नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को कहा कि केंद्र और राज्यों के बीच सुचारु समन्वय स्वस्थ्य क्षेत्र में बेहतरीन नतीजे ला सकते हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के मिशन संचालन समूह (एमएसजी) की सातवीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए मांडविया ने कहा कि केंद्र गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य को लक्षित स्वास्थ्य कार्यक्रमों को प्रभावी तरीके से लागू करने में राज्यों की वित्तीय और तकनीकी स्तर पर मदद करने को प्रतिबद्ध है.
उल्लेखनीय है कि एमएसजी मिशन के तहत नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करने के मामले में एनएचएम की शीर्ष निर्णय लेने वाली इकाई है. बयान के मुताबिक बैठक को संबोधित करते हुए मांडविया ने कहा कि भारत दुनिया का एकमात्र देश है जहां पर चार स्तरीय स्वास्थ्य ढांचा है जिनमें जमीनी स्तर पर10 लाख आशा कार्यकर्ताओं का मजबूत आधार है.
मांडविया ने समयबद्ध तरीके से कालाजार,लेप्टोस्पाइरोसिस जैसी बीमारियों के उन्मूलन की दिशा में ध्यान केंद्रित करने के महत्व को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि ये बीमारियां बड़े पैमाने पर देश के गरीब परिवारों और समुदायों को प्रभावित करती हैं.
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बैठक में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय सामाजिक अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने भी हिस्सा लिया.