हैदराबाद: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हीरा गोल्ड स्कैम से जुड़े मामले में प्रमुख रियल एस्टेट फर्म सालारपुरिया सत्त्व (Salarpuria Satwa Group) के करीब 50 करोड़ रुपये के बैंक बैलेंस को फ्रीज कर दिया है (ed freezes rs 50 crore of salarpuria sattva group). ईडी ने पाया कि रियल एस्टेट कंपनी ने घोटाला प्रभावित हीरा समूह के साथ लेनदेन किया और पैसा शेल फर्मों को दिया गया.
ईडी ने बुधवार को खुलासा किया कि उसने 49.99 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए हैं. बेंगलुरु में कंस्ट्रक्शन से जुड़े सालारपुरिया सत्त्व समूह के 316 बैंक खातों में 49.99 करोड़ रुपये थे. हैदराबाद के रायदुर्गम स्थित इस समूह के कार्यालय में छापेमारी कर एकत्रित की गई जानकारी के आधार पर संबंधित खातों को जब्त कर लिया गया है. ईडी ने 29 लाख रुपये की नकदी और विदेशी मुद्रा भी जब्त की है.
जमा की अवैध वसूली के जरिए हीरागोल्ड कंपनी की ओर से कमाए गए पैसे के डायवर्जन की जांच के दौरान सालारपुरिया सत्त्व समूह (Salarpuria Sattva group) का मामला सामने आया. खुलासा हुआ है कि हीरा गोल्ड के खातों से नीलांचल टेक्नोकेट्र्स प्राइवेट लिमिटेड व कोलकाता और शिलांग की कई कंपनियों में 41 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं.
पता चला है कि ये कंपनियां सालारपुरिया सत्त्व समूह की हैं. इस समूह के प्रमोटर बिजय कुमार अग्रवाल हैं, जबकि प्रदीप दंडानिया और अश्विन संचेती निदेशक. यह पाया गया है कि उन्होंने हैदराबाद के टॉलीचौक में भूमि खरीद लेनदेन के लिए धन स्थानांतरित किया. यह पता चला है कि हीरा गोल्ड से सूटकेस कंपनियों को हस्तांतरित धन कोलकाता में पंजीकृत एक गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी के माध्यम से सालारपुरिया सत्व समूह को वापस कर दिया गया. इसी के तहत ईडी ने घोषणा की है कि सालारपुरिया सत्त्व समूह के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है.
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