लखनऊ: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन किया. इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के अलावा तमाम विपक्षी दलों के नेता भी मौजूद रहे. नई संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति से न कराए जाने को लेकर विपक्ष विरोध में है. इसके चलते कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, राष्ट्रीय लोक दल, जनता दल यूनाइटेड, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी समेत करीब 20 विपक्षी दल के नेताओं ने उद्घाटन में हिस्सा नहीं लिया. हालांकि, विपक्षी दल से बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने केंद्र सरकार का समर्थन किया. रविवार को सांसद भवन के उद्घाटन के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके केंद्र सरकार को शुभकामनाएं दी हैं.
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नये संसद भवन के आज किये गये उद्घाटन के लिए केन्द्र को शुभकामनायें। इस नए संसद भवन का परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की मानवतावादी सोच तथा उनके बनाये गये पवित्र संविधान की नेक मंशा के हिसाब से देश व जनहित में सही व भरपूर इस्तेमाल हो, यह उचित होगा।
— Mayawati (@Mayawati) May 28, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट करके केंद्र सरकार को नए संसद भवन के लिए बधाई दी है. उन्होंने लिखा है कि नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए केन्द्र को शुभकामनाएं. इस नए संसद भवन का संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की मानवतावादी सोच व उनके बनाए गए पवित्र संविधान की नेक मंशा के हिसाब से देश व जनहित में सही व भरपूर इस्तेमाल हो, यह उचित होगा.
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3. देश को समर्पित होने वाले कार्यक्रम अर्थात नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण मुझे प्राप्त हुआ है, जिसके लिए आभार और मेरी शुभकामनायें। किन्तु पार्टी की लगातार जारी समीक्षा बैठकों सम्बंधी अपनी पूर्व निर्धारित व्यस्तता के कारण मैं उस समारोह में शामिल नहीं हो पाऊंगी।
— Mayawati (@Mayawati) May 25, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Mayawati (@Mayawati) May 25, 20233. देश को समर्पित होने वाले कार्यक्रम अर्थात नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण मुझे प्राप्त हुआ है, जिसके लिए आभार और मेरी शुभकामनायें। किन्तु पार्टी की लगातार जारी समीक्षा बैठकों सम्बंधी अपनी पूर्व निर्धारित व्यस्तता के कारण मैं उस समारोह में शामिल नहीं हो पाऊंगी।
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नए संसद भवन के उद्घाटन अवसर पर उपस्थित होने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से मायावती को भी निमंत्रण भेजा गया था. मायावती ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि केंद्र सरकार की तरफ से आमंत्रण मिला है. मैं इसे स्वीकार करती हूं, लेकिन पार्टी की जरूरी बैठकों की वजह से इस अवसर पर उपस्थित हो पाना संभव नहीं होगा.
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2.राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा नए संसद का उद्घाटन नहीं कराए जाने को लेकर बहिष्कार अनुचित। सरकार ने इसको बनाया है इसलिए उसके उद्घाटन का उसे हक है। इसको आदिवासी महिला सम्मान से जोड़ना भी अनुचित। यह उन्हें निर्विरोध न चुनकर उनके विरुद्ध उम्मीदवार खड़ा करते वक्त सोचना चाहिए था
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— Mayawati (@Mayawati) May 25, 20232.राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा नए संसद का उद्घाटन नहीं कराए जाने को लेकर बहिष्कार अनुचित। सरकार ने इसको बनाया है इसलिए उसके उद्घाटन का उसे हक है। इसको आदिवासी महिला सम्मान से जोड़ना भी अनुचित। यह उन्हें निर्विरोध न चुनकर उनके विरुद्ध उम्मीदवार खड़ा करते वक्त सोचना चाहिए था
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मायावती ने उस समय भी केंद्र सरकार का ही साथ दिया था जब कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से न कराए जाने पर विरोध जताया और उद्घाटन में शामिल होने का बहिष्कार किया था. मायावती ने कहा था कि यह केंद्र सरकार का हक है कि उसने नई संसद का निर्माण कराया तो उद्घाटन भी वही करे. विपक्षी दलों के नेताओं को मायावती ने यह भी नसीहत दी थी कि इस मामले में आदिवासी समाज की महिला और देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बीच में न लाया जाए.