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Fastest Building Construction In India: नासिक में सिर्फ 43 दिनों में पूरा हुआ इमारत का निर्माण, बन सकता है नया रिकॉर्ड - भारत में सबसे तेज भवन निर्माण

महाराष्ट्र के नासिक में एक सिविल इंजीनियर और उनकी टीम ने एक इमारत का निर्माण रिकॉर्ड समय में पूरा किया है. इस इमारत के निर्माण का लक्ष्य 105 दिन रखा गया था, लेकिन इसका निर्माण सिर्फ 43 दिनों में ही पूरा (Fastest Building Construction In India) कर लिया गया.

Construction of building completed in 43 days
43 दिनों में पूरा हुआ इमारत का निर्माण
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Published : Jan 11, 2023, 3:53 PM IST

नासिक: महाराष्ट्र के नासिक में एक सिविल इंजीनियर ने रिकॉर्ड समय में एक पूरी बिल्डिंग का निर्माण पूरा कराया है. इस बिल्डिंग का निर्माण लेटस्ट तकनीक की मदद से सिर्फ 43 दिनों में पूरा किया गया है. इस इमारत का निर्माण 8 हजार 415 वर्ग फीट में किया गया है. नासिक के युवा सिविल इंजीनियर मयूर जैन ने इसे बनाने के लिए 105 दिनों का लक्ष्य रखा था, लेकिन इसका काम सिर्फ 43 दिनों में ही पूरा कर दिया गया.

Construction of building completed in 43 days
43 दिनों में पूरा हुआ इमारत का निर्माण

नासिक सिटी जैसे-जैसे मेट्रो सिटी में तब्दील हो रहा है, शहर में तेजी से विकास हो रहा है. नई इमारतें तेजी से बन रही हैं, लेकिन इस इमारत की बात करें तो इसे आधुनिक तकनीक की मदद से बनाया गया है. इसका काम 105 दिनों में पूरा होना था, जिसमें इसके फाउंडेशन, प्लाई फिलिंग, प्लीथ कास्टिंग, टाई बीम, पीसीसी, रीइंफोर्समेंट, पीटी स्लैब कास्टिंग आदि का काम किया जाना था, लेकिन यह सारा काम इंजीनियर मयूर जैन और उनकी टीम ने सिर्फ 43 दिनों में ही पूरा (Fastest Building Construction In India) कर लिया.

खास बात यह है कि यह सारा काम सभी मानकों के आधार पर हुआ है. इसमें कंक्रीट स्ट्रेंथ सेंसर स्थापित किया गया है, जिसके माध्यम से कंक्रीट की वास्तविक ताकत को वास्तविक समय में मोबाइल ऐप के माध्यम से चेक किया जा सकता है. इस काम को जल्दी पूरा करने के लिए विशेष केंद्रीकरण तैयार किया गया है. इस इमारत के काम को पूरा करने के लिए 50 मजदूरों को दिन-रात काम पर रखा गया. निर्माण के 43 दिन पूरे होने के बाद सिर्फ 7 दिनों में स्लैब खोलने का काम किया गया, आम तौर पर इसमें 25 दिन लगते हैं.

बता दें कि यह सात मंजिला और 100 कमरों वाली इमारत विश्व प्रसिद्ध मांगीतुंगी तीर्थ स्थल के पास बनाई गई है, जो कि एक धर्मशाला, सर्वतोभद्र महल और संत निवास के तौर पर इस्तेमाल की जाएगी.

पढ़ें: ED Raid In Maharashtra : पूर्व मंत्री हसन मुश्रीफ के यहां ईडी के छापे, राकांपा और शिवसेना ने सत्ता के दुरुपयोग का लगाया आरोप

कुछ महीने पहले मंगीतुंगी में आयोजित महामस्तक अभिषेक समारोह के दौरान मात्र 10 दिनों में 12 फीट ऊंची भगवान की वेदी बनाई गई थी, जिस पर भगवान की 40 टन की प्रतिमा स्थापित की गई है. इसे बनाने वाले इंजीनियर्स को 2022 इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स नासिक से सम्मानित किया गया है और उनके काम के लिए चैप्टर प्रॉमिसिंग इंजीनियर अवार्ड दिया गया था.

नासिक: महाराष्ट्र के नासिक में एक सिविल इंजीनियर ने रिकॉर्ड समय में एक पूरी बिल्डिंग का निर्माण पूरा कराया है. इस बिल्डिंग का निर्माण लेटस्ट तकनीक की मदद से सिर्फ 43 दिनों में पूरा किया गया है. इस इमारत का निर्माण 8 हजार 415 वर्ग फीट में किया गया है. नासिक के युवा सिविल इंजीनियर मयूर जैन ने इसे बनाने के लिए 105 दिनों का लक्ष्य रखा था, लेकिन इसका काम सिर्फ 43 दिनों में ही पूरा कर दिया गया.

Construction of building completed in 43 days
43 दिनों में पूरा हुआ इमारत का निर्माण

नासिक सिटी जैसे-जैसे मेट्रो सिटी में तब्दील हो रहा है, शहर में तेजी से विकास हो रहा है. नई इमारतें तेजी से बन रही हैं, लेकिन इस इमारत की बात करें तो इसे आधुनिक तकनीक की मदद से बनाया गया है. इसका काम 105 दिनों में पूरा होना था, जिसमें इसके फाउंडेशन, प्लाई फिलिंग, प्लीथ कास्टिंग, टाई बीम, पीसीसी, रीइंफोर्समेंट, पीटी स्लैब कास्टिंग आदि का काम किया जाना था, लेकिन यह सारा काम इंजीनियर मयूर जैन और उनकी टीम ने सिर्फ 43 दिनों में ही पूरा (Fastest Building Construction In India) कर लिया.

खास बात यह है कि यह सारा काम सभी मानकों के आधार पर हुआ है. इसमें कंक्रीट स्ट्रेंथ सेंसर स्थापित किया गया है, जिसके माध्यम से कंक्रीट की वास्तविक ताकत को वास्तविक समय में मोबाइल ऐप के माध्यम से चेक किया जा सकता है. इस काम को जल्दी पूरा करने के लिए विशेष केंद्रीकरण तैयार किया गया है. इस इमारत के काम को पूरा करने के लिए 50 मजदूरों को दिन-रात काम पर रखा गया. निर्माण के 43 दिन पूरे होने के बाद सिर्फ 7 दिनों में स्लैब खोलने का काम किया गया, आम तौर पर इसमें 25 दिन लगते हैं.

बता दें कि यह सात मंजिला और 100 कमरों वाली इमारत विश्व प्रसिद्ध मांगीतुंगी तीर्थ स्थल के पास बनाई गई है, जो कि एक धर्मशाला, सर्वतोभद्र महल और संत निवास के तौर पर इस्तेमाल की जाएगी.

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कुछ महीने पहले मंगीतुंगी में आयोजित महामस्तक अभिषेक समारोह के दौरान मात्र 10 दिनों में 12 फीट ऊंची भगवान की वेदी बनाई गई थी, जिस पर भगवान की 40 टन की प्रतिमा स्थापित की गई है. इसे बनाने वाले इंजीनियर्स को 2022 इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स नासिक से सम्मानित किया गया है और उनके काम के लिए चैप्टर प्रॉमिसिंग इंजीनियर अवार्ड दिया गया था.

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