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स्वप्ना सुरेश का सीएम कार्यालय में था अच्छा-खासा प्रभाव : एनआईए

केरल सोना तस्करी मामले में आरोपी स्वप्ना सुरेश की गिरफ्तारी के तुरंत बाद यह सामने आया था कि स्वप्ना और सीएम विजयन के प्रधान सचिव और राज्य के आईटी सचिव एम. शिवशंकर (अब निलंबित) के गहरे ताल्लुकात थे.

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स्वप्ना सुरेश का सीएम कार्यालय में अच्छा-खासा प्रभाव था
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Published : Aug 6, 2020, 6:28 PM IST

Updated : Aug 6, 2020, 8:47 PM IST

तिरुवनंतपुरम : विवादास्पद सोने की तस्करी मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अदालत को बताया कि मामले में मुख्य आरोपी स्वप्ना के सुरेश मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के कार्यालय में अच्छा-खासा प्रभाव रखती थी. हालांकि स्वप्ना के वकील ने इस दावे को नकार दिया है. एनआईए की टीम ने कोर्ट में स्वप्ना की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान यह खुलासा किया.

कोर्ट ने अब इस मामले की अगली सुनवई 10 अगस्त निर्धारित की है.

स्वप्ना की गिरफ्तारी के तुरंत बाद यह सामने आया था कि वह और विजयन के प्रधान सचिव और राज्य के आईटी सचिव एम. शिवशंकर (अब निलंबित) के गहरे ताल्लुकात थे.

स्वप्ना के वकील जियो पॉल ने मीडिया को बताया कि गुरुवार को अदालत में विजयन या उनके कार्यालय का कोई संंबंध नहीं था.

पॉल ने कहा, 'उन्होंने बयान में कहा कि वह विजयन को जानती थी. (उन्हें कौन नहीं जानता). पॉल ने कहा कि शिवशंकर एक तरह से मेंटर थे.'

संयोग से यह विजयन ही थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस मामले की एनआईए से जांच कराने की मांग की थी, जिसका जिक्र एनआईए ने अदालत में भी किया है. उन्होंने एनआईए को मामले में किसी भी कोण से जांच करने की मंजूरी भी दी.

सोने की तस्करी का मामला तब सामने आया, जब यहां यूएई वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी पी.एस. सरिथ को सीमा शुल्क ने पांच जुलाई को दुबई से तिरुवनंतपुरम की यात्रा में राजनयिक सामान में 30 किलोग्राम सोने की तस्करी करने के मामले में गिरफ्तार किया था. बाद में मामले में स्वप्ना और शिवशंकर का नाम सामने आया.

एनआईए ने यह भी बताया कि स्वप्ना का यूएई वाणिज्य दूतावास में बहुत प्रभाव था, क्योंकि उसे नौकरी छोड़ने के बाद भी रिटेनर शुल्क का भुगतान किया जा रहा था.

पढ़ें : केरल सोना तस्करी : स्वप्ना सुरेश के बैंक लॉकर से ₹1 करोड़ जब्त

गौरतलब है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने केरल सोना तस्करी मामले में छह और लोगों को गिरफ्तार किया. इसके साथ ही छह स्थानों पर तलाशी ली. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. एजेंसी ने केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम स्थित यूएई के वाणिज्य दूतावास में राजनयिक माध्यमों से सोने की तस्करी के मामले में अभी तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है.

आपको बता दें कि कस्टम विभाग ने केरल सेना तस्करी मामले की आरोपी स्वप्ना सुरेश के बयान की एक प्रति अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट (आर्थिक अपराध) को सौंपी.

यह भी पढ़ें : केरल सोना तस्करी मामला : एनआईए ने छह और लोगों को किया गिरफ्तार

वहीं विशेष एनआईए कोर्ट ने आरोपी केटी रमीज की हिरासत को तीन दिनों के लिए बढ़ा दिया था. केटी रमीज को सात दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया गया था जो कि सात अगस्त तक के लिए बढ़ा दी गई थी.

तिरुवनंतपुरम : विवादास्पद सोने की तस्करी मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अदालत को बताया कि मामले में मुख्य आरोपी स्वप्ना के सुरेश मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के कार्यालय में अच्छा-खासा प्रभाव रखती थी. हालांकि स्वप्ना के वकील ने इस दावे को नकार दिया है. एनआईए की टीम ने कोर्ट में स्वप्ना की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान यह खुलासा किया.

कोर्ट ने अब इस मामले की अगली सुनवई 10 अगस्त निर्धारित की है.

स्वप्ना की गिरफ्तारी के तुरंत बाद यह सामने आया था कि वह और विजयन के प्रधान सचिव और राज्य के आईटी सचिव एम. शिवशंकर (अब निलंबित) के गहरे ताल्लुकात थे.

स्वप्ना के वकील जियो पॉल ने मीडिया को बताया कि गुरुवार को अदालत में विजयन या उनके कार्यालय का कोई संंबंध नहीं था.

पॉल ने कहा, 'उन्होंने बयान में कहा कि वह विजयन को जानती थी. (उन्हें कौन नहीं जानता). पॉल ने कहा कि शिवशंकर एक तरह से मेंटर थे.'

संयोग से यह विजयन ही थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस मामले की एनआईए से जांच कराने की मांग की थी, जिसका जिक्र एनआईए ने अदालत में भी किया है. उन्होंने एनआईए को मामले में किसी भी कोण से जांच करने की मंजूरी भी दी.

सोने की तस्करी का मामला तब सामने आया, जब यहां यूएई वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी पी.एस. सरिथ को सीमा शुल्क ने पांच जुलाई को दुबई से तिरुवनंतपुरम की यात्रा में राजनयिक सामान में 30 किलोग्राम सोने की तस्करी करने के मामले में गिरफ्तार किया था. बाद में मामले में स्वप्ना और शिवशंकर का नाम सामने आया.

एनआईए ने यह भी बताया कि स्वप्ना का यूएई वाणिज्य दूतावास में बहुत प्रभाव था, क्योंकि उसे नौकरी छोड़ने के बाद भी रिटेनर शुल्क का भुगतान किया जा रहा था.

पढ़ें : केरल सोना तस्करी : स्वप्ना सुरेश के बैंक लॉकर से ₹1 करोड़ जब्त

गौरतलब है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने केरल सोना तस्करी मामले में छह और लोगों को गिरफ्तार किया. इसके साथ ही छह स्थानों पर तलाशी ली. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. एजेंसी ने केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम स्थित यूएई के वाणिज्य दूतावास में राजनयिक माध्यमों से सोने की तस्करी के मामले में अभी तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है.

आपको बता दें कि कस्टम विभाग ने केरल सेना तस्करी मामले की आरोपी स्वप्ना सुरेश के बयान की एक प्रति अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट (आर्थिक अपराध) को सौंपी.

यह भी पढ़ें : केरल सोना तस्करी मामला : एनआईए ने छह और लोगों को किया गिरफ्तार

वहीं विशेष एनआईए कोर्ट ने आरोपी केटी रमीज की हिरासत को तीन दिनों के लिए बढ़ा दिया था. केटी रमीज को सात दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया गया था जो कि सात अगस्त तक के लिए बढ़ा दी गई थी.

Last Updated : Aug 6, 2020, 8:47 PM IST
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