जयपुर: राजस्थान के हिंसा प्रभावित करौली में गुरुवार को ऐहतियात के तौर पर कर्फ्यू 10 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है हालांकि आज यानी शुक्रवार से कर्फ्यू में तीन घंटे की ढील दी जाएगी. नव संवत्सर (हिंदू नव वर्ष) पर एक बाइक रैली में पथराव के मद्देनजर शनिवार को आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद कर्फ्यू लगाया गया था. बाइक रैली मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रही थी. रैली को विश्व हिंदू परिषद (VHP), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और बजरंग दल सहित दक्षिणपंथी संगठनों ने निकाला था जिसमें करीब 35 लोग घायल हुए थे.
कांग्रेस ने इसे लोगों का ध्रुवीकरण करने का प्रयास बताया जबकि विपक्षी भाजपा ने हिंसा को एक सुनियोजित साजिश करार दिया था. भाजपा के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आज अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह को सौंपी. राठौर ने कहा कि पुलिस ने रैली की वीडियोग्राफी की थी, लेकिन मुख्य आरोपी अमीमुद्दीन और मतलूब खान के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जबकि वे हिंसा के बाद शांति समिति की बैठक में भी शामिल हुए थे. राठौर ने कहा कि पीएफआई जैसे संगठनों से जुड़े लोग घटना में शामिल हैं. साथ ही कहा कि प्रशासन ने वादा किया था कि वह उपद्रवियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किया जाएगा.
घटना को लेकर पुलिस ने अब तक 37 लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया है. एफआईआर में प्रमुख रुप से वार्ड नंबर 35 के निर्दलीय पार्षद मतलूब अहमद और करौली के पूर्व सभापति राजाराम गुर्जर का नाम शामिल किया गया है. पुलिस दोनों ही आरोपियों को पकड़ने के लिए जगह-जगह दबिश दे रही है. फिलहाल दोनों ही आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं. कर्फ्यू में ढील के दौरान वाहनों के बाजार के अंदर आने पर रोक लगाई गई थी. जिला कलेक्टर राजेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि शोभायात्रा पर पथराव और आगजनी की घटना के बाद कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए 10 अप्रेल तक शहर में कर्फ्यू ऐहतियातन बढ़ाया गया है.
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