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भूकंप भी नहीं हिला पाएगा राम मंदिर, खड़ा रहेगा हजार साल

राममंदिर कई मामलों में स्थापत्य कला का बेजोड़ नमूना होगा. भव्य भवन पूर्व के उन तमाम कटु अनुभवों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाएगा.यह भवन का डिजाइन रिएक्टर स्केल पर आठ से 10 तक तीव्रता वाला भूकंप आसानी से झेल पाएगा.

Ram Temple to withstand earthquakes
भूकंप भी नहीं हिला पाएगा राम मंदिर
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Published : Aug 1, 2020, 2:21 PM IST

Updated : Aug 1, 2020, 2:36 PM IST

लखनऊ: अयोध्या का राम मंदिर न केवल भव्य होगा, बल्कि बेहद मजबूत भी होगा, क्योंकि यह भवन का डिजाइन रिएक्टर स्केल पर आठ से 10 तक तीव्रता वाला भूकंप आसानी से झेल पाएगा.

मंदिर के पुराने मॉडल को समर्थकों, संतों और पुजारियों के सुझावों के बाद संशोधित किया गया था. रामलला मंदिर का निर्माण दो एकड़ में किया जाएगा, जबकि शेष 67 एकड़ में विभिन्न प्रकार के पेड़, संग्रहालय और अन्य संबंधित भवन होंगे.

वीडियो-

प्रस्तावित राम मंदिर उत्तर भारत की प्रचलित शैली नागर से निर्मित होगा. उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब हिमाचल, जम्मू आदि में स्थापित सभी मंदिर इसी शैली के हैं. 77 वर्षीय चंद्रकांत सोमपुरा ने राम मंदिर का डिजाइन तैयार किया है. यह एक साथ10,000 भक्त देवता के 'दर्शन' कर सकेंगे. 1,000 वर्षों से अधिक समय तक रामलला मंदिर अपनी भव्यता बनाए रखने में सक्षम होगा.मंदिर के लिए पत्थर राजस्थान से लाए गए हैं, और मंदिर दीर्घायु सुनिश्चित करने के लिए 200 फीट गहरी खुदाई के बाद मिट्टी का परीक्षण किया गया था.

पढ़े :राम मंदिर : 40 दिनों में 50 साल का सफर

बता दें पिछले साल नवंबर में, सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का फैसला किया था, और सुन्नी वक्फ बोर्ड को एक नई मस्जिद बनाने के लिए एक वैकल्पिक पांच एकड़ का भूखंड आवंटित करने का निर्देश दिया था.

लखनऊ: अयोध्या का राम मंदिर न केवल भव्य होगा, बल्कि बेहद मजबूत भी होगा, क्योंकि यह भवन का डिजाइन रिएक्टर स्केल पर आठ से 10 तक तीव्रता वाला भूकंप आसानी से झेल पाएगा.

मंदिर के पुराने मॉडल को समर्थकों, संतों और पुजारियों के सुझावों के बाद संशोधित किया गया था. रामलला मंदिर का निर्माण दो एकड़ में किया जाएगा, जबकि शेष 67 एकड़ में विभिन्न प्रकार के पेड़, संग्रहालय और अन्य संबंधित भवन होंगे.

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प्रस्तावित राम मंदिर उत्तर भारत की प्रचलित शैली नागर से निर्मित होगा. उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब हिमाचल, जम्मू आदि में स्थापित सभी मंदिर इसी शैली के हैं. 77 वर्षीय चंद्रकांत सोमपुरा ने राम मंदिर का डिजाइन तैयार किया है. यह एक साथ10,000 भक्त देवता के 'दर्शन' कर सकेंगे. 1,000 वर्षों से अधिक समय तक रामलला मंदिर अपनी भव्यता बनाए रखने में सक्षम होगा.मंदिर के लिए पत्थर राजस्थान से लाए गए हैं, और मंदिर दीर्घायु सुनिश्चित करने के लिए 200 फीट गहरी खुदाई के बाद मिट्टी का परीक्षण किया गया था.

पढ़े :राम मंदिर : 40 दिनों में 50 साल का सफर

बता दें पिछले साल नवंबर में, सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का फैसला किया था, और सुन्नी वक्फ बोर्ड को एक नई मस्जिद बनाने के लिए एक वैकल्पिक पांच एकड़ का भूखंड आवंटित करने का निर्देश दिया था.

Last Updated : Aug 1, 2020, 2:36 PM IST
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