नई दिल्ली : राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने एक दिन पहले कहा था कि डिजिटल भुगतान पर अधिक निर्भरता के कारण वित्तीय धोखाधड़ी में तेजी आई है. डोभाल के इस बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी ने नोटबंदी की याद दिलाते हुए उन पर कटाक्ष किया है.
मामूल हो कि नोटबंदी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए भुगतान करने का आह्वान किया था.
ईटीवी भारत से बात करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि एनएसए अजीत डोभाल जो कह रहे हैं, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बिल्कुल विपरीत है. एक समय प्रधानमंत्री कहा करते थे कि नोटबंदी का उद्देश्य डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देना है. इसलिए, दोनों बयानों में स्पष्ट विरोधाभास है.
एनएसए अजीत डोभाल ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम (COCONXIII-2020) में साइबर सुरक्षा पर व्याख्यान देते हुए नागरिकों को ऑनलाइन कार्य के दौरान सतर्क रहने के लिए कहा था.
उन्होंने कहा कैश हैंडलिंग कम होने के कारण डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म पर अधिक निर्भरता है और ऑनलाइन डेटा अधिक हो रहा है, साथ ही सोशल मीडिया पर उपस्थिति भी बढ़ी है.
डोभाल की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत में वित्तीय धोखाधड़ी का मुख्य कारण 'उड़ान बैंकिंग योजना' है, जिसके तहत देश के धन को लूटने के बाद नीरव मोदी और मेहुल चौकसी जैसे कई पूंजीपति फरार हो गए. केंद्र ने इस तथ्य को स्वीकार किया था कि 38 क्रोनी कैपिटलिस्टों ने भारत का पैसा लेकर देश छोड़ दिया.