आगरा : जिले के कस्बा जगनेर स्थित ब्रह्माकुमारी आश्रम में बीते शुक्रवार रात सगी बहन ब्रह्माकुमारी एकता और ब्रह्माकुमारी शिखा की आत्महत्या की थी. इस मामले में अभी तक पुलिस ने तीन आरोपी जेल भेज दिए. एक फरार आरोपी की तलाश में पुलिस टीम दबिश दे रही है. सगी बहनों की आत्महत्या के मामले में पुलिस के हाथ ठोस सुराग लगे हैं. जिस कमरे में एकता और शिखा के शव मिले. कमरे के सीसीटीवी कैमरे में सुसाइड की घटना कैद हो गई है. जिसकी रिकॉर्डिंग देखकर पुलिस भी हैरान और सहम गई. रिकॉर्डिंग में दोनों बहनों ने एक साथ आत्महत्या की थी. बड़ी बहन एकता की जान दूसरे प्रयास में गई.
मानवाधिकार और महिला आयोग से जांच की मांग : भाई सोनू की मांग है कि बहन एकता और शिखा की आत्महत्या की जांच मानवाधिकार आयोग व महिला आयोग केंद्रों की जांच करें. सोनू का आरोप है कि बहन एकता और शिखा की आत्महत्या के मामले में ब्रह्माकुमारी परिवार अपनी नैतिक जिम्मेदारी से बच रहा है. जब उनकी बहनों ने दीक्षा ले ली थी तो उनका अंतिम संस्कार ब्रह्माकुमारी परिवार को ही अपने रीति-रिवाज से करना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. केंद्र को बहन की स्मृति में शिक्षा संस्थान में बदला जाए.
कई घरों में नहीं मनी दीपावली : जगनेर के ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय संस्थान में शुक्रवार रात दो सगी बहनों की एक साथ आत्महत्या से पूरा तांतपुर क्षेत्र स्तब्ध है. राजस्थान की सीमा से लगे इस गांव में शोक है. रविवार को शोक के कारण तांतपुर के कई घरों में दिवाली नहीं मनाई गई तो मिठाई बांटी गई और न ही घरों पर किसी भी परिवार ने रोशनी की. दोनों बहनें तांतपुर के अशोक सिंघल की पुत्रियां थीं. तांतपुर क्षेत्रसे भी लोग उनका सत्संग सुनने जगनेर जाते थे.
तनाव कम करना करना सिखाते हैं : ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय प्रजापिता विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी बीके कोमल ने बताया कि संस्थान बीते 87 सालों से मानव सेवा कर रहा है. संस्थान के केंद्रों पर तनाव कम करना व जीना सिखाया जाता है. लोग यहां अपनी समस्याओं का समाधान तलाशने के लिए आते हैं. आश्रम में दोनों बहन के आत्महत्या करना अत्यंत दुखद है. ऐसा तनाव और ध्यान भटकने के कारण होता है. दोनों बहनों की मौत से ब्रह्माकुमारी परिवार काफी आहत हैं. माउंट आबू से आई टीम ने पूरे मामले की जानकारी ली है. जिसमें मामला पारिवारिक सामने आया है. क्योंकि, सभी आरोपी रिश्तेदार हैं. आत्महत्या करने वाली बहनों का आरोपी नीरज मौसेरा भाई है. पूरनचंद मौसा और गुडन तो नीरज का चाचा है. परिवार और रिश्तेदारों की वजह से बहनों ने इस बारे में किसी को नहीं बताया.
हमारी मौत के बाद चैन से नहीं रह पाएंगे : एसीपी खेरागढ़ महेश कुमार ने बताया कि सगी बहनों की आत्महत्या के मामले में मुख्य आरोपित नीरज माउंट आबू में था. उसकी तलाश में पुलिस वहां गई तो वो माउंट आबू स्थित ब्रह्माकुमारी आश्रम से भी फरार हो गया है. उसकी तलाश में टीम दबिश दे रही है. एकता और शिखा के मोबाइल से पुलिस के हाथ कुछ और अहम सुराग लगे हैं. एकता ने मुख्य आरोपित नीरज को भी वायस मैसेज भेजा था. उसने बोला था कि उसने धोखा दिया और बुलाने पर भी नहीं आया. जिस तरह उन लोगों ने उन्हें परेशान किया था. अब वे लोग परेशान होंगे. हमारी मौत के बाद वे भी लोग चैन से नहीं रह पाएंगे.
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