सपा ने इस घटना को लेकर योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है. सपा ने ट्वीट कर कहा है कि 'लखनऊ में दिनदहाड़े हिंदू महासभा के अध्यक्ष की हत्या से आम जनमानस में दहशत! उत्तर प्रदेश में सरकार और पुलिस का इकबाल खत्म हो गया है! निकम्मी सरकार तत्काल इस्तीफा दे.
लखनऊ में विश्व हिंदू महासभा अध्यक्ष की गोली मारकर हत्या, सपा ने सरकार से मांगा इस्तीफा - रणजीत बच्चन की गोली मारकर हत्या
13:21 February 02
विपक्ष ने की सरकार से इस्तीफे की मांग
13:19 February 02
चौकी इंचार्ज सहित चार पुलिसकर्मी सस्पेंड, गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन
लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने मामले में कार्रवाई करते हुए परिवर्तन चौक के चौकी इंचार्ज समेत चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. रणजीत बच्चन की हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे समर्थकों ने सड़क जाम कर किया. प्रदर्शनकारी से जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
13:17 February 02
रणजीत बच्चन हत्याकांड: कल मनाया जन्मदिन, आज हो गई हत्या
इस हत्याकांड के बाद यूपी की कानून व्यवस्था की पोल खुल गई है. ईटीवी भारत को मिली जानकारी के अनुसार रणजीत बच्चन का शनिवार को जन्मदिन था. वहीं आज उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. राजधानी में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद भी इस प्रकार की पहली घटना हुई है
सपा सरकार में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री थे रणजीत बच्चन
रणजीत बच्चन समाजवादी पार्टी की सरकार में कश्मीर से कन्याकुमारी तक 7.30 लाख किलोमीटर की साइकिल यात्रा भी निकाल चुके हैं. उनकी दूसरी पत्नी कालिंदी भी साइकिल यात्रा निकाल चुकी हैं और उनका भी नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है. कालिंदी से उनका दूसरा विवाह हुआ था. उनकी पहली पत्नी से झगड़ा भी था और मुकदमे बाजी भी चल रही थी. सपा की सरकार में उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था.
कश्मीर से कन्याकुमारी तक निकाली थी साइकिल यात्रा
राजधानी लखनऊ के राज्य संपत्ति विभाग की कॉलोनी ओसीआर बिल्डिंग में इन्हें एक फ्लैट भी सपा की सरकार के समय आवंटित हुआ था. सपा सरकार में जब उन्होंने कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल यात्रा निकाली तो सपा सरकार ने उन्हें ब्रांड एंबेसडर भी बनाया था, लेकिन बाद में जब योगी सरकार बनी तो उन्होंने भगवा चोला ओढ़ लिया और पहले अखिल भारत हिंदू महासभा संगठन से जुड़े, जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि है, लेकिन बाद में कुछ दिनों बाद उस संगठन से इनकी अनबन हो गई और उन्होंने अखिला भारतीय हिंदू महासभा के नाम से अपना संगठन बना दिया.
रणजीत बच्चन बहुत स्पष्ट वादी और हिंदू विचारधारा के व्यक्ति थे. वह भारत में शांति और सद्भाव को लेकर कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल यात्रा भी निकाले थे. उनकी पत्नी कालिंदी ने भी साइकिल यात्रा निकाली थी, जिसके लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हुआ. वह सपा सरकार में भी जुड़े रहे और उन्हें नेताजी ने ब्रांड एंबेसडर बनाया था. कल उनका जन्मदिन था तो हम लोगों ने उन्हें बधाई दी थी.
-राकेश, रणजीत बच्चन के मित्र
11:44 February 02
इस मामले पर ज्वांइट कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि रणजीत बच्चन और उनकी पत्नी के बीच पारिवारिक विवाद भी था. सभी विवादों पर नजर रखते हुए सभी बिंदुओं की जांच की जा रही है.
उन्होंने कहा कि रविवार की सुबह आदित्य श्रीवास्तव नामक एक व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी कि वह अपने भाई रंजीत के साथ सैर के लिए गया था. वे शहर के बर्लिंगटन चौराहे के पास से निकल कर परिवर्तन चौक की तरफ जा रहे थे तभी शॉल से अपना चेहरा छुपाए एक व्यक्ति ने उन्हें रोका और उनके मोबाइल फोन छीनने की कोशिश की.
उन्होंने बताया कि छीना झपटी के दौरान उस व्यक्ति ने गोली चला दी जो रंजीत को लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. आदित्य के बाएं हाथ में गोली लगी है. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अरोड़ा ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि रंजीत बच्चन अपनी पत्नी कालिंदी शर्मा बच्चन के साथ ओसीआर बिल्डिंग में रहते थे.
कालिंदी के मुताबिक वर्ष 2002 से 2009 के बीच रंजीत ने समाजवादी पार्टी की विभिन्न साइकिल रैलियों में हिस्सा लिया था. बाद में उसके पति ने विश्व हिंदू महासभा नामक संगठन बनाया था.
अरोड़ा ने बताया कि रंजीत और उसकी पत्नी के बीच झगड़ा था और इस सिलसिले में गोरखपुर में एक मुकदमा भी दर्ज है. जांच में इस बात को भी ध्यान में रखा जा रहा है.
उन्होंने बताया कि मौका-ए-वारदात की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही हैं. मामले की जांच के लिए अपराध शाखा की आठ टीमें बनाई गई हैं.
09:45 February 02
विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी के हजरतगंज इलाके में रविवार सुबह विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रणजीत बच्चन की गोली मारकर हत्या कर दी गई. रणजीत सुबह सैर करने के लिए निकले थे. इसी दौरान बाइक सवार बदमाशों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी.
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी गई है. घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात है.
लखनऊ के डीसीपी दिनेश सिंह ने इस घटना की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रणजीत बच्चन सवेरे सैर करने के लिए निकले थे तभी किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनपर हमला किया, जिससे उनकी मौत हो गई. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
ये भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश : लखनऊ व नोएडा में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू, जानें क्या है यह प्रणाली
घटना सुबह करीब साढ़े छह बजे की बताई जा रही है. रणजीत बच्चन अपने एक दोस्त आशीष श्रीवास्तव के साथ मॉर्निंग वॉक पर निकले थे.
जानकारी के मुताबिक, जब रणजीत ग्लोब पार्क से निकल रहे थे, तभी बाइक सवार बदमाशों ने उनके सिर में गोली मार दी. हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है.
इस वारदात में उनके दोस्त आशीष भी घायल हुए हैं, जिनका इलाज ट्रामा सेंटर में चल रहा है.
बता दें, पिछले साल हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की भी उनके आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
13:21 February 02
विपक्ष ने की सरकार से इस्तीफे की मांग
सपा ने इस घटना को लेकर योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है. सपा ने ट्वीट कर कहा है कि 'लखनऊ में दिनदहाड़े हिंदू महासभा के अध्यक्ष की हत्या से आम जनमानस में दहशत! उत्तर प्रदेश में सरकार और पुलिस का इकबाल खत्म हो गया है! निकम्मी सरकार तत्काल इस्तीफा दे.
13:19 February 02
चौकी इंचार्ज सहित चार पुलिसकर्मी सस्पेंड, गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन
लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने मामले में कार्रवाई करते हुए परिवर्तन चौक के चौकी इंचार्ज समेत चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. रणजीत बच्चन की हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे समर्थकों ने सड़क जाम कर किया. प्रदर्शनकारी से जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
13:17 February 02
रणजीत बच्चन हत्याकांड: कल मनाया जन्मदिन, आज हो गई हत्या
इस हत्याकांड के बाद यूपी की कानून व्यवस्था की पोल खुल गई है. ईटीवी भारत को मिली जानकारी के अनुसार रणजीत बच्चन का शनिवार को जन्मदिन था. वहीं आज उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. राजधानी में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद भी इस प्रकार की पहली घटना हुई है
सपा सरकार में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री थे रणजीत बच्चन
रणजीत बच्चन समाजवादी पार्टी की सरकार में कश्मीर से कन्याकुमारी तक 7.30 लाख किलोमीटर की साइकिल यात्रा भी निकाल चुके हैं. उनकी दूसरी पत्नी कालिंदी भी साइकिल यात्रा निकाल चुकी हैं और उनका भी नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है. कालिंदी से उनका दूसरा विवाह हुआ था. उनकी पहली पत्नी से झगड़ा भी था और मुकदमे बाजी भी चल रही थी. सपा की सरकार में उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था.
कश्मीर से कन्याकुमारी तक निकाली थी साइकिल यात्रा
राजधानी लखनऊ के राज्य संपत्ति विभाग की कॉलोनी ओसीआर बिल्डिंग में इन्हें एक फ्लैट भी सपा की सरकार के समय आवंटित हुआ था. सपा सरकार में जब उन्होंने कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल यात्रा निकाली तो सपा सरकार ने उन्हें ब्रांड एंबेसडर भी बनाया था, लेकिन बाद में जब योगी सरकार बनी तो उन्होंने भगवा चोला ओढ़ लिया और पहले अखिल भारत हिंदू महासभा संगठन से जुड़े, जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि है, लेकिन बाद में कुछ दिनों बाद उस संगठन से इनकी अनबन हो गई और उन्होंने अखिला भारतीय हिंदू महासभा के नाम से अपना संगठन बना दिया.
रणजीत बच्चन बहुत स्पष्ट वादी और हिंदू विचारधारा के व्यक्ति थे. वह भारत में शांति और सद्भाव को लेकर कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल यात्रा भी निकाले थे. उनकी पत्नी कालिंदी ने भी साइकिल यात्रा निकाली थी, जिसके लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हुआ. वह सपा सरकार में भी जुड़े रहे और उन्हें नेताजी ने ब्रांड एंबेसडर बनाया था. कल उनका जन्मदिन था तो हम लोगों ने उन्हें बधाई दी थी.
-राकेश, रणजीत बच्चन के मित्र
11:44 February 02
इस मामले पर ज्वांइट कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि रणजीत बच्चन और उनकी पत्नी के बीच पारिवारिक विवाद भी था. सभी विवादों पर नजर रखते हुए सभी बिंदुओं की जांच की जा रही है.
उन्होंने कहा कि रविवार की सुबह आदित्य श्रीवास्तव नामक एक व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी कि वह अपने भाई रंजीत के साथ सैर के लिए गया था. वे शहर के बर्लिंगटन चौराहे के पास से निकल कर परिवर्तन चौक की तरफ जा रहे थे तभी शॉल से अपना चेहरा छुपाए एक व्यक्ति ने उन्हें रोका और उनके मोबाइल फोन छीनने की कोशिश की.
उन्होंने बताया कि छीना झपटी के दौरान उस व्यक्ति ने गोली चला दी जो रंजीत को लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. आदित्य के बाएं हाथ में गोली लगी है. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अरोड़ा ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि रंजीत बच्चन अपनी पत्नी कालिंदी शर्मा बच्चन के साथ ओसीआर बिल्डिंग में रहते थे.
कालिंदी के मुताबिक वर्ष 2002 से 2009 के बीच रंजीत ने समाजवादी पार्टी की विभिन्न साइकिल रैलियों में हिस्सा लिया था. बाद में उसके पति ने विश्व हिंदू महासभा नामक संगठन बनाया था.
अरोड़ा ने बताया कि रंजीत और उसकी पत्नी के बीच झगड़ा था और इस सिलसिले में गोरखपुर में एक मुकदमा भी दर्ज है. जांच में इस बात को भी ध्यान में रखा जा रहा है.
उन्होंने बताया कि मौका-ए-वारदात की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही हैं. मामले की जांच के लिए अपराध शाखा की आठ टीमें बनाई गई हैं.
09:45 February 02
विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी के हजरतगंज इलाके में रविवार सुबह विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रणजीत बच्चन की गोली मारकर हत्या कर दी गई. रणजीत सुबह सैर करने के लिए निकले थे. इसी दौरान बाइक सवार बदमाशों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी.
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी गई है. घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात है.
लखनऊ के डीसीपी दिनेश सिंह ने इस घटना की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रणजीत बच्चन सवेरे सैर करने के लिए निकले थे तभी किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनपर हमला किया, जिससे उनकी मौत हो गई. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
ये भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश : लखनऊ व नोएडा में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू, जानें क्या है यह प्रणाली
घटना सुबह करीब साढ़े छह बजे की बताई जा रही है. रणजीत बच्चन अपने एक दोस्त आशीष श्रीवास्तव के साथ मॉर्निंग वॉक पर निकले थे.
जानकारी के मुताबिक, जब रणजीत ग्लोब पार्क से निकल रहे थे, तभी बाइक सवार बदमाशों ने उनके सिर में गोली मार दी. हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है.
इस वारदात में उनके दोस्त आशीष भी घायल हुए हैं, जिनका इलाज ट्रामा सेंटर में चल रहा है.
बता दें, पिछले साल हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की भी उनके आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
हाथरस ब्रेकिंग-पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़, बाइक सवार से बाइक व नगदी लूटकर भाग रहे बदमाशों से हुई पुलिस की मुठभेड़, पुलिस ने घेराबंदी कर एक इनामी बदमाश को दबोचा, एक बदमाश मौके से हुआ फरार, थाना हाथरस गेट क्षेत्र के नगला भूरा रजवाहा के पास पुलिस और बदमाशों में हुई मुठभेड़!
Conclusion: