अगरतला: दिल्ली में अगले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की उनकी समकक्ष शेख हसीना के बीच मुलाकात के दौरान 'इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट' (आईसीपी) स्थापित करने पर बांग्लादेश की आपत्ति समेत त्रिपुरा से संबंधित अन्य मुद्दों पर चर्चा हो सकती है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. हसीना पांच सितंबर को भारत की चार दिवसीय यात्रा पर आ रही हैं. इस दौरान उनका ध्यान 'बहुआयामी' द्विपक्षीय गठजोड़ को मजबूत करने पर होगा. वह छह सितंबर को मोदी से मुलाकात करेंगी.
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विशेष सचिव (उद्योग एवं वाणिज्य) अभिषेक चंद्रा ने अगरतला में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बांग्लादेश की आपत्ति के कारण दक्षिण त्रिपुरा के मुहरीघाट में आईसीपी का निर्माण नहीं हो सका. प्रधानमंत्री ने शेख हसीना के साथ बैठक में इस मुद्दे को उठाने पर सहमति जताई है. आईसीपी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर प्रवेश और निकासी का एक बिंदु होता है, जहां आव्रजन और सीमा शुल्क संबंधित सुविधाएं उपलब्ध होती हैं. चंद्रा ने कहा कि मोदी ने पिछले साल नौ मार्च को फेनी नदी पर 'मैत्री सेतु' का उद्घाटन किया था, ताकि बांग्लादेश स्थित चटगांव के साथ संपर्क स्थापित किया जा सके.
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उन्होंने कहा कि नदी के उस पार बांग्लादेश की तरफ भूमि सीमा शुल्क स्टेशन स्थापित नहीं हुआ है, जिसके कारण अभी तक व्यापार शुरू नहीं किया जा सका है. चंद्रा ने कहा कि हमें उम्मीद है कि दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच बैठक में मैत्री सेतु का उल्लेख किया जाएगा.