झांसी : जिले में एक युवक ने शनिवार की सुबह रोटी बनाने वाले तवे से हमला कर अपने ही माता-पिता की हत्या कर दी. हत्या के बाद युवक बाथरूम में नहाया, इसके बाद कमरे में जाकर चैन से सो गया. पिता का खून से लथपथ शव घर में मिला, जबकि मां गंभीर रूप से घायल मिली. उन्हें इलाज के लिए ले जाया गया. इस दौरान उनकी भी मौत हो गई. युवक पबजी खेलने का आदी था. इसके कारण उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई थी. वह आए दिन लोगों से मारपीट करता था. सुबह बेटी का फोन आने पर दोहरे हत्याकांड का राज खुला. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
माता-पिता का इकलौता बेटा है अंकित : नवाबाद थाना प्रभारी सुधाकर मिश्रा ने बताया कि ग्राम पिछोर में लक्ष्मी प्रसाद (58) अपनी पत्नी विमला (55) और बेटे अंकित (28) के साथ रहते थे. लक्ष्मी प्रसाद पलरा में एक सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल हैं. उनकी तीन बेटियां भी हैं. इनमें बड़ी बेटी नीलम और सुंदरी की शादी हो चुकी है, जबकि शिवानी अभी अविवाहित है. वह जालौन के उरई में पढ़ाई करती है. बड़ी बेटी की ससुराल पास में ही है. शनिवार की सुबह अंकित ने रोटी बनाने वाले तवे से वारकर माता-पिता की हत्या कर दी. पड़ोस में रहने वाली महिला गायत्री ने बताया कि सुबह कचरा लेने वाला आया तो उसने घर में कचरे के लिए आवाज लगाई. अंदर से कोई आवाज नहीं आई. इसके बाद वह चला गया. कुछ देर बाद नीलम ने रोजाना की तरह पिता को फोन किया. फोन न उठने पर पड़ोस में फोन किया. पड़ोसी अंदर पहुंचे तो अंदर लक्ष्मी प्रसाद की खून से लथपथ लाश पड़ी थी, जबकि विमला गंभीर रूप से जख्मी थी. जानकारी मिलने पर परिजन मौके पर पहुंच गए. विमला को आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. यहां उनकी भी मौत हो गई.
पुलिस से हंसते हुए बोला- मैंने ठीक किया : जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई. घर के एक कमरे में मां-बाप का हत्यारा अंकित चैन से सो रहा था. पुलिस ने दरवाजा खुलवाया. नवाबाद थाना प्रभारी ने बताया कि घटनास्थल पर जांच करने पर पता चला कि अंकित ने रोटी बनाने वाले तवे से सिर कुचलकर माता-पिता की हत्या की. आरोपी किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे रहा है. सिर्फ हंसते हुए बार-बार यहीं कह रहा है कि 'मैंने ठीक किया'. थोड़ी-थोड़ी देर बाद वह मोबाइल फोन मांगने लगता था. प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि उसने पहले पिता को मारा, जब मां, पिता को बचाने पहुंची तो आरोपी ने मां पर भी हमला कर दिया. ऐसा लग रहा है कि पिता ने कुछ समय पहले उससे फोन छीनकर रख लिया था. फोन न मिलने पर उसने हत्या की है. दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है. मामले में कार्रवाई की जा रही है.
मां और बहनों को भी पीटता था अंकित : पड़ोसन गायत्री ने बताया कि अंकित अपनी मां और बहनों के साथ भी मारपीट करता था. उसने अपनी बीच वाली बहन सुंदरी को उसकी शादी के दिन ही बुरी तरह पीटा था. भाई और बेटे की इस हरकत से परिवार के सभी लोग डरते थे. मां को अपने बेटे से इतना डर लगता था कि वह पति के बाहर निकलते ही घर से बाहर आ जाती थी. इसके बाद पूरा दिन पड़ोसियों के यहां बैठी रहती थी. कभी कभी लक्ष्मीप्रसाद अपने साथ ही पत्नी को ले जाया करते थे. अंकित अपने मां-बाप को किसी भी मोहल्ले वाले से बात नहीं करने देता था.
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दो साल पहले ठीक थी हालत : आसपास के लोगों ने बताया कि दो साल पहले अंकित की मानसिक हालत ठीक थी. वह पढ़ाई लिखाई में बहुत तेज था. उसने एएनएम का कोर्स भी किया था. दो साल पहले उसकी रेलवे अस्पताल में कंपाउंडर की जॉब भी लग गई थी, लेकिन लॉकडाउन हो जाने के कारण उसको नौकरी छोड़नी पड़ी. इसके बाद घर में रहते हुए उसने पबजी खेलना शुरू कर दिया. धीरे-धीरे उसको इसकी लत लग गई. एक बार तो उसने छह महीने के लिए खुद को कमरे में बन्द कर लिया था. जब बहुत भूख उसको लगती थी तब ही बाहर आता था. इसके बाद कमरा अंदर से बंद कर दिन-रात पबजी खेलता रहता था. पिता ने उसको कई जगह झाड़फूंक के अलावा झांसी में भी कई डॉक्टर से इलाज करवाया, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ. शुक्रवार को उसके पिता उसके घर आए थे. वे अंकित को रविवार को ग्वालियर दिखाने के लिए ले जाने की बात कह रहे थे. सुबह मालूम चला कि अंकित ने दोनों की हत्या कर दी.
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