नई दिल्ली : राजस्थान में कांग्रेस की सियासी घमासान के बीच दिल्ली में सोनिया गांधी के आवास पर पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल ने मुलाकात की. उन्हें भारत जोड़ो यात्रा से इस बैठक के लिए बुलाया गया था. माना जा रहा है कि यह मुलाकात राजस्थान के अंदर चल रही खींचतान को लेकर भी हुई.
बैठक को लेकर इसकी जानकारी देते हुए अजय माकन ने बताया कि अशोक गहलोत खेमे ने तीन शर्तें रखी थीं. माकन ने कहा कि विधायक दल की बैठक के समानान्तर कोई भी बैठक बुलाना अनुशासनहीनता की कैटेगरी में ही आता है. विधायकों ने समूह में बात रखने की शर्त रखी थी. माकन के अनुसार विधायकों ने यह भी शर्त रखी कि उनके आदमी को सीएम बनाया जाए, यह उनकी दूसरी शर्त थी. माकन ने कहा कि गहलोत का इस्तीफा नहीं देना, कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटेरेस्ट है. माकन ने कहा कि सोनिया गांधी ने हमसे लिखित में पूरी रिपोर्ट मांगी है, हम सुबह तक यह रिपोर्ट सौंप देंगे.
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#RajasthanPoliticalCrisis | 102 Gehlot loyalists had told us that someone among them must be made CM. We told them that their opinion would be presented before party chief & that no conditions are attached to resolutions passed; party chief decides after consultations: Ajay Maken pic.twitter.com/EnNesPJ6ti
— ANI (@ANI) September 26, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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इस बीच खबर है कि मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की है. पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे थे. खड़गे और माकन को राजस्थान में आब्जर्वर के तौर पर भेजा गया था, जिसके बाद आज वह इस मुलाकात में राजस्थान को लेकर अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. हालांकि, अभी उन्हें विस्तृत रिपोर्ट फिर से सौंपने को कहा गया है.
आपको बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की थी, लेकिन अजय माकन की गहलोत से मुलाकात नहीं हुई. यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई है, जब पार्टी आलाकमान गहलोत गुट से नाराज बताया जा रहा है.
गहलोत से मुलाकात के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, कल जो भी हुआ उसके बारे में हमने पार्टी अध्यक्ष को बता दिया है. आखिर में जो भी फैसला लिया जाता है, उसका सभी को पालन करना होता है, पार्टी में अनुशासन होना चाहिए.
कांग्रेस विधायक दल की बैठक रविवार रात को मुख्यमंत्री आवास पर होनी थी, लेकिन गहलोत के वफादार कई विधायक बैठक में नहीं आए, उन्होंने संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के बंगले पर बैठक की और फिर वहां से वे विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से मिलने गए.
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Delhi | AICC observers Ajay Maken & Mallikarjun Kharge arrive at the residence of Congress interim president Sonia Gandhi. They will further give the report to her pertaining to #RajasthanCongressCrisis pic.twitter.com/ftN8HUCr8o
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गहलोत रेस से बाहर - सूत्रों की मानें तो सीडब्लूसी के सदस्यों ने अध्यक्ष पद की रेस से अशोक गहलोत को हटाने की मांग की है. उनका मानना है कि गहलोत के नाम से पार्टी को दिक्कत हो सकती है. यह पार्टी के सामने अनुशासन का मामला है. उन्होंने सुझाव दिया है कि बाकी के नामों पर पार्टी विचार कर सकती है. दिग्विजय सिंह और मुकुल वासनिक जैसे नामों पर पार्टी विचार कर सकती है. शशि थरूर भी 30 सितंबर को नामांकन दाखिल करने वाले हैं.
इन्हीं खबरों के बीच एक ऐसी तस्वीर आई, जिसको लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हुई. गहलोत समर्थक विधायकों को पोलो मैच देखते हुए स्पॉट किया गया. वहां पर स्पीकर सीपी जोशी भी मौजूद थे.