लखनऊ : रामपुर में जौहर यूनिवर्सिटी के निर्माण की आड़ में पूर्व मंत्री आजम खान और उनके कुनबे ने जमकर धन की बंदरबांट की थी. इनकम टैक्स विभाग की जांच में यह जानकारी सामने आई है कि यूनिवर्सिटी के निर्माण में कुल 494 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, जबकि विश्वविद्यालय के निर्माण में जौहर ट्रस्ट सिर्फ 46 करोड़ रुपये लगने की बात कह रहा है. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि 448 करोड़ रुपये का काला धन विवि के निर्माण में लगाया गया. सितंबर माह में आजम खान के करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान इनकम टैक्स विभाग इसके बारे में जानकारी मिली थी. बरामद दस्तावेज से सीपीडब्ल्यूडी द्वारा यूनिवर्सिटी में हुए निर्माण कार्यों का मूल्यांकन कराया गया था.
रामपुर शहर के विधायक आकाश सक्सेना की शिकायत पर इनकम टैक्स विभाग की जांच में जौहर यूनिवर्सिटी के निर्माण कार्य में खर्च हुए पैसों की गड़बड़ी निकलकर सामने आई है. विश्वविद्यालय के निर्माण में कम खर्चा दिखाकर इनकम टैक्स की चोरी की गई है. साथ ही इन पैसों के श्रोत के बारे में भी जानकारी साफ नहीं हो पाई है, ऐसे में इनकम टैक्स विभाग ने अपनी जांच रिपोर्ट प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सौंपी दी है.
दरअसल, बीते सितंबर माह में इनकम टैक्स विभाग ने आजम खान और उनके कुनबे के 40 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी. इस छापेमारी के दौरान एजेंसी ने उन लोगों से भी पूछताछ की थी, जिनका नाम जौहर ट्रस्ट को चंदा देने वालों की लिस्ट में शामिल था, लेकिन वो सभी चंदा देने की बात से मुकर गए. छापेमारी के दौरान मिले दस्तावेजों के आधार पर सामने आया है कि लखनऊ, दिल्ली, मुरादाबाद नोएडा, बहराइच की कई कंपनियों और फर्म ने जौहर ट्रस्ट को करोड़ों रुपये का चंदा दिया था. अब निर्माण कार्य में अतिरिक्त पैसा खर्च होने, टैक्स चोरी और हवाला की रकम के मामले में आजम की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
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