जयपुर : राजस्थान के डूंगरपुर जिले में शिक्षक भर्ती- 2018 में खाली सीटों को ST कोटे से भरने की मांग को लेकर शुरू हुआ हिंसक आंदोलन शनिवार को भी दिनभर जारी रहा. आंदोलनकारी पिछले 48 घंटे से NH- 8 पर कब्जा कर बैठे हैं और पहाड़ियों से पुलिस के ऊपर रह-रहकर पत्थरबाजी कर रहे हैं. उपद्रवियों ने लूटपाट मचाना भी शुरू कर दिया है. उपद्रवियों ने खेरवाड़ा कस्बे की श्रीनाथ कॉलोनी स्थित कई घरों में लूटपाट और तोड़फोड़ की. उपद्रवियों के आगे पुलिस भी बेबस नजर आ रही है.
उग्र प्रदर्शन के बीच खेरवाड़ा में फायरिंग की भी सूचना है. जिसमें एक युवक की मौत हो गई है. मुख्यमंत्री ने डूंगरपुर-उदयपुर की स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने प्रदर्शनकारियों से शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है. साथ ही कहा कि न्यायोचित मांगों पर विचार के लिए सरकार हर समय तैयार है. वहीं स्थिति को नियंत्रण को रखने तथा कानून व्यवस्था के लिहाज से पुलिस महानिदेशक लाठर, पुलिस आयुक्त जयपुर आनन्द श्रीवास्तव और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो एम.एन. दिनेश सहित अन्य अधिकारियों को रात्रि में ही हेलीकॉप्टर से डूंगरपुर भेजा गया है.
हिंसक हुए आंदोलन को रोकने के लिए अब तक पुलिस और प्रशासन के स्तर पर कई कदम उठाए गए, लेकिन हालात नियंत्रण में नहीं आए हैं. आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने पहले धारा 144 लगाई. बाद में प्रभावित इलाकों में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी. वहीं, इस मामले को सुलझाने के लिए जयपुर स्थित सरकार की तरफ से भी कोशिशें तेज की गई हैं. सरकार की तरफ से प्रतिनिधिमंडल, आंदोलनकारियों से बातचीत करने में जुटा हुआ है, लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकला है.
पुलिस को 6 किलोमीटर पीछे खदेड़ा
NH- 8 पर कांकरी डूंगरी से सुलगी ये आग अब जिले के कई हिस्सों में फैल गई है. डूंगरपुर जिले के आसपुर स्टेट हाईवे पर डाबेला गांव में डूंगरी पर चढ़कर आदिवासी युवाओं ने पत्थरबाजी शुरू कर दी और पुलिस को 6 किलोमीटर पीछे खदेड़ दिया. वहीं, सड़क से गुजर रहे 3 वाहनों और एक दुकान को लूटकर आग के हवाले कर दिया.
ट्रकों में लगाई आग, होटल को लूटा
उपद्रवियों ने आसपुर हाईवे पर डाबेला में हमला बोलते हुए रिहायशी कॉलोनी में लूटपाट शुरू कर दी. वहीं, रास्ते में उपद्रवियों ने 7 ट्रकों को लूटकर आग लगा दी और एक होटल पर भी हमला बोल दिया.
उदयपुर में स्थिति नियंत्रण से बाहर
उदयपुर में भी प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ नोंकझोक जारी है. शनिवार सुबह पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के पथराव का मुंहतोड़ जवाब दिया, लेकिन बड़ी संख्या में उपद्रवियों के आने के बाद पुलिस को बिछीवाड़ा से पीछे हटकर एक बार फिर खेरवाड़ा की ओर जाना पड़ा. फिलहाल, उपद्रवी सार्वजनिक संपत्ति को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं और हालत पुलिस नियंत्रण से बाहर नजर आ रहे हैं.
राज्यपाल ने सीएम से की चर्चा, सख्त कार्रवाई के निर्देश
राज्यपाल कलराज मिश्र ने डूंगरपुर में हुए उपद्रव और हिंसा पर शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से फोन पर चर्चा की. राज्यपाल मिश्र ने प्रमुख सचिव गृह अभय कुमार और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था सौरभ श्रीवास्तव को राजभवन बुलाया और उन्हें इस हिंसा पर तत्काल नियंत्रण के लिए निर्देश दिए. राज्यपाल ने निर्देश देते हुए कहा कि दोषियों को तत्काल पकड़ें, समाज विरोधी तत्वों को गिरफ्तार करें और घटना के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें चिह्नित करें. राज्यपाल ने दोनों अधिकारियों से आदिवासी क्षेत्रों में लोगों द्वारा किए गए उपद्रव और हिंसा की जानकारी ली.
भाजपा ने बनाई तीन सदस्यीय कमेटी
डूंगरपुर में जारी हिंसक आंदोलन के बीच अब विपक्ष भी सक्रिय हो गया है. प्रदेश में भाजपा ने तीन सदस्यों की एक कमेटी बनाई है. भाजपा की ये तीन सदस्यीय कमेटी डूंगरपुर का दौरा कर प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया को रिपोर्ट सौंपेगी. भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्य प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने बताया कि कमेटी में पार्टी के प्रदेश महामंत्री और विधायक मदन दिलावर के साथ ही उदयपुर सांसद अर्जुन लाल मीणा और प्रदेश उपाध्यक्ष और चित्तौड़गढ़ सांसद सी. पी. जोशी शामिल हैं.
प्रदर्शनकारियों की मांग
बता दें कि प्रदर्शन करने वाले शिक्षक भर्ती के अनारक्षित 1167 पदों को एसटी वर्ग से भरने की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर कांकरी डूंगरी पहाड़ी पर 19 दिन से प्रदर्शन चल रहा था. शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने अराजकता की हदें पार कर दीं. उपद्रवियों ने उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे के 10 किमी तक के इलाके को कब्जे में ले लिया और 48 घंटे के अंदर करोड़ों की संपत्ति फूंक डाली. इतना ही नहीं उपद्रवियों ने मकानों में भी तोड़फोड़ और लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया.