लखनऊ : उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में नागरिकता संशोधन कानून, 2019 (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है. प्रदर्शन में शामिल लोगों से मिलने प्रियंका गांधी आजमगढ़ पहुंचीं.
प्रियंका गांधी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों के साथ मुलाकात के दौरान बातचीत भी की.
आजमगढ़ में लोगों को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा, आप सभी के साथ गलत किया गया है, और हमें इस अन्याय के खिलाफ खड़ा होना होगा. यह सरकार पूरी तरह से गरीब लोगों के खिलाफ है.
बता दें पुलिस ने इस मामले में कुल 17 लोगों को हिरासत में लिया था और तीन पर ईनाम भी घोषित किया था. आज प्रियंका गांधी उन्हीं मुस्लिम महिलाओं से मुलाकात करने बिलरियागंज पहुंची.
अपने डेढ़ घंटे के कार्यक्रम के दौरान प्रियंका गांधी ने महिलाओं से बात की. प्रियंका ने महिलाओं को आश्वासन दिया कि वे प्रशासन से हिरासत में लिए गए लोगों के लिए बात करेंगी.
आजमगढ़ के एक दिवसीय दौरे से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को कहा कि लोकतंत्र में आवाज उठाना जुल्म नहीं है. प्रियंका ने ट्वीट कर लिखा, 'लोकतंत्र में आवाज उठाना जुल्म नहीं है और मेरा कर्तव्य है कि जिनके साथ जुल्म हो रहा है, मैं उनके साथ खड़ी हूं.'
प्रियंका ने ट्वीट के साथ एक फोटो भी लगाया है, जिसमें कैफी आजमी का शेर है, 'सब उठें, मैं भी उठूं, तुम भी उठो, तुम भी उठो . कोई खिड़की इसी दीवार में खुल जाएगी.'
बता दें कि आजमगढ़ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का निर्वाचन क्षेत्र है. अखिलेश के 'लापता' वाले पोस्टर आठ फरवरी को उनके लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में चिपके हुए थे, जिनमें सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर पुलिस कार्रवाई के परिप्रेक्ष्य में सांसद की अनुपस्थिति पर सवाल उठाये गए थे.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ने उक्त पोस्टर लगाए थे. उनमें अखिलेश के मुंह पर काली पट्टी बंधी दिखायी गई थी. सिविल लाइंस क्षेत्र सहित शहर के विभिन्न हिस्सों में ये पोस्टर लगे थे.
कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नेता नदीम ने कहा कि सपा नेता मुसलमानों के शुभचिंतक होने का दावा करते हैं, लेकिन उन्होंने महिला प्रदर्शनकारियों पर पुलिसिया कार्रवाई पर खुद को केवल ट्वीट करने तक ही सीमित रखा है.
(एक्सट्रा इनपुट- भाषा)