नई दिल्ली : शुक्र मकर राशि में आ गया (Venus enters Capricorn) है. इस राशि में आकर शुक्र ग्रह की शनि देव के साथ युति बनेगी. इन दो ग्रहों की युति 30 दिसंबर तक रहेगी. शुक्र और शनि आपस में मित्रता का भाव रखते हैं. इसलिए ज्यादातर लोगों पर इस युति का शुभ प्रभाव बढ़ेगा.
शुक्र ग्रह 19 दिसंबर को वक्री हो जाएगा. इसके बाद वक्री रहते हुए ही 30 दिसंबर को एक राशि पीछे यानी फिर से धनु राशि में आ जाएगा. ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र के अपने मित्र शनि की राशि में आने से देश-दुनिया में बड़े बदलाव होंगे.
शुक्र ग्रह का शुभ-अशुभ असर लव लाइफ, पैसा, ऐश्वर्य, आनंद, मकान, वाहन, ज्वैलरी, कॉस्मेटिक सामान आदि मामलों पर होता है. इसके अच्छे असर से ये सब सुख मिलता है. वहीं अशुभ असर से फालतू खर्चा होता है और इनसे संबंधित सुख में कमी होती है. शुक्र के प्रभाव से तीन राशियों को धन लाभ और स्त्री सुख मिलेगा.
कब से कब तक रहेगी शुक्र-शनि की युति
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि सुख और वैभव प्रदान करने वाले शुक्र ग्रह आठ दिसंबर 2021 को दोपहर 12 बजकर 56 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश कर लिए हैं. जहां पर शनि के साथ इनकी युति होगी. शुक्र और शनि की मकर राशि में यह युति 30 दिसंबर 2021 तक रहेगी. इसके बाद शुक्र कुंभ राशि में चले जाएंगे.
तीन बार बदलेगी शुक्र की चाल
दिसंबर माह में शुक्र की चाल में तीन बार बदलाव होगा आठ दिसंबर को शुक्र मकर राशि में आ गया है. इसके बाद 19 दिसंबर को ये वक्री हो जाएगा. फिर वक्री चाल चलते हुए ही महीने के आखिरी में धनु राशि में आ जाएगा. इस तरह शनि की राशि में शनि के ही साथ रहते हुए इस ग्रह की चाल में बदलाव होगा. इस तरह शुक्र की चाल से देश में आर्थिक और राजनीतिक बदलाव भी होंगे.
शुक्र-शनि की युति से होगा लाभ
एक तरफ जहां शुक्र ग्रह सुख, संपंनता और ऐशो आराम दिलाते हैं तो वहीं दूसरी तरफ शनि व्यक्ति के अच्छे कर्म करने पर शुभ फल प्रदान करते हैं. शनि की कुंडली में अच्छी स्थिति होने पर व्यक्ति को रंक से राजा भी बना देते हैं. ऐसे में शनि-शुक्र की मकर राशि में युति से करियर, रोजगार, व्यापार और भाग्य में बहुत ही मदद करते हैं.
मकर राशि में शनि-शुक्र की युति जातकों का कई शुभ फल प्रदान करते हैं. देश में कंस्ट्रक्शन के कामों में तेजी आ सकती है. रोड, बिल्डिंग और पब्लिक ट्रांसपोर्ट संबंधी कामों से जुड़ा कंस्ट्रक्शन बढ़ने के योग हैं. इन ग्रहों के प्रभाव से खरीदारी और निवेश बढ़ेगा. जिससे बाजार में आर्थिक मजबूती आने के भी योग बन रहे हैं.
महिलाओं के लिए अच्छा समय
महिलाओं के लिए शुक्र-शनि की युति फायदेमंद रहेगी. इससे उन्हें कई तरह के फायदे होंगे. शुक्र विलासिता का स्वामी और शनि जमीन, मशीनरी का कारक ग्रह है. दोनों का मकर राशि में योग होने से बाजार में रौनक बढ़ेगी. जिसका फायदा सभी राशियों को मिलेगा. शुक्र के राशि परिवर्तन से अशुभ फलों में कमी आएगी. इसके अलावा मनोरंजन क्षेत्र में भी कलाकारों और फिल्म बिजनेस को बड़ा फायदा होने के योग है.
बढ़ेगी व्यापारिक गतिविधि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र भोग और विलासिता की वस्तुओं का भी स्वामी है. ज्योतिष मामलों के जानकार बताते हैं कि इनके मकर राशि में आ जाने से फर्नीचर, कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक सामान, सजावट का सामान, गहने आदि का व्यापार भी खासी रफ्तार पकड़ेगा. जिसका लाभ व्यापारियों होगा.
इसके अलावा शनि जमीन, मकान, वाहन आदि के व्यापार में लाभ दिलाएगा. जिससे इससे जुड़े लोगों को अत्यधिक लाभ होने की संभावना भी बन रही है. ज्योतिष यह भी बताते हैं कि अधिकतर लोगों के लिए ये परिवर्तन शुभ समाचार लाने वाला ही रहेगा. जिससे उनके घर के विवाद, जमीन के विवाद आदि समस्याएं दूर होंगी.
मेष, कर्क और सिंह राशि के लिए शुभ
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र की चाल में बदलाव होने से मेष, वृष, कर्क और सिंह राशि वाले लोगों के लिए अच्छा समय रहेगा. इन तीन राशियों के नौकरीपेशा और बिजनेस करने वाले लोगों को फायदा हो सकता है. कामकाज की तारीफ होगी और आगे बढ़ने के मौके मिल सकते हैं. किस्मत का साथ मिलेगा. दुश्मनों पर जीत मिलेगी। लव लाइफ और दांपत्य जीवन में सुख मिलेगा.
मकर सहित सात राशियों के लिए मिला-जुला समय
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि मकर राशि में शुक्र के आ जाने से वृष, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर और मीन राशि वाले लोगों के लिए मिला-जुला समय रहेगा. इन राशि वालों की सेहत में सुधार होगा लेकिन रोजमर्रा के कामों में रुकावटें आ सकती है. पैसा खर्चा हो सकता है. दांपत्य सुख में कमी आ सकती है. साझेदारी संबंधी मामलों में उलझने आ सकती है. बिजनेस के जरूरी फैसले सोच-समझकर लेने होंगे.
मिथुन और कुंभ राशि वालों के लिए अशुभ
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र के राशि बदलने से मिथुन और कुंभ राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा. इन राशियों के लोगों के फालतू खर्चे बढ़ सकते हैं. दांपत्य सुख में कमी आ सकती है. राज की बातें उजागर हो सकती है. मेहनत बढ़ेगी. अपोजिट जेंडर वालों से संबंध बिगड़ सकते हैं. विवाद और दौड़-भाग भी हो सकती है.