वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र होने की वजह से वाराणसी में जी-20 को लेकर सबसे ज्यादा बैठकों का आयोजन किया गया है. तीन अलग-अलग बैठकों के बाद चौथी बैठक सस्टेनेबल फाइनेंस वर्किंग ग्रुप की जारी है. 13 और 14 सितंबर को होने वाली इस बैठक के पहले दिन 20 देश से आए 80 प्रतिनिधियों और अधिकारियों की मौजूदगी में वित्त प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया गया है. जिसे कल होने वाली बैठक में सर्वसम्मति से पास किया जाएगा.
बैठक का मुख्य उद्देश्य निजी और सार्वजनिक स्तर पर स्टेबल फाइनेंस को बढ़ाने में मदद करना था. ऐसा करते हुए सतत विकास के लिए पेरिस समझौते और 2030 एजेंडा के कार्यान्वयन में तेजी लाना था. कार्य समूह की सह-अध्यक्षता अमेरिका और चीन द्वारा की जाती है और यूएनडीपी सचिवालय के रूप में कार्य करता है. भारत की G20 अध्यक्षता के तहत SFWG के लिए तीन प्राथमिकता लेकर आज बैठक आगे बढ़ी है.
क्लाइमेट फाइनेंस के लिए समय पर और पर्याप्त संसाधन जुटाने के लिए तंत्र तैयार करना, सतत विकास लक्ष्यों के लिए वित्त सक्षम करना, सतत विकास की दिशा में वित्तपोषण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र की क्षमता निर्माण करना. ये प्राथमिकता वाले क्षेत्र स्थिरता पर भारत के फोकस और भारत की जी20 प्रेसीडेंसी की थीम "वसुधैव कुटुंबकम" या एक पृथ्वी, एक परिवार., एक भविष्य' पर ही केंद्रित है.
आज एसडीजी के वित्तपोषण पर केस अध्ययन और टिकाऊ निवेश का समर्थन करने के लिए गैर-मूल्य नीति लीवर पर चर्चा हुई है. इसके अलावा, चौथी एसएफडब्ल्यूजी बैठक का मुख्य आकर्षण जी 20 सतत वित्त रोडमैप के कार्यान्वयन में हुई प्रगति पर जी20 सदस्यों और आईओ द्वारा विचारों का आदान-प्रदान और अनुभवों को साझा करना भी है.
बैठक में शामिल होने आए मेहमानों को गंगा आरती का भव्य नजारा भी दिखाया गया है. जिस समय सभी मेहमान बोट पर सवार होकर गंगा की लहरों का लुफ्त उठा रहे थे. उसी समय हुई जोरदार बारिश ने मौसम इतना खुशनुमा बना दिया कि मेहमान गंगा की सैर करते हुए बेहद खुश नजर आए.