ETV Bharat / bharat

नेहा ने अब गाया- 'यूपी में का बा.. मंत्री के बेटवा बड़ी रंगदार बा.. किसानन के छाती पर रौंदत मोटर कार बा..' - Neha Rathore UP Mein Ka Ba Song

'बिहार में का बा' के बाद अब नेहा राठौर का 'यूपी में का बा' गाना (Neha Rathore UP Mein Ka Ba Song) जमकर वायरल हो रहा है. उन्होंने अपने गाने में रोजगार, हाथरस की घटना और कोरोना वायरस के बीच गंगा में तैरती लाशों का जिक्र किया है. उनके इस गाने को भोजपुरी अभिनेता का गाना 'यूपी में सब बा' के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है.

Neha Rathore
नेहा राठौर
author img

By

Published : Jan 17, 2022, 2:25 PM IST

पटना: भोजपुरी सिंगर नेहा राठौर (Bhojpuri Singer Neha Rathore) का बिहार विधानसभा चुनाव के समय व्यंग्य गीत 'बिहार में का बा' काफी सुर्खियों में था. अपने गाने में राजनीतिक और सामजिक मुद्दों को मजाकिया अंदाज में गाकर सरकार पर कटाक्ष के लिए जाने जानी वाली नेहा ने योगी सरकार पर निशाना साधा (Neha Rathore target Yogi Government) है. नेहा राठौर ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर तंज कसते हुए नया गाना 'यूपी में का बा..बाबा के दरबार में खत्तम रोजगार बा' गाया है. नेहा सिंह राठौर ने रविवार की सुबह ट्विटर पर इसे शेयर किया है. उनका यह गाना बड़ी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

ये भी पढ़ें- 'बिहार में का बा..' फेम भोजपुरी सिंगर नेहा सिंह राठौर ने की शराबबंदी की तारीफ, कहा- 'मैं महिला हूं, जानती हूं उनका दर्द'

नेहा राठौर इस गाने में लाल और पीले रंग की साड़ी पहनी हुई हैं, साथ ही टिकुली-बिंदी भी है. उन्होंने अपने गाने में यूपी में रोजगार, हाथरस की घटना और कोरोना वायरस के बीच गंगा में तैरती लाशों का भी जिक्र किया है. नेहा अपने व्यंग्य से जनता की पीड़ा बता रही हैं. गीत की शुरुआत बाबा के दरबार से होती है. 'बाबा के दरबार बा.. खत्तम रोजगार बा.. हाथरस के निर्णय जोहत लइकी के परिवार बा, कोरोना से लाखन मर गइलन, लाशन से गंगा भर गइलें, टिकठी और कफन नोचत कुकुर और बिलार बा, मंत्री के बेटवा बड़ी रंगदार बा, किसानन के छाती पर रौंदत मोटर कार बा, एक चौकीदार, बोलो के जिम्मेदार बा..' उन्होंने गीत का अंत 'जिंदगी झंड बा, पर फिर भी घमंड बा!' पंक्ति से किया है.

दरअसल, नेहा राठौर के इस गाने को भोजपुरी अभिनेता और बीजेपी सांसद रविकिशन के 'यूपी में सब बा' शीर्षक वाले गाने का जवाब के तौर पर देखा जा रहा है. रविकिशन ने अपने गीत में भोजपुरी मतदाताओं को लुभाने के लिए आदित्यनाथ सरकार की उपलब्धियां गिनाई हैं. रवि किशन के गाने की पंक्तियों में 'योगी के सरकार बा, विकास के बहार बा, सड़क के जाल बा, काम बेमिसाल बा, अपराधी के जेल बा, बिजली रेलम रेल बा, कोरोना गइल हार बा, यूपी में सब बा है. उनके इन सभी दावों पर पलटवार करते हुए राठौर ने गाना गाया है.

ये भी पढ़ें- नेहा ने पूछा था, 'बिहार में का बा?' अब मैथिली ने दिया जवाब, 'का-का नहीं बा'

बता दें कि नेहा राठौर बिहार के कैमूर की रहने वाली हैं. 2018 में यूपी के कानपुर से स्नातक की पढ़ाई करने के बाद संगीत के क्षेत्र में आ गईं और वो अब इन दिनों लोकगीत गा रही हैं. बिहार विधानसभा चुनाव आते ही सोशल मीडिया पर बिहार में का बा से छा गईं थी. इसके बाद फेसबुक और ट्विटर पर उनके फॉलोवर्स की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही हैं.

पटना: भोजपुरी सिंगर नेहा राठौर (Bhojpuri Singer Neha Rathore) का बिहार विधानसभा चुनाव के समय व्यंग्य गीत 'बिहार में का बा' काफी सुर्खियों में था. अपने गाने में राजनीतिक और सामजिक मुद्दों को मजाकिया अंदाज में गाकर सरकार पर कटाक्ष के लिए जाने जानी वाली नेहा ने योगी सरकार पर निशाना साधा (Neha Rathore target Yogi Government) है. नेहा राठौर ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर तंज कसते हुए नया गाना 'यूपी में का बा..बाबा के दरबार में खत्तम रोजगार बा' गाया है. नेहा सिंह राठौर ने रविवार की सुबह ट्विटर पर इसे शेयर किया है. उनका यह गाना बड़ी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

ये भी पढ़ें- 'बिहार में का बा..' फेम भोजपुरी सिंगर नेहा सिंह राठौर ने की शराबबंदी की तारीफ, कहा- 'मैं महिला हूं, जानती हूं उनका दर्द'

नेहा राठौर इस गाने में लाल और पीले रंग की साड़ी पहनी हुई हैं, साथ ही टिकुली-बिंदी भी है. उन्होंने अपने गाने में यूपी में रोजगार, हाथरस की घटना और कोरोना वायरस के बीच गंगा में तैरती लाशों का भी जिक्र किया है. नेहा अपने व्यंग्य से जनता की पीड़ा बता रही हैं. गीत की शुरुआत बाबा के दरबार से होती है. 'बाबा के दरबार बा.. खत्तम रोजगार बा.. हाथरस के निर्णय जोहत लइकी के परिवार बा, कोरोना से लाखन मर गइलन, लाशन से गंगा भर गइलें, टिकठी और कफन नोचत कुकुर और बिलार बा, मंत्री के बेटवा बड़ी रंगदार बा, किसानन के छाती पर रौंदत मोटर कार बा, एक चौकीदार, बोलो के जिम्मेदार बा..' उन्होंने गीत का अंत 'जिंदगी झंड बा, पर फिर भी घमंड बा!' पंक्ति से किया है.

दरअसल, नेहा राठौर के इस गाने को भोजपुरी अभिनेता और बीजेपी सांसद रविकिशन के 'यूपी में सब बा' शीर्षक वाले गाने का जवाब के तौर पर देखा जा रहा है. रविकिशन ने अपने गीत में भोजपुरी मतदाताओं को लुभाने के लिए आदित्यनाथ सरकार की उपलब्धियां गिनाई हैं. रवि किशन के गाने की पंक्तियों में 'योगी के सरकार बा, विकास के बहार बा, सड़क के जाल बा, काम बेमिसाल बा, अपराधी के जेल बा, बिजली रेलम रेल बा, कोरोना गइल हार बा, यूपी में सब बा है. उनके इन सभी दावों पर पलटवार करते हुए राठौर ने गाना गाया है.

ये भी पढ़ें- नेहा ने पूछा था, 'बिहार में का बा?' अब मैथिली ने दिया जवाब, 'का-का नहीं बा'

बता दें कि नेहा राठौर बिहार के कैमूर की रहने वाली हैं. 2018 में यूपी के कानपुर से स्नातक की पढ़ाई करने के बाद संगीत के क्षेत्र में आ गईं और वो अब इन दिनों लोकगीत गा रही हैं. बिहार विधानसभा चुनाव आते ही सोशल मीडिया पर बिहार में का बा से छा गईं थी. इसके बाद फेसबुक और ट्विटर पर उनके फॉलोवर्स की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.