लखनऊ : लोकसभा चुनाव अकेले दम लड़ने का दम भरने वाली मायावती को उनके ही सांसद बेदम कर सकते हैं. लोकसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती को उनके अपने ही सांसद तगड़ा झटका दे सकते हैं. कई सांसद हाथी की सवारी छोड़कर कमल खिलाने जा सकते हैं या साइकिल पर सवार हो सकते हैं. इन दिनों राजनीतिक गलियों में बहुजन समाज पार्टी के सांसदों की चर्चा तेजी से हो रही है. यह सांसद बसपा का साथ छोड़कर समाजवादी पार्टी या फिर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं. वर्तमान में बहुजन समाज पार्टी के नौ सांसद हैं.
लोकसभा चुनाव से पहले मायावती का साथ छोड़ने वालों में सबसे बड़ा नाम बिजनौर से सांसद मलूक नागर का है. सियासी गलियारों में चर्चा तेज है कि मलूक वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव तो लड़ेंगे, लेकिन बीएसपी के टिकट के बजाय बीजेपी के टिकट पर. मलूक नागर की बिजनौर में अच्छी खासी पकड़ है और इस बार भी जीत की उम्मीद काफी ज्यादा है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी मलूक नागर को अपनी तरफ मिलने के लिए प्रयास में जुट गई है.
विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि दोनों पक्षों में बात भी लगभग फाइनल हो गई है. इसके अलावा अंबेडकरनगर से सांसद रितेश पांडेय भी समाजवादी पार्टी का रुख कर सकते हैं. उनके पिता राकेश पांडेय समाजवादी पार्टी से ही विधायक हैं और रितेश पांडेय पिछले दिनों अखिलेश से मुलाकात भी कर चुके हैं. इसके अलावा जौनपुर से सांसद श्याम सिंह यादव भी बसपा से बगावत कर भाजपा का दामन थाम सकते हैं. सांसद श्याम सिंह लगातार भाजपा की तारीफ कर रहे हैं. इसलिए भाजपा ने भी जौनपुर से उन पर दांव खेलने का मन बनाया है.
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