बैतूल : मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के एडीजे महेंद्र त्रिपाठी और उनके बेटे की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक, जज महेंद्र त्रिपाठी की महिला मित्र ने ही उन्हें मौत के घाट उतारा है. महिला पूरे परिवार को मारना चाहती थी, आरोपी महिला ने तंत्र-मंत्र के नाम पर जहरीला आटा दिया था. किस्मत से एडीजे की पत्नी और छोटा बेटा इस घटना में बच गए.
पुलिस ने जज की मौत मामले में महिला सहित छह आरोपियों को हिरासत में लिया है. पुलिस घटना में और भी लोगों के शामिल होने के सबूत जुटाने में जुट गई है.
जज की पहचान का ही निकला आरोपी
बैतूल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिमाला प्रसाद ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 26 जुलाई को एडीजे महेंद्र त्रिपाठी के साथ उनके बेटे अभियान राज की फूड पॉइजनिंग से मौत हो गई थी. विवेचना के दौरान पता चला कि एक परिचित महिला संध्या सिंह ने जज की हत्या की साजिश रची. छिंदवाड़ा की रहने वाली संध्या एक एनजीओ चलाती है. 10 साल से इस महिला का जज से परिचय था.
तंत्र-मंत्र का दिया झांसा
आरोपी महिला और जज का लंबे समय से मिलना जुलना भी था. संध्या सिंह के द्वारा एडीजे को बताया गया था कि उनके घर में पारिवारिक समस्याएं चल रही हैं और तंत्र-मंत्र के द्वारा उसमें सुधार आ जाएगा. इन्हीं सब बातों को लेकर एडीजे को भरोसे में लिया कि आप अपने घर से आटा लेकर आएं और एक बाबा को जिसको संध्या जानती है, उनके द्वारा तंत्र-मंत्र कर दिया जाएगा और वह आटा तंत्र-मंत्र कर घर में वापस पहुंच जाएगा और उसकी रोटी खाकर परिवारिक शांति बनी रहेगी और उनके स्वास्थ्य में सुधार भी आ जाएगा.
आरोपी महिला ने जज को दिया जहरीला आटा
आरोपी महिलाओं की बातों में आकर एडीजे अपने घर से आटा लेकर आए और संध्या सिंह को दे दिया. 20 जुलाई को संध्या अपनी कार से बैतूल आई और योजना के तहत एक पॉलिथिन में आटा वापस लाया गया. बैतूल सर्किट हाउस में जज महेंद्र त्रिपाठी और संध्या सिंह की एकांत में कार के अंदर 10 मिनट चर्चा हुई. इस दौरान जज को पूजा वाला जहरीला आटा कष्टों के निवारण के नाम पर दे दिया.
जज ने घर जाकर रोटी बनाने वाले आटे में इसे मिलवा दिया. जिससे बनी रोटियों का सेवन करते ही एडीजे और उनके बड़े बेटे की हालत बिगड़ गई. दो-तीन दिन में उनकी तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गई. पाढर हॉस्पिटल से दोनों को 25 जुलाई को नागपुर के एलेक्सेस हॉस्पिटल रेफर किया गया. रास्ते में जज के बड़े बेटे ने दम तोड़ दिया और 26 जुलाई की सुबह जज की भी मौत हो गई.
छोटे बेटे आशीष राज त्रिपाठी को उल्टियां होने के कारण तबीयत ठीक हो गई. वहीं, उनकी पत्नी ने यह कहकर रोटी नहीं खाई कि वह तंत्र-मंत्र नहीं मानतीं इसलिए उन्होंने सिर्फ चावल खाया था और वह बच गईं. विवेचना में पता चला है कि संध्या सिंह बैतूल आई और उसने एडीजे को आटा दिया, जिसकी जानकारी पुलिस को मिली.
आरोपी महिला और जज के बीच था विवाद
संध्या सिंह और एडीजी के बीच कुछ दिनों से विवाद चल रहा था, उनके बीच लेन-देन भी था और एडीजे महेंद्र त्रिपाठी अपना पैसा वापस मांग रहे थे.
इस मामले में पुलिस ने छह आरोपियों के खिलाफ हत्या और साजिश का मामला दर्ज कर सभी को गिरफ्तार कर लिया है. इनमें मुख्य आरोपी संध्या सिंह, उसका ड्राइवर संजीव चंद्रवंशी, फूफा देवी लाल चंद्रवंशी, मुबीन खान, कमल गरीबा और तांत्रिक बाबा राम दयाल शामिल हैं.
पुलिस ने संध्या सिंह की कार भी जब्त कर ली है. पुलिस अभी और भी कई बिंदुओं पर जांच कर रही है, जिसमें आरोपी बढ़ भी सकते हैं.