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बोरवेल से निकले राहुल की सेहत कैसी है, जानिए पल-पल की अपडेट

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Published : Jun 15, 2022, 2:27 PM IST

जांजगीर चांपा में बोरवेल में गिरे राहुल को सुरक्षित बाहर निकालकर बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया है. बिलासपुर अपोलो अस्पताल प्रबंधन ने मेडिकल बुलेटिन जारी किया है. राहुल को हल्का बुखार और इन्फेक्शन है. डॉक्टरों की देखरेख में राहुल का इलाज चल रहा है.

Chhattisgarh boy rescued from borewell is stable
बोरवेल से सुरक्षित बाहर निकले राहुल का मेडिकल बुलेटिन

बिलासपुर: जांजगीर के पिहरीद में बोरवेल में फंसे राहुल को इलाज के लिए मंगलवार देर रात अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर लाया गया. एम्बुलेंस में डॉक्टरों की टीम के साथ परिजन भी मौजूद रहे. इस दौरान राहुल का बीपी, शुगर, हार्टबीट नॉर्मल था. उसकी स्थिति इतनी बेहतर थी कि वह बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के ही अस्पताल पहुंचा. राहुल का लंग्स भी क्लियर है. राहुल ने रास्ते में ग्लूकोज भी लिया. अपोलो अस्पताल में पहुंचने के बाद इमरजेंसी वार्ड में उसका प्राथमिक इलाज किया गया. अब आईसीयू में एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम राहुल का इलाज कर रही है. अपोलो अस्पताल में राहुल के बेहतर इलाज के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों को तैनात किया गया है. उसके परिजन भी साथ हैं. बोरवेल से सुरक्षित बाहर निकले राहुल का मेडिकल बुलेटिन भी जारी किया गया है. राहुल को बैक्टीरियल इंफेक्शन है, जिसकी वजह से उसे हल्का बुखार है.

बोरवेल से सुरक्षित बाहर निकले राहुल का मेडिकल बुलेटिन

यह भी पढ़ें: जांजगीर चांपा में ऑपरेशन राहुल पूरा: राहुल को बोरवेल से निकाला गया

राहुल को हल्का बुखार: अपोलो अस्पताल के डॉ. सुशील कुमार के मुताबिक '' बच्चे की स्थिति अभी स्थिर है. बच्चा अभी खाना खा रहा है. राहुल को बुखार आ रहा है. कई जगह स्किन छील गई है. कई घंटों से वह बोरवेल में था. उसे इंफेक्शन है. एंटिबायोटिक्स दी जा रही है. इंद्रप्रस्थ अपोलो से डॉक्टर से वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए सलाह ली जाएगी. कम से कम 7 दिन इंफेक्शन खत्म होने में लगेंगे. यह इंफेक्शन जानलेवा भी हो सकता है. राहुल की सभी टेस्ट रिपोर्ट नहीं आई है. राहुल जो भी खाने की डिमांड कर रहा है, उसे दिया जा रहा है. करीब 5-6 डॉक्टरों की टीम निगरानी रख रही है. अभी राहुल की स्थिति स्थिर है.''

अपोलो अस्पताल में राहुल के लिए इंतजाम: जांजगीर के पिहरीद गांव में बोरवेल के गड्ढे में 106 घंटे तक फंसे रहे राहुल को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अपोलो अस्पताल लाया गया है. राहुल ने 106 घंटे से अधिक समय बोरवेल में बिताकर एक नई जिंदगी हासिल की है. राहुल के इलाज के लिए प्रमुख रूप से शिशुरोग विशेषज्ञ, स्कीन स्पेशलिस्ट, लंग्स स्पेशलिस्ट और अन्य डॉक्टरों की तैनाती है. राहुल ने सुबह का नाश्ता किया है. राहुल को कई जगह कटे होने और पानी में डूबे रहने के कारण काफी इन्फेक्शन हुआ है. 2 दिन बाद ही स्थिति बेहतर हो पाएगी. फिलहाल राहुल का स्थिति स्थिर है.

राहुल साहू बोरवेल में कैसे गिरा: पिहरीद गांव का राहुल अपने घर के पीछे खेलते समय शुक्रवार दोपहर को बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था. जैसे ही जिला प्रशासन को इस घटना की सूचना मिली शुक्रवार शाम 5 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया. कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला की अगुवाई में जिला प्रशासन की टीम पिहरीद गांव में पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन की शुरुआत की गई.

इन मशीनों का किया गया इस्तेमाल: जांजगीर के पिहरीद गांव में बोरवेल से निकालने में एक स्टोन ब्रेकर, 3 पोकलेन, 3 जेसीबी, 3 हाइवा, 10 ट्रैक्टर, 3 वाटर टैंकर, 2 डीजल टैंकर, 1 हाइड्रा, 1 फायर ब्रिगेड, 1 ट्रांसपोर्टिंग ट्रेलर, तीन पिकअप, 1 होरिजेंटल ट्रंक मेकर, ड्रिल मशीन, रोबोट मशीन और 2 जेनरेटर का उपयोग किया गया. मौके पर एंबुलेंस को भी तैनात कर रखा गया था.

बिलासपुर: जांजगीर के पिहरीद में बोरवेल में फंसे राहुल को इलाज के लिए मंगलवार देर रात अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर लाया गया. एम्बुलेंस में डॉक्टरों की टीम के साथ परिजन भी मौजूद रहे. इस दौरान राहुल का बीपी, शुगर, हार्टबीट नॉर्मल था. उसकी स्थिति इतनी बेहतर थी कि वह बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के ही अस्पताल पहुंचा. राहुल का लंग्स भी क्लियर है. राहुल ने रास्ते में ग्लूकोज भी लिया. अपोलो अस्पताल में पहुंचने के बाद इमरजेंसी वार्ड में उसका प्राथमिक इलाज किया गया. अब आईसीयू में एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम राहुल का इलाज कर रही है. अपोलो अस्पताल में राहुल के बेहतर इलाज के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों को तैनात किया गया है. उसके परिजन भी साथ हैं. बोरवेल से सुरक्षित बाहर निकले राहुल का मेडिकल बुलेटिन भी जारी किया गया है. राहुल को बैक्टीरियल इंफेक्शन है, जिसकी वजह से उसे हल्का बुखार है.

बोरवेल से सुरक्षित बाहर निकले राहुल का मेडिकल बुलेटिन

यह भी पढ़ें: जांजगीर चांपा में ऑपरेशन राहुल पूरा: राहुल को बोरवेल से निकाला गया

राहुल को हल्का बुखार: अपोलो अस्पताल के डॉ. सुशील कुमार के मुताबिक '' बच्चे की स्थिति अभी स्थिर है. बच्चा अभी खाना खा रहा है. राहुल को बुखार आ रहा है. कई जगह स्किन छील गई है. कई घंटों से वह बोरवेल में था. उसे इंफेक्शन है. एंटिबायोटिक्स दी जा रही है. इंद्रप्रस्थ अपोलो से डॉक्टर से वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए सलाह ली जाएगी. कम से कम 7 दिन इंफेक्शन खत्म होने में लगेंगे. यह इंफेक्शन जानलेवा भी हो सकता है. राहुल की सभी टेस्ट रिपोर्ट नहीं आई है. राहुल जो भी खाने की डिमांड कर रहा है, उसे दिया जा रहा है. करीब 5-6 डॉक्टरों की टीम निगरानी रख रही है. अभी राहुल की स्थिति स्थिर है.''

अपोलो अस्पताल में राहुल के लिए इंतजाम: जांजगीर के पिहरीद गांव में बोरवेल के गड्ढे में 106 घंटे तक फंसे रहे राहुल को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अपोलो अस्पताल लाया गया है. राहुल ने 106 घंटे से अधिक समय बोरवेल में बिताकर एक नई जिंदगी हासिल की है. राहुल के इलाज के लिए प्रमुख रूप से शिशुरोग विशेषज्ञ, स्कीन स्पेशलिस्ट, लंग्स स्पेशलिस्ट और अन्य डॉक्टरों की तैनाती है. राहुल ने सुबह का नाश्ता किया है. राहुल को कई जगह कटे होने और पानी में डूबे रहने के कारण काफी इन्फेक्शन हुआ है. 2 दिन बाद ही स्थिति बेहतर हो पाएगी. फिलहाल राहुल का स्थिति स्थिर है.

राहुल साहू बोरवेल में कैसे गिरा: पिहरीद गांव का राहुल अपने घर के पीछे खेलते समय शुक्रवार दोपहर को बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था. जैसे ही जिला प्रशासन को इस घटना की सूचना मिली शुक्रवार शाम 5 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया. कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला की अगुवाई में जिला प्रशासन की टीम पिहरीद गांव में पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन की शुरुआत की गई.

इन मशीनों का किया गया इस्तेमाल: जांजगीर के पिहरीद गांव में बोरवेल से निकालने में एक स्टोन ब्रेकर, 3 पोकलेन, 3 जेसीबी, 3 हाइवा, 10 ट्रैक्टर, 3 वाटर टैंकर, 2 डीजल टैंकर, 1 हाइड्रा, 1 फायर ब्रिगेड, 1 ट्रांसपोर्टिंग ट्रेलर, तीन पिकअप, 1 होरिजेंटल ट्रंक मेकर, ड्रिल मशीन, रोबोट मशीन और 2 जेनरेटर का उपयोग किया गया. मौके पर एंबुलेंस को भी तैनात कर रखा गया था.

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