुए 30 हजार रुपए की डिमांड (30 thousand demanded from Tijara MLA in the name of CM) की थी. आरोपी इससे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगमोहन रेड्डी के नाम से तीन विधायकों और दो मंत्रियों से 1 करोड़ 80 लाख रुपए की ठगी कर चुका है.
भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक शांतनु कुमार ने बताया कि तिजारा के विधायक संदीप यादव के व्हाट्सएप पर सीएम अशोक गहलोत की पारिवारिक फोटो व नाम लगे नंबर से 30 हजार रुपए की डिमांड का मैसेज गया. इसके बाद अज्ञात व्यक्ति ने अन्य नंबर से कॉल करके पैसे जमा कराने के लिए कहा. इस पर विधायक ने शक के आधार पर पूछा कि आप कौन हो तो व्हाट्सएप से मैसेज डिलीट करने शुरू कर दिए. उक्त मोबाइल नंबर के संबंध में विधायक ने मुख्यमंत्री के ओएसडी देवाराम सैनी के जरिए टेलीफोन जानकारी ली तो उक्त मोबाइल नंबर मुख्यमंत्री के कार्यालय का नहीं होना बताया गया. इस पर विधायक ने मामले की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान किया.
पुलिस ने टीम गठित की और आरोपी की डिटेल प्राप्त की तो आईपी एड्रेस सिंगापुर का होना पाया गया. ओरिजिनल आईपी छिपाने के लिए आरोपी की ओर से वीपीएन सर्वर का प्रयोग किया गया. पुलिस ने आरोपी की ओर से विधायक से रुपए भेजने के लिए दिए गए फोन पे और गूगल पे की डिटेल प्राप्त की. जिससे आरोपी के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई. पुलिस ने तकनीकी रूप से विश्लेषण किया तो आरोपी का लोकेशन विशाखापट्टनम होना पाया गया. इस पर पुलिस की एक टीम विशाखापट्टनम के लिए रवाना हो गई.
पैदल घूमकर, स्थानीय लोगों से पूछताछ के जरिए पहुंचे : विशाखापट्टनम पहुंची पुलिस टीम ने आरोपी के पते की तलाश की तो वहां उसकी कोई जानकारी नहीं मिली. आसपास के 3 किलोमीटर के क्षेत्र में टीम के सभी सदस्यों ने पैदल घूम कर स्थानीय लोगों से आरोपी के संबंध में पूछताछ की. मुखबिर तैनात कर आरोपी के संबंध में जानकारी जुटाई और लाइव लोकेशन प्राप्त कर आरोपी पंढरी ऊर्फ विष्णु मुर्थे निवासी विशाखापट्टनम को गिरफ्तार किया है.
आरोपी बीटेक डिग्रीधारी, प्रेमिका के शौक पूरे करने के लिए बना ठगः पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी अपने और अपनी प्रेमिका के शौक को पूरा करने के लिए पहले छोटे-मोटे फ्रॉड किया करता था. फिर शौक बढ़ने पर आरोपी ने कई बड़ी वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया और बड़ा ठग बन गया. पूछताछ में यह भी बात सामने आई है कि आरोपी कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल कर चुका है. आरोपी से और भी खुलासे होने की संभावना है.
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मोबाइल व कंप्यूटर हैक करने में माहिर : आरोपी किसी भी शख्स का मोबाइल तथा कंप्यूटर हैक करने में माहिर है. आरोपी किसी अन्य देश का बीपी एंड इंटरनेट सर्वर का उपयोग कर वारदात को अंजाम देता था. जिससे आरोपी का वास्तविक आईपी एड्रेस ट्रेस होना असंभव रहता है. आरोपी लोगों के फोन हैक कर उनकी कांटेक्ट लिस्ट प्राप्त कर उनसे वर्चुअल नंबर के जरिए व्हाट्सएप चैट करके ठगी करता था. ठगी से प्राप्त रकम अपनी प्रेमिका व खुद के महंगे शौक पूरा करने के लिए करता है. पुलिस के अनुसार गिरफ्तार से पहले कई वारदातों से ठगे रूपयों से अपनी प्रेमिका को विशाखापट्टनम की पॉश कॉलोनी में 80 लाख रुपए का लग्जरी फ्लैट दिलवाया था. भिवाड़ी पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आंध्र प्रदेश से रिमांड पर आरोपी को लाया गया है.
आंध्र प्रदेश सीएम के नाम पर ठगी, दूसरे सीएम थे निशाने परः पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपी कई अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं के साथ ठगी की वारदात करने की साचिश रच रहा था. आरोपी वर्ष 2019 में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगमोहन रेड्डी के नाम से तीन विधायकों और दो मंत्रियों से 1 करोड़ 80 लाख रुपए की ठगी कर चुका है. आंध्र प्रदेश पुलिस को इसे पकड़ने में 5 महीने लगे थे.
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