नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मोदी की सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. इस दौरान भारत और सऊदी अरब के बीच 12 अहम समझौते होने की संभावना है. पीएम मोदी ने रियाद में आयोजित एफआईआई फोरम में संबोधित किया.
पीएम मोदी ने कहा कि इस मंच का उद्देश्य न केवल यहां की आर्थिक व्यवस्था पर चर्चा करना है, बल्कि दुनिया के बढ़ते रुझानों को समझना और वैश्विक कल्याण के तरीकों की तलाश करना है.
बिंदुवार पढ़ें पीएम मोदी की बातें
- आज भारत में रिसर्च एंड डेवलपमेंट से लेकर तकनीक आधारित उद्यमिता का इको सिस्टम तैयार हो रहा है. हमारे इन प्रयासों के नतीजे भी आना शुरू हुए हैं.
- संरचना मौके को बढ़ाने वाला कारक है. इससे व्यवसाय को निवेश के व्यापक अवसर मिलते हैं. दूसरी ओर बिजनेस की वृद्धि के लिए संरचना आवश्यक है.
- आज मैं आपसे ग्लोबल बिजनेस को प्रभावित करने वाले पांच बड़े ट्रेंड के बारे में बात करना चाहूंगा. पहला ट्रेंड है टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का प्रभाव, दूसरा ग्लोबल ग्रोथ के लिए संरचना की अहमियत
- तीसरा मानव संसाधन और काम के भविष्य में हो रहा बदलाव, चौथा ट्रेंड पर्यावरण के लिए सहानुभूति और पांचवां ट्रेंड बिजनेस फ्रेंडली गवर्नेंस
- आज भारत दुनिया का तीसरा बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन गया है. हमारे कई स्टार्टअप वैश्विक स्तर पर निवेश करने लगे हैं.
- आज भारत में हम विकास को गति देना चाहते है तो हमें उभरते ट्रेंड्स को समझना होगा.
- भारत ने अगले पांच वर्ष में अपनी इकॉनमी को दोगुनी करके 5 ट्रिलियन डॉलर करने का लक्ष्य रखा है.
- विश्व कल्याण के रास्ते खोजना जरूरी है.
- आपके शहर में ऊर्जावान महसूस कर रहा हूं.
इससे पहले पीएम मोदी 28 अक्टूबर को पश्चिम एशियाई राष्ट्र पहुंचे. इसके साथ ही पीएम मोदी ने मंगलवार शाम किंग मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद से मुलाकात की.
पर्यावरण, जल और कृषि मंत्री से की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रियाद में सऊदी अरब के पर्यावरण, जल और कृषि मंत्री, अब्दुलरहमान बिन अब्दुलमोहसेन अल-फडले से मुलाकात की.
किंग अब्दुल्ला द्वितीय से की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रियाद में जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय से मिले. दोनों नेताओं ने क्षेत्रों में विशेष रूप से व्यापार और निवेश, मानव संसाधन विकास और लोगों से लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया.
बैठक के दौरान, दोनों नेता अक्षय ऊर्जा, रक्षा खरीद और नागरिक उड्डयन से संबंधित एक दर्जन समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे.
आपको बता दें, इसके बाद दिन के समय पर सऊदी अरब के सार्वजनिक निवेश कोष द्वारा आयोजित फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव फोरम को भी संबोधित करेंगे.
इसके बाद मोदी 2.6 मिलियन भारतीय प्रवासियों को अपने देश में रहने के लिए मदद करने वाले देश कार्ड लॉन्च करेंगे. अहम बात है कि यह मक्का-मदीना का यात्रा करने वाले भारतीय तीर्थयात्रियों की काफी हद तक मदद करेगा.
कार्ड के लॉन्च के साथ, सऊदी संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन के बाद तीसरा राष्ट्र होगा जहां कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकेगा.
इसके अलावा, विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों देश इंडियन ऑयल मिडिल ईस्ट और सऊदी के अल-जरी के बीच संयुक्त उद्यम पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर सकते हैं.
भारत भी नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट फंड में निवेश को अंतिम रूप देने के लिए अंतिम समझौते की उम्मीद कर रहा है.
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आपको बता दें कि वाणिज्यिक हितों में दोनों राष्ट्रों के बीच मजबूत और करीबी संबंध हैं.
वित्त वर्ष 2017-18 में भारत-सऊदी द्विपक्षीय व्यापार 27.48 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष में 25.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर था.
भारत में सऊदी अरब का निर्यात 22.06 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जबकि भारत का निर्यात 5.41 बिलियन अमरीकी डॉलर था.