रायपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh assembly election 2022) विधानसभा चुनाव 2022 में चुनाव प्रचार के बाद सीएम भूपेश बघेल रायपुर लौट आए हैं. यहां पहुंचते ही सीएम बघेल ने पीएम मोदी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पीएम का ज्ञान टेलीप्रॉम्प्टर पर टिका हुआ है. टेलीप्रॉम्प्टर ने धोखा दे दिया. सीएम बघेल ने कहा कि हम तो कागज देखकर पढ़ते हैं. विद्वता का ढोंग नहीं करते हैं. जैसे ही पीएम मोदी का टेलीप्रॉम्पटर फेल हो गया. उनकी एक्टिंग धरी की धरी रह गई.
सोमवार को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दावोस समिट के बाद यह बातें लगातार चर्चा में हैं. हुआ यूं कि यहां वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दावोस समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधन कर रहे थे. इस बीच उन्हें अपना भाषण बीच में रोकना पड़ा. उसके बाद से लगातार राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा हो रही है कि टेलीप्रॉम्प्टर में आई दिक्कत की वजह से भाषण बीच में रोका गया. सोशल मीडिया पर भी एक बहस छिड़ गई. राहुल गांधी ने भी इसे लेकर ट्वीट किया था. राहुल गांधी ने तंज कसते हुए पीएम पर हमला किया. राहुल गांधी के ट्वीट के बात कई कांग्रेसी नेताओं ने पीएम मोदी पर तंज कसना शुरू कर दिया. उसी कड़ी में सीएम बघेल ने भी पीएम मोदी पर हमला बोला है.
क्या होता है टेलीप्रॉम्प्टर ?
टेलीप्रॉम्प्टर (Teleprompter) ज्यादातर टेलीविजन पत्रकारिता में इस्तेमाल होने वाला यंत्र है. इसे autocue के नाम से भी जाना जाता है. Teleprompter एक तरह का डिस्प्ले डिवाइस होता है. जिसके जरिए टेलीविजन न्यूज चैनल में एंकर न्यूज पढ़ते हैं. इस डिवाइस के जरिए ऑनकैमरा आप कुछ भी पढ़ सकते हैं. इसमें बार बार पेज पलटने की जरूरत नहीं होती. कैमरे की ओर निगाह कर आप अपनी स्पीड को मैनेज कर इसे पढ़ सकते हैं. किसी भी व्यक्ति को कोई चीज पढ़नी होती है तो वो पेपर, फोन, लैपटॉप में ना देखते हुए एक अलग सी स्क्रीन पर देखकर पढ़ता है और इसे ही टेलीप्रॉम्प्टर कहते हैं.
यूपी की जनता बदलाव चाहती है- सीएम बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए यूपी में चुनाव प्रचार किया गया है. आज उत्तर प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है. अब वहां की जनता जाति, धर्म की राजनीति से ऊब चुकी है. वहां बेरोजगारी से लोग परेशान हैं. उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए छत्तीसगढ़ भाजपा से स्टार प्रचारक न बनाए जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महामंत्री समेत कई लोग हैं. बीजेपी ने उन्हें इस लायक नहीं समझा कि स्टार प्रचारक बनाया जाए. इतना ही नहीं सीएम बघेल ने चुनावी राज्यों में पड़ रहे छापे पर भी बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जहां चुनाव होते हैं उस राज्य के विपक्षी नेताओं के यहां रेड पड़ती है. लेकिन उत्तरप्रदेश में सीएम के रिश्तेदारों के यहां छापे नहीं पड़ रहे हैं. सीएम बघेल यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि यूपी में बीजेपी का साथ छोड़कर कई नेता किनारा कर रहे हैं. वह सत्ताधारी दल को छोड़कर भाग रहे हैं