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कश्मीर में दो दिवसीय स्टीयरिंग छोड़ो आंदोलन का आह्वान, नहीं चलेंगे कमर्शियल वाहन - कश्मीर में हड़ताल

Strike in Jammu-Kashmir जम्मू-कश्मीर में ऑल कश्मीर ट्रांसपोर्टर्स कन्फेडरेशन ने दो दिवसीय स्टीयरिंग छोड़ो आंदोलन का आह्वान किया है. इस आह्वान के अनुसार 9 और 10 जनवरी को कोई ट्रांसपोर्ट वाहन न चलाने की अपील की है.

truck strike
ट्रक हड़ताल
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 8, 2024, 9:58 PM IST

Updated : Jan 8, 2024, 10:04 PM IST

श्रीनगर: एक ऐसे घटनाक्रम ने चिंता और भ्रम दोनों पैदा कर दिया है, जिसमें कश्मीर घाटी में सभी यात्री वाहन 9 और 10 जनवरी को दो दिवसीय 'स्टीयरिंग छोड़ो आंदोलन' किया जाएगा. न केवल कश्मीर बल्कि महाराष्ट्र, नई दिल्ली और कई अन्य राज्यों में भी ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल का आह्वान किया.

ऑल कश्मीर ट्रांसपोर्टर्स कन्फेडरेशन के अध्यक्ष मोहम्मद शफी मीर के अनुसार, यह समन्वित प्रयास देश भर में ट्रांसपोर्टरों द्वारा की गई मांगों का जवाब है. मीर ने घोषणा की कि सभी यात्री वाहन 9 और 10 जनवरी को स्टीयरिंग छोड़ो आंदोलन का पालन करेंगे. इस मोर्चे का एक उल्लेखनीय अपवाद ऑल जेके ऑयल टैंकर्स एसोसिएशन है, जिसने एक वीडियो बयान में, एसोसिएशन द्वारा बुलाए गए हड़ताल की किसी भी रिपोर्ट को खारिज कर दिया.

  • #WATCH | Mumbai, Maharashtra: Issuing a clarification statement on the rumours of driver's strike, All India Motor Transport Congress (AIMTC) President Bal Malkit Singh says, "AIMTC wants to give a clarification that there are rumours all over that there will be protests in the… pic.twitter.com/xSR22ZHZaK

    — ANI (@ANI) January 8, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विभिन्न परिवहन समूहों के परस्पर विरोधी संदेशों ने निवासियों और अधिकारियों को अनिश्चितता की स्थिति में छोड़ दिया है. हड़ताली ट्रांसपोर्टरों की प्राथमिक मांग हिट-एंड-रन मामलों के संबंध में भारत सरकार (जीओआई) द्वारा शुरू किए गए दंडात्मक प्रावधानों को वापस लेना है. इस विवादास्पद मुद्दे के कारण ट्रांसपोर्टरों ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया है, जिसमें विभिन्न क्षेत्र एकजुटता के साथ शामिल हो रहे हैं.

दिलचस्प बात यह है कि पिछले हफ्ते ही, कश्मीर घाटी में चिंता की लहर दौड़ गई जब ईंधन की आसन्न कमी के बारे में अफवाहें फैल गईं. ईंधन आपूर्ति में संभावित व्यवधान के डर से स्थानीय लोग पेट्रोल पंपों की ओर दौड़ पड़े. जम्मू और कश्मीर ऑयल टैंकर एसोसिएशन ने इन आशंकाओं को दूर करने के लिए तेजी से कदम उठाया और एक बयान जारी किया कि उनके एसोसिएशन द्वारा कोई हड़ताल का आह्वान जारी नहीं किया गया.

संभागीय आयुक्त कश्मीर विजय कुमार भिदुड़ी ने भी संबोधित करते हुए जनता को आश्वासन दिया कि घाटी में पेट्रोल, केरोसिन और एलपीजी का पर्याप्त भंडार है. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे वाहनों और बोतलों के साथ पेट्रोल पंपों पर जाकर दहशत पैदा न करें.

श्रीनगर: एक ऐसे घटनाक्रम ने चिंता और भ्रम दोनों पैदा कर दिया है, जिसमें कश्मीर घाटी में सभी यात्री वाहन 9 और 10 जनवरी को दो दिवसीय 'स्टीयरिंग छोड़ो आंदोलन' किया जाएगा. न केवल कश्मीर बल्कि महाराष्ट्र, नई दिल्ली और कई अन्य राज्यों में भी ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल का आह्वान किया.

ऑल कश्मीर ट्रांसपोर्टर्स कन्फेडरेशन के अध्यक्ष मोहम्मद शफी मीर के अनुसार, यह समन्वित प्रयास देश भर में ट्रांसपोर्टरों द्वारा की गई मांगों का जवाब है. मीर ने घोषणा की कि सभी यात्री वाहन 9 और 10 जनवरी को स्टीयरिंग छोड़ो आंदोलन का पालन करेंगे. इस मोर्चे का एक उल्लेखनीय अपवाद ऑल जेके ऑयल टैंकर्स एसोसिएशन है, जिसने एक वीडियो बयान में, एसोसिएशन द्वारा बुलाए गए हड़ताल की किसी भी रिपोर्ट को खारिज कर दिया.

  • #WATCH | Mumbai, Maharashtra: Issuing a clarification statement on the rumours of driver's strike, All India Motor Transport Congress (AIMTC) President Bal Malkit Singh says, "AIMTC wants to give a clarification that there are rumours all over that there will be protests in the… pic.twitter.com/xSR22ZHZaK

    — ANI (@ANI) January 8, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विभिन्न परिवहन समूहों के परस्पर विरोधी संदेशों ने निवासियों और अधिकारियों को अनिश्चितता की स्थिति में छोड़ दिया है. हड़ताली ट्रांसपोर्टरों की प्राथमिक मांग हिट-एंड-रन मामलों के संबंध में भारत सरकार (जीओआई) द्वारा शुरू किए गए दंडात्मक प्रावधानों को वापस लेना है. इस विवादास्पद मुद्दे के कारण ट्रांसपोर्टरों ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया है, जिसमें विभिन्न क्षेत्र एकजुटता के साथ शामिल हो रहे हैं.

दिलचस्प बात यह है कि पिछले हफ्ते ही, कश्मीर घाटी में चिंता की लहर दौड़ गई जब ईंधन की आसन्न कमी के बारे में अफवाहें फैल गईं. ईंधन आपूर्ति में संभावित व्यवधान के डर से स्थानीय लोग पेट्रोल पंपों की ओर दौड़ पड़े. जम्मू और कश्मीर ऑयल टैंकर एसोसिएशन ने इन आशंकाओं को दूर करने के लिए तेजी से कदम उठाया और एक बयान जारी किया कि उनके एसोसिएशन द्वारा कोई हड़ताल का आह्वान जारी नहीं किया गया.

संभागीय आयुक्त कश्मीर विजय कुमार भिदुड़ी ने भी संबोधित करते हुए जनता को आश्वासन दिया कि घाटी में पेट्रोल, केरोसिन और एलपीजी का पर्याप्त भंडार है. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे वाहनों और बोतलों के साथ पेट्रोल पंपों पर जाकर दहशत पैदा न करें.

Last Updated : Jan 8, 2024, 10:04 PM IST
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